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दुबई से लौटे हरियाणा के रघुवीर ने Kawad Yatra को बना दिया मिसाल — बोले, भोलेनाथ की भक्ति के आगे दुनिया छोटी!
🔱 Kawad Yatra: दुबई से लौट आया भोले का दीवाना!
सावन का पहला झोंका भी जब आता है तो शिवभक्त की धड़कन तेज़ हो जाती है। ऐसे में कोई अपनी छुट्टी कैंसिल करता है, कोई दुकान बंद करता है — और कोई दुबई की नौकरी छोड़कर आ जाता है! हरियाणा के रघुवीर सिंह भी वही दीवाना हैं, जो गाड़ी के ड्राइवर बने बैठे थे दुबई में — लेकिन दिल में बस भोलेनाथ का पहिया घूमता रहा। इस बार सावन में ट्रक की स्टेरिंग छोड़ दी, एयरपोर्ट की चकाचौंध उतार फेंकी — और नंगे पाँव कांवड़ उठा ली। बागपत की धरती पर कदम रखते ही बोले — “जिंदगी में कमाया बहुत कुछ, लेकिन भोलेनाथ का जल चढ़ाना बाकी था!”
Kawad Yatra नहीं — ये तो रघुवीर के लिए सीधा शिवलोक का बुलावा है! 🚩✨
Kawad Yatra: दुबई वाला भक्त – योगी-मोदी के इंतज़ाम ने बना दी यात्रा यादगार

रघुवीर का कहना है — ‘‘Kawad Yatra अब डर नहीं, दुआ बन गई है। पहले डर लगता था, अब योगी-मोदी ने शिवभक्तों को VIP बना दिया। कहीं लाइटें झिलमिला रही हैं, कहीं डीजे पर ‘बम बम भोले’ गूंज रहा है। जगह-जगह पानी, खाना, दवाइयां, डॉक्टर… सब भोले के नाम पर।’’
Kawad Yatra में रघुवीर को हर जगह शिवभक्तों की सेवा में तैनात लोग मिले — कोई पांव दबा रहा है, कोई छांव दे रहा है। बोले, ‘‘यह सब भोलेनाथ की लीला है।’’
🕉️ Kawad Yatra: भक्ति में डूबे भक्त बोले – योगी-मोदी को कोई नहीं हटा सकता
रघुवीर की जुबान से निकला — ‘‘सब भक्ति का असर है, मुस्लिम भाई भी कांवड़ियों को पानी पिला रहे हैं, जूस बांट रहे हैं, खाना खिला रहे हैं। कोई भेदभाव नहीं, सब भोले के बच्चे हैं। हम अच्छे रहेंगे तो सब अच्छे रहेंगे।’’
Kawad Yatra अब सिर्फ यात्रा नहीं, भाईचारे का तीर्थ बन गया है। बागपत से हरिद्वार तक सड़कें बोल रही हैं — ‘हर हर महादेव’।
Kawad Yatra : व्यवस्था पर छाया भक्तों का विश्वास
Kawad Yatra की वजह से इस बार यूपी की सड़कें हरिद्वार से लौटते भोले के भक्तों से पटी हैं। हर कोई कह रहा है – इस बार यात्रा में न तो डर है, न कोई डराने वाला। चारों ओर बस भोलेनाथ का जयकारा। लोग कह रहे हैं – अगर ये देश आगे बढ़ रहा है तो इसके पीछे सरकार की कड़ी मेहनत भी है। CCTV से लेकर मेडिकल कैंप तक, पुलिस पेट्रोलिंग से लेकर वाटर टैंकर तक – सब कुछ माकूल इंतज़ाम। यही वजह है कि एक ड्राइवर भी हजारों किलोमीटर दूर से सिर्फ अपने भोलेनाथ की भक्ति में डूबने वापस लौट आया।
🔱 KawadYatra: जब भोलेनाथ खुद कांवड़ खींचते हैं!
कहते हैं सावन वो महीना है जब भोलेनाथ खुद अपनी संतानों के कदमों में चलते हैं। हर बूंद गंगाजल की शिव के माथे पर चढ़ती है, हर डाक कांवड़िया भोले का दूत बन जाता है। दुबई से लौटे रघुवीर हों या गाँव के रामू — फर्क बस इतना कि कोई विदेश छोड़ आया, कोई दुकान छोड़। रास्ते में कोई मज़हब दीवार नहीं बनता, कोई राजनीति ज़ुबान नहीं खोलती — क्योंकि ‘हर हर महादेव’ की गूंज में सब शोर दब जाते हैं। लाइटें झिलमिलाती हैं, डीजे बजता है, शिवभक्त के क़दमों में सड़कें बिछ जाती हैं। यह सिर्फ कांवड़ यात्रा नहीं — यह वो भरोसा है कि जब इंसान सब छोड़ता है, तो भोलेनाथ थाम लेते हैं। सावन की इसी हवा में आज बागपत से हरिद्वार तक बस शिव हैं, शिवभक्त हैं और उनके कंधों पर टिकी ये आस्था है — कांवड़ कटती नहीं, भोलेनाथ खुद खींचते हैं! 🚩✨
बम बम भोले!

 
         
         
         
        