Bijnor Food Poisoning
Food Poisoning in Bijnor: जब भोज में दाल-रोटी की जगह उल्टी-दस्त परोसी गई
Food Poisoning in Bijnor Update
बिजनौर की तहसील नजीबाबाद के कनकपुर गांव में हुआ एक ऐसा ‘भोज’ जो थाली से सीधे अस्पताल तक ले गया। मामला इतना करारा निकला कि गांव के 35 से ज्यादा लोग लाइन से उल्टी-दस्त करते हुए हॉस्पिटल में भर्ती हो गए। भोज में भले ही नमक कम हो, लेकिन ‘जहर’ का स्वाद ऐसा था कि गांव की पूरी सेहत पस्त हो गई।
ये भोज था या ‘बायोलॉजिकल टेस्ट’? लोग खुश होकर खाने बैठे और उठते ही एंबुलेंस में लिटाए गए। ग्रामीणों के चेहरे पर दहशत, पेट में मरोड़ और मन में यही सवाल – “थाली में ज़हर कैसे घुस गया?”
35 लोग अस्पताल में भर्ती, 5 की हालत गंभीर
Food Poisoning in Bijnor
जैसे-जैसे ग्रामीणों की हालत बिगड़ने लगी, वैसे-वैसे गांव में हाहाकार मच गया।
जिन्हें ‘मीठे रसगुल्ले’ पसंद थे, उन्हें अब ‘कड़वी ग्लूकोज़’ चढ़ रही है।
मरीजों को एंबुलेंसों में भरकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। डॉक्टरों की पहली राय – “भाइयों, मामला फूड पॉइजनिंग का लग रहा है, पर इनका खाना किसने बनाया?”
हालात इतने बिगड़े कि पांच मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर ICU वाली ‘स्पेशल थाली’ परोसी गई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने पूरे गांव को घेर लिया, जैसे कोई आतंकी ऑपरेशन चल रहा हो – फर्क बस इतना कि दुश्मन ‘बिरयानी’ नहीं, ‘पकौड़ी’ निकली।
भोजन में मिलावट या पानी में ज़हर? जांच जारी है
Food Poisoning in Bijnor
स्थानीय लोगों का शक बिलकुल जायज़ है – भाई, खाना था या कैमिकल लोचा?
कुछ लोगों ने कहा कि दाल में शक है, कुछ बोले चटनी में झटका था, और कुछ ने कहा पानी ही जहर बन गया।
स्वास्थ्य विभाग ने खाने के सैंपल लेकर लैब भेज दिए हैं – अब रिपोर्ट आएगी तो पता चलेगा कि ‘पनीर’ दोषी था या ‘पूरियां’।

इस बीच प्रशासन मुस्तैद हो चुका है। जांच अधिकारी से लेकर कोतवाल साहब और सीओ महोदय तक पहुंच गए गांव – भोज की ‘रसीद’ लेने। अफसरों के साथ विधायक जी भी पहुंचे और अस्पताल में मरीज़ों से हाल-चाल पूछा, जिसमें एक ने उल्टी के बाद कहा – “नेता जी, थाली नहीं… जलेबी जैसी ज़िंदगी चाहिए!”
Vidhayak पहुंचे अस्पताल, भरोसा मिला – ‘इलाज मुफ्त और जांच फास्ट’
Food Poisoning in Bijnor
क्षेत्रीय विधायक जी भी इस हादसे पर दुख जताने पहुंचे, लेकिन लोग अब भरोसे से ज्यादा दही-चावल खाने की सलाह मांग रहे हैं।
विधायक ने कहा कि “किसी मरीज को इलाज से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा”, लेकिन गांव वालों की आंखों में वो सवाल अभी भी तैर रहा था – “भैया, अब अगली बार खाना खाएं या वसीयत लिखें?”
कनकपुर गांव में डर का माहौल, भोज की थाली अब इतिहास बन चुकी है
Food Poisoning in Bijnor
इस घटना के बाद कनकपुर गांव में सन्नाटा पसरा है।
जहां पहले ‘भोज का न्योता’ खुशियों की बात होती थी, अब लोग दूर से कहते हैं – “नजदीकी रिश्तेदार भी शादी में आएं, तो ‘टिफिन’ लेकर आएं।”
लोगों की आंखों में डर और मन में सवाल – ये गलती किसकी थी? रसोई का लापरवाह रवैया, सड़ा-सड़ा सामान, या प्रशासन की ढिलाई?
एक बात तो साफ है – इस ‘फूड पॉइजनिंग इन बिजनौर’ की थाली अब गांव के इतिहास की सबसे कड़वी थाली बन चुकी है।
