Moradabad में मानवता शर्मसार, उठ रहे गंभीर सवाल !
Moradabad News Update
Moradabad : मुरादाबाद जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र के पीपलसना ईदगाह के पास एक दिल दहला देने वाली घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया. सोमवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब एक पॉलिथीन में लिपटा हुआ नवजात शिशु का शव सड़क किनारे पड़ा मिला. इस दुखद दृश्य ने न केवल आसपास के लोगों को झकझोर दिया, बल्कि समाज में मानवता और संवेदनशीलता को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए.
मासूम की मौत का कारण क्या ?
स्थानीय लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया और शव का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक मासूम नवजात का शव पॉलिथीन में लपेटकर सड़क किनारे छोड़ दिया गया था. ये दृश्य इतना हृदयविदारक था कि इसे देखने वाले हर व्यक्ति का मन दुख और आक्रोश से भर गया. लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ये शव यहां कैसे पहुंचा? इस मासूम की मौत का कारण क्या था? और सबसे बड़ा सवाल, इसे इस तरह बेरहमी से क्यों फेंक दिया गया?
हैरानी की बात ये है कि इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों के बीच तेजी से फैलने के बावजूद भोजपुर थाना पुलिस को अभी तक इस मामले की कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है. ये स्थिति पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाती है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर पुलिस सक्रिय होती, तो शायद इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए शुरुआती सुराग मिल सकते थे. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस घटना को और भी चर्चा का विषय बना दिया है, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है.
ये किसी अपराध का हिस्सा है ?
इस घटना ने समाज में कई मुद्दों को उजागर किया है. नवजात शिशु का शव इस तरह सड़क पर मिलना न केवल अमानवीय है, बल्कि ये समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और नैतिक पतन का भी प्रतीक है. लोग ये भी पूछ रहे हैं कि क्या ये शव किसी अवैध गर्भपात या अनचाही संतान का परिणाम है? क्या ये किसी अपराध का हिस्सा है? इन सवालों के जवाब तलाशने की जिम्मेदारी अब पुलिस पर है.
कैसे पता चलेगा सच ?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई के अभाव में दोषियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. अब सभी की निगाहें पुलिस प्रशासन पर टिकी हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद पुलिस पर दबाव बढ़ गया है कि वो इस मामले की गहन जांच करे और दोषियों को जल्द से जल्द सामने लाए.ये देखना बाकी है कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता दिखाती है और क्या इस मासूम की मौत का सच सामने आ पाएगा ? इस घटना ने समाज को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मानवता के मूल्यों को बचाने के लिए हमें और सख्त कदम उठाने की जरूरत है.