 
                  Naveen Jaihind Selling Cars. सरकार से टकराव के चलते नवीन जयहिंद की बढ़ी मुश्किलें… बुरी तरह कर्ज में डूबे, गाड़ियां बेचने को हुए मजबूर.
Rohtak : हरियाणा में जयहिंद सेना के संयोजक Naveen Jaihind इन दिनों भारी कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं… करीब 50 लाख रुपये के कर्ज को चुकाने के लिए उन्हें अपनी दो गाड़ियां बेचने का फैसला लेना पड़ा जिनमें से एक बिक चुकी है. उन्होंने इसकी जानकारी फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए दी और कर्ज और किश्तों से परेशान होने की बात कही.
फेसबुक पोस्ट में जयहिंद का दर्द

नवीन जयहिंद ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा “दोनों गाड़ी बिकाऊ हैं. दिल के करीब और आंदोलनकारी भला करने वाली गाड़ियां हैं. कर्ज और किश्तों ने तंग कर रखा है. लेनदारी-देनदारी का हिसाब करना है. लेनदारी लोग देते नहीं, हमें तो देनदारी देनी पड़ेगी”. पोस्ट के जरिए जयहिंद ने अपनी स्कॉर्पियो N मॉडल 2022 और इसुजु मॉडल 2019 गाड़ियों को बेचने का ऐलान किया है. इस पोस्ट के सामने आने के बाद उनके कुछ समर्थकों ने मदद की पेशकश भी की है लेकिन जयहिंद ने साफ इनकार करते हुए कहा कि वे अपना कर्ज खुद चुकाएंगे. सामाजिक कार्यों के लिए चंदा ले सकते हैं, लेकिन निजी कर्ज के लिए नहीं.
क्या है कर्ज की वजह?
बताया जा रहा है कि नवीन जयहिंद पर 2022 से चले आंदोलनों के कारण 50 लाख रुपये का कर्ज चढ़ा है. गौड़ ब्राह्मण संस्था की पहरावर जमीन, बुजुर्गों की पेंशन और बेरोजगार युवाओं के लिए किए गए आंदोलनों में हुए खर्च ने उनकी आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया. हालांकि गाड़ियां बेचने से सिर्फ 15 लाख रुपये का कर्ज ही उतर पाएगा.
सरकार से टकराव से बढ़ी मुश्किलें

पिछले तीन सालों में जयहिंद ने हरियाणा सरकार के खिलाफ मुखर रुख अपनाया जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ीं हैं. उनके बाग में बने निर्माण को ढहा दिया गया और पहरावर जमीन पर बुलडोजर की कार्रवाई की तैयारी हुई. इन घटनाओं ने उनके आंदोलनों को और महंगा बना दिया.
अन्ना आंदोलन से जयहिंद सेना तक का सफर
नवीन जयहिंद ने दिल्ली में अन्ना हजारे के जन लोकपाल आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी. बाद में वे आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े और हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष बने. रोहतक लोकसभा से AAP उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा लेकिन Arvind Kejriwal से मतभेद के बाद उन्होने पार्टी छोड़ दी. इसके बाद उन्होंने जयहिंद सेना बनाई और सामाजिक मुद्दों पर आंदोलन शुरू किए.

 
         
         
        