 
                  UP के मशहूर माफिया-राजनेता रह चुके Mukhtar Ansari का बेटा उमर गिरफ्तार… फर्जी हस्ताक्षर और धोखाधड़ी करने का आरोप. मां आफ्शा अंसारी अब भी फरार.
संवाददाता – प्रदीप दुबे, गाजीपुर
Lucknow : गाजीपुर पुलिस ने माफिया-राजनेता Mukhtar Ansari के छोटे बेटे Umar Ansari को 3 अगस्त 2025 की रात लखनऊ के दारुल शफा इलाके से हिरासत में लिया है. उमर पर अपने पिता की गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई संपत्ति को अवमुक्त कराने के लिए अपनी मां आफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर और जाली दस्तावेजों का उपयोग करने का आरोप है.
क्या है पूरा मामला?

खबरों की मानें तो Umar Ansari ने गाजीपुर कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियां अधिनियम की धारा 14(1) के तहत कुर्क की गई अपने पिता की संपत्ति को छुड़ाने की मांग की गई थी. पुलिस का कहना है कि इस याचिका में उमर ने अपनी मां आफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर के साथ जाली दस्तावेज प्रस्तुत किए. आफ्शा अंसारी वर्तमान में फरार हैं और उनके खिलाफ गाजीपुर और मऊ पुलिस ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया हुआ है.
ED का लुकआउट नोटिस
आपको बता दें Mukhtar Ansari पत्नी अफ्शा अंसारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी लुकआउट नोटिस जारी किया है… कोर्ट में दस्तावेजों की जांच के दौरान फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसके बाद Gazipur के मुहम्मदाबाद थाने में उमर के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही यूपी की गाज़ीपुर पुलिस ने उमर को लखनऊ में उनके भाई और पूर्व विधायक अब्बास अंसारी के विधायक आवास से गिरफ्तार किया और आगे की कार्रवाई के लिए उसे गाजीपुर ले गई.
उमर का आपराधिक रिकॉर्ड
आपको ये जान कर हैरानी होगी कि Umar Ansari के खिलाफ ये छठा आपराधिक मामला है. इससे पहले उस पर धोखाधड़ी, जालसाजी, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लग चुके हैं. 2022 में उसके भाई अब्बास अंसारी के भड़काऊ बयान से जुड़े एक मामले में भी उमर का नाम सामने आया था, जिसमें अब्बास को दो साल की सजा हुई थी और उसकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी.
परिवार का भी आपराधिक बैकग्राउंड

वैसे तो सब जानते हैं लेकिन फिर भी याद दिला दें कि Mukhtar Ansari जिनका निधन 28 मार्च 2024 को बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हृदय गति रुकने से हुआ था, वो गैंग IS-191 के सरगना थे. उनके खिलाफ हत्या, अपहरण और जालसाजी जैसे कई मामले दर्ज थे. अप्रैल 2023 में उन्हें BJP विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में 10 साल की सजा और मार्च 2024 में फर्जी दस्तावेजों से हथियार लाइसेंस प्राप्त करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. अब ताजा मामले में पुलिस ने बताया कि Umar Ansari के खिलाफ जांच जारी है और इस मामले में नए तथ्य सामने आ सकते हैं. आफ्शा अंसारी की फरारी और अब्बास अंसारी के अन्य मामलों में जमानत पर होने के बीच ये गिरफ्तारी अंसारी परिवार के लिए एक और कानूनी चुनौती है.

 
         
         
        