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Bihar Voter Verification : चुनाव आयोग को Pappu Yadav ने बताया – “RSS का दफ्तर” – NDA के लिए टेंशन बढ़ाने वाली खबर
खबरीलाल.डिजिटल रिपोर्टर – पटना ब्यूरो
Bihar में Assembly Election जैसे-जैसे पास आ रहा है – वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भारत निर्वाचन आयोग पर तीखा हमला बोलते हुए इसे ‘आरएसएस का दफ्तर’ करार दिया है। Pappu Yadav ने इस मुद्दे पर न केवल केंद्र और बिहार सरकार को निशाने पर लिया – बल्कि इंडी अलायंस से अलग हो चुके आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया। पप्पू यादव ने 9 जुलाई को बिहार बंद और चुनाव आयोग के कार्यालय को घेरने का ऐलान किया है।
पप्पू यादव गरजे – ‘नोटबंदी के बाद अब वोटबंदी’
Bihar Voter List Revision: पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में Pappu Yadav ने कहा – “चुनाव आयोग अलाद्दीन का चिराग नहीं है। यह आरएसएस का कार्यालय बन गया है, जो बिहारियों के मतदान के अधिकार को छीनने की साजिश रच रहा है। नोटबंदी में जनता का पैसा छीना गया, अब वोटबंदी के जरिए वोट देने का हक छीना जा रहा है।”
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर निर्वाचन आयोग ने बिहार की पूरी मतदाता सूची रद्द कर दी और महज 25 दिनों में 1987 से पहले के कागजी सबूतों के आधार पर नई सूची बनाने का आदेश दिया है। पप्पू यादव ने इसे ‘बिहार और बिहारियों की अस्मिता पर हमला’ करार देते हुए कहा – “हम हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे। बिहारियों का हक छीनने वालों को जवाब देना होगा।”
गरीब-दलित का हक छीना जा रहा – पप्पू यादव
Bihar Politics: पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन का फैसला गरीब, दलित और अति-पिछड़ा वर्ग के मताधिकार को कुचलने की साजिश है। उन्होंने कहा – “वोट देना हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, लेकिन सरकार इसे छीनना चाहती है। बिहारियों को अब यह साबित करना होगा कि वे नेपाल या बांग्लादेश के नहीं, भारत के नागरिक हैं।”
Pappu Yadav नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा – “नोटबंदी के बाद अब वोटबंदी और टीचरों को सस्पेंड करने की धमकी दी जा रही है। यह अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा।”

बिहार बंद और हाईकोर्ट का रुख
Bihar Politics : Pappu Yadav ने 9 जुलाई को बिहार बंद का एलान करते हुए कहा – “हम सड़कें बंद करेंगे, चुनाव आयोग के दफ्तर को घेरेंगे और हाई कोर्ट में इस अलोकतांत्रिक फैसले के खिलाफ याचिका दायर करेंगे।” उन्होंने कांग्रेस के साथ इस मुद्दे पर एकजुटता जताई और कहा – “हम बिहार और बिहारियों के सम्मान के लिए जान दे देंगे, लेकिन अन्याय सहन नहीं करेंगे।” सोशल मीडिया पर भी पप्पू यादव छाए हुए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा – “चुनावी हार की बौखलाहट में एनडीए बिहारियों से वोट का अधिकार छीन रही है। यह लोकतंत्र पर हमला है।” उन्होंने जनता से इस ‘षड्यंत्र’ के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
विपक्ष का हंगामा – तेजस्वी और सिंघवी भी मैदान में
Bihar Election 2024 : नेता प्रतिपक्ष Tejaswi Yadav ने वोटर लिस्ट संशोधन को ‘लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश’ बताया। वहीं, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने सवाल उठाया – “2003 के बाद बिहार में चार-पांच चुनाव हुए, क्या वे सभी गलत या अविश्वसनीय थे?” विपक्ष का आरोप है कि यह कदम एनडीए की चुनावी हार की बौखलाहट का नतीजा है।
केजरीवाल और महाराष्ट्र पर भी हमला
Bihar Voter List : Pappu Yadav ने अरविंद केजरीवाल के बिहार में अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर तंज कसते हुए कहा – “चुनाव लड़ना सबका हक है…लेकिन केजरीवाल की रस्सी जल गई – पर ऐंठन नहीं गई।” इसके अलावा, उन्होंने महाराष्ट्र में बिहार, यूपी और झारखंड के हिंदी भाषियों पर हो रहे कथित अन्याय पर उद्धव ठाकरे को चेतावनी दी। उन्होंने कहा – “महाराष्ट्र में बिहारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। अगर हिंदीवासियों पर हमला हुआ, तो यह रण बहुत भीषण होगा।” 
                            
                        
	                    
 
         
         
        