Moradabad Accident News- सड़क हादसे में डॉक्टर की मौत
Moradabad Road Accident: हाईवे बना मौत का कटघरा
Moradabad Accident News:मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे थाना क्षेत्र का नियामतपुर इकरोटिया टोल प्लाजा एक बार फिर ‘Road Accident’ की हकीकत में तब्दील हो गया। बुधवार दोपहर डॉक्टर पीयूष श्रीवास्तव अपनी कार से टीएमयू मेडिकल कॉलेज जा रहे थे, लेकिन लकड़ी से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली ने उनकी जिंदगी को बीच हाईवे पर कुचल डाला। हादसा इतना जबर्दस्त था कि कार के एयरबैग खुल गए लेकिन किस्मत बंद हो गई।
Road Accident: परिवार का इकलौता चिराग बुझा
टीएमयू के सर्जन डॉक्टर पीयूष श्रीवास्तव सड़क पर तो जिंदगी बचा न सके लेकिन जिंदगी भर मरीजों की सांसें बचाते रहे। अब उनके परिवार में सिर्फ मातम है — पत्नी, तीन बच्चे बेसुध पड़े हैं। एकमात्र बेटा, सारी उम्मीदें एक झटके में ‘Road Accident’ की भेंट चढ़ गईं।
Moradabad Accident News: सिस्टम सोता रहा, मौत भागती रही
मौके पर थाना प्रभारी मूंढापांडे राजीव कुमार शर्मा पुलिस टीम के साथ पहुंचे। शव पोस्टमार्टम को भेजा गया, ट्रैक्टर ट्रॉली पर कार्रवाई की बात कही गई। लेकिन सवाल वही — हाईवे पर ओवरलोड ट्रॉली धड़ल्ले से दौड़ रही हैं, ट्रैफिक सिस्टम ठप है। यह हादसा बताता है कि Road Accident महज खबर नहीं, हर रोज की हकीकत है।
Moradabad Accident News: क्या फिर लौटेगा बेटा?

जरा सोचिए, मुरादाबाद में हुए इस ‘Road Accident’ ने एक डॉक्टर को लील लिया — वो डॉक्टर जो अस्पताल में मौत को हराता था। लेकिन ओवरलोड ट्रॉली, लापरवाह ट्रैफिक और सिस्टम की नींद ने उसका खेल खत्म कर दिया। अब सिर्फ आँसू हैं और सवाल — क्या ट्रैफिक विभाग जागेगा? क्या सड़कें सुरक्षित होंगी? जवाब कोई नहीं देगा।
Moradabad Accident News: हादसा रुकेगा कब?
कहने को तो हर जिले में पुलिस, हाईवे पेट्रोलिंग और RTO की फौज बैठी है, लेकिन इनकी आंखों के नीचे ओवरलोड ट्रॉली, खराब ट्रक, बिना फिटनेस वाले वाहन आराम से फर्राटा भरते हैं। जब हादसा होता है, तो सब फाइलों में बंद होकर रह जाता है। मुरादाबाद का ये ‘Road Accident’ भी क्या किसी फाइल में दबकर खत्म हो जाएगा या फिर किसी अफसर की कुर्सी हिलेगी? सवाल वही खड़ा है — सड़क पर जिंदगी की कीमत आखिर इतनी सस्ती क्यों?
Road Accident: सड़क पर सिस्टम ने की हिफाजत की हत्या
जो डॉक्टर रोज मरीजों को ऑपरेशन थिएटर में नई जिंदगी देता था, उसे एक गड्ढा भरने वाला विभाग, एक चालान काटने वाला अफसर और एक फिटनेस चेक करने वाला इंस्पेक्टर नहीं बचा सका। यही है हमारे देश का ट्रैफिक सिस्टम! ‘Road Accident’ रोकने की फाइलें बस मीटिंग रूम की चाय में घुल जाती हैं। लेकिन उस चाय की चुस्की में डॉक्टर पीयूष श्रीवास्तव जैसे कितने बेटे खो जाते हैं, इसका हिसाब कौन देगा?
Moradabad Accident News: कब जागेगा मुरादाबाद?
अब लोग फिर कहेंगे — ‘हो गया हादसा, अब क्या कर सकते हैं’। लेकिन क्या वाकई कुछ नहीं किया जा सकता? क्या हर घर से एक बेटा सड़क पर लुटेगा? Road Accident कोई मौसम नहीं, सिस्टम की नाकामी है। मुरादाबाद, यूपी और पूरा देश जब तक ट्रैफिक सिस्टम को लात मारकर नहीं खड़ा करेगा, तब तक टोल प्लाजा, हाईवे और मोड़ — सब मौत के मचान बने रहेंगे।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: सलमान युसूफ…
📍 लोकेशन: मुरादाबाद, यूपी
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