Moradabad Plastic Milk
Moradabad Plastic Milk की हैरान करने वाली हकीकत सामने आई, जब एक सभासद के घर उबला दूध प्लास्टिक में बदल गया। वीडियो वायरल होते ही खाद्य विभाग हरकत में आया, छापेमारी शुरू हुई और दूध विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। ठाकुरद्वारा की गलियों में अब ‘दूध नहीं, धोखा’ की फुसफुसाहट गूंज रही है।
✍️ Written by: Khabrilal.Digital Desk
मुरादाबाद में दूध नहीं, प्लास्टिक उबाल रहे थे लोग! सभासद के घर में उफना सिस्टम का सच
“अब दूध में Calcium नहीं, Chemical है!
और चाय में सुकून नहीं, सिस्टम की सड़ांध है।”
ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद।
यहां का दूध अब गाय-भैंस से नहीं, शायद कहीं की फैक्ट्री से निकलता है – वो भी सीधे प्लास्टिक के पैकेट में प्लास्टिक की ‘साफ-सुथरी मिलावट’ के साथ। जी हां, मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा क्षेत्र में दूध में प्लास्टिक जैसी परत निकलने का मामला सामने आया है, और वो भी किसी मामूली ग्राहक के नहीं, सभासद नदीम एडवोकेट के घर से।
जब दूध उबला नहीं, जम गया!

छिपियाँन मस्जिद के पास से खरीदा गया दूध जब सभासद के घर की कढ़ाई में पहुंचा, तो उसका हाल देख घरवाले नहीं, गूगल सर्च करने लगे – “प्लास्टिक बनने वाला दूध कैसे पहचानें?”
दूध को उबालने पर वो जम गया, रबर सा खिंच गया, और “स्वस्थ भारत” के नारों को सीधे जला गया।
सभासद ने बनाया वीडियो, सिस्टम को किया ‘वायरल’> Moradabad Plastic Milk
सभासद नदीम ने दूध के साथ नहीं, सिस्टम की थैली खोल दी। वीडियो वायरल हुआ, तो जनता को पहली बार दिखा कि असली मिलावट तो सिर्फ दूध में नहीं, व्यवस्था की चुप्पी में है।
सभासद ने सीधे खाद्य विभाग को शिकायत दी, लेकिन सवाल ये है कि शिकायत दूध की थी या सरकारी मशीनरी की घुट्टी हुई नीयत की?
छापेमारी में वसीम पकड़ा गया, नाम आया मुशाहिद का!

मछली बाजार में खाद्य विभाग की टीम गई तो समझिए दूध विक्रेताओं में ऐसा भगदड़ मचा, मानो कोई ‘दूध-बम’ फट गया हो।
विक्रेता वसीम से सैंपल लिया गया, लेकिन उसने सीधे पल्ला झाड़ लिया – “हमारा दूध नहीं था, वो तो मुशाहिद का था!”
अब नाम मुशाहिद का, सैंपल वसीम से और जवाबदेही विभाग की?
ये मिलावट नहीं, प्रशासनिक ब्रह्मास्त्र है – सब गोल-गोल घुमा दो।
हमारे संवाददाता ने जब संबंधित अधिकारी से बात की, तो जनाब सीधे पल्ला झाड़ गये। और आलाधिकारी से बयान लेने का राग अलापने लगे।
शहर में ‘दूध मंडी’ नहीं, ‘केमिकल फैक्ट्री’ है? Moradabad Plastic Milk
घटना के बाद दूध विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। कोई अपने ठेले समेत गायब हो गया, कोई दूध के डिब्बों को सड़क किनारे छोड़कर भागा।
जांच जारी है लेकिन सवाल फिर वही—
“दूध में क्या मिला था? दूधवाले को पकड़ा जाएगा या सिर्फ सैंपल के साथ विभाग सेल्फी लेगा?”
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बोले – जांच कर रहे हैं
खाद्य अधिकारी ने वही पुरानी सीडी चला दी – “सेम्पल भर लिया गया है, जांच जारी है, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे…”
पर जनता अब पूछ रही है –
“जब तक रिपोर्ट आएगी, तब तक कितने बच्चों की सेहत को प्लास्टिक बना दिया जाएगा?”
खबरीलाल की सीधी चाय की चुस्की:Moradabad Plastic Milk
“ये शहर अब मिठास नहीं, मिलावट पर चलता है।
यहां दूध में गाय नहीं, प्रशासन का डर झांकता है।
सभासद का घर था, तो वीडियो बन गया…
आम आदमी होता, तो चुपचाप ‘प्लास्टिक’ पचा लेता!”रिपोर्ट: सलमान यूसुफ,मुरादाबाद
