Moradabad News: पुलिस हो तो ऐसी, सतर्कता, सजगता, संवेदनशीलता को सलाम
Moradabad News: यातायात पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मानवीय संवेदना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जागरूकता और समय पर की गई कार्रवाई किसी की जान बचा सकती है. मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के गेट नंबर-3 के पास एक लॉ कॉलेज के प्रचार वाहन (ओमनी वैन) के चालक को अचानक हार्ट अटैक पड़ने से वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गया. इस दौरान वहां ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी राजपाल और आरक्षी सोनवीर सिंह ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की.
दोनों पुलिसकर्मियों ने बिना समय गंवाए चालक को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया, जिससे चालक की हालत में सुधार हुआ. इसके बाद तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर चालक को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने समय पर प्राथमिक उपचार शुरू कर उसकी जान बचाई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें यातायात पुलिसकर्मियों की तत्परता और मानवीयता की जनता द्वारा खूब सराहना की जा रही है.
क्या है सीपीआर?
सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जो हृदय गति रुकने या सांस लेने में तकलीफ होने पर जान बचाने में मदद करती है. इसमें छाती को दबाने और कृत्रिम सांस देने की प्रक्रिया शामिल होती है, जिससे शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह बना रहता है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने की प्रशंसा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुरादाबाद ने इस सराहनीय कार्य के लिए मुख्य आरक्षी राजपाल और आरक्षी सोनवीर सिंह को प्रशस्ति पत्र और 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि दोनों पुलिसकर्मियों ने अपनी सूझबूझ, त्वरित कार्रवाई और मानवीय संवेदना से न केवल एक व्यक्ति की जान बचाई, बल्कि यातायात पुलिस की छवि को भी गौरवान्वित किया.


जागरूकता की अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील की है कि सभी नागरिकों को सीपीआर के बारे में जानकारी और जागरूकता हासिल करनी चाहिए. ऐसी आपात स्थिति में समय पर सीपीआर जैसी प्रक्रिया अपनाकर किसी की जान बचाई जा सकती है. उन्होंने कहा, “जागरूकता जीवन बचा सकती है.”
जनता ने की सराहना
इस घटना के बाद मुरादाबाद यातायात पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मानवीय संवेदना की जनता ने जमकर प्रशंसा की है. सोशल मीडिया पर लोग पुलिसकर्मियों के इस कार्य को एक मिसाल के रूप में देख रहे हैं.मुरादाबाद यातायात पुलिस के इस कार्य ने एक बार फिर साबित किया है कि सेवा, सुरक्षा और सद्भावना के साथ की गई त्वरित कार्रवाई न केवल जीवन बचा सकती है, बल्कि समाज में विश्वास और सम्मान भी बढ़ाती है.
