 
                  Moradabad News: अपनों ने जाल में फंसाया, रुपए ठगे, फिर दे डाली धमकी!
Moradabad News Update
Moradabad News: मुरादाबाद के व्यापारी राहुल गुप्ता के साथ 15 लाख 50 हजार रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में मुख्य आरोपी कमल रेडियोज़, बुद्ध बाजार के मालिक गिरधर गोपाल और उनकी पत्नी मंजू गुप्ता पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है. राहुल गुप्ता ने बताया कि उनके रिश्तेदारों ने ही उन्हें कारोबार के नाम पर जाल में फंसाया और अब उन्हें बलात्कार और जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं.
ठगी की कहानी: रिश्तेदारों ने बुना जाल
राहुल गुप्ता के अनुसार, गिरधर गोपाल की पत्नी मंजू गुप्ता ने उनसे कारोबार के लिए मदद मांगी. रिश्तेदारी का भरोसा होने के कारण राहुल ने 17 लाख रुपये का माल उपलब्ध कराया. मंजू ने ऑनलाइन माध्यम से डेढ़ लाख रुपये वापस किए, लेकिन शेष 15.50 लाख रुपये पिछले दो वर्षों से नहीं लौटाए गए. जब राहुल ने पैसे मांगे, तो उन्हें बलात्कार का झूठा आरोप लगाने और जान से मारने की धमकियां मिलीं. इस ठगी में गिरधर गोपाल के साथ उनके रिश्तेदार कमल, विशाल गुप्ता, मानु गुप्ता और वैशाली गुप्ता भी शामिल बताए जा रहे हैं.


कानूनी लड़ाई और पुलिस की निष्क्रियता
राहुल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने कई बार कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया, लेकिन थाना मझोला पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. पुलिस ने कई बार गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किए, फिर भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. राहुल ने आरोपियों के खिलाफ चेक बाउंस का मुकदमा भी दायर किया, लेकिन शातिर आरोपियों ने उल्टा उन पर चेक चोरी का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया. इससे परेशान राहुल ने मुरादाबाद के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.
राहुल की गुहार: “हमें इंसाफ चाहिए”
मीडिया से बातचीत में राहुल गुप्ता ने कहा, “ये लोग इतने शातिर हैं कि अपने रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ते. मैंने भरोसे में माल दिया, लेकिन अब मुझे धमकियां मिल रही हैं. थाना मझोला पुलिस की निष्क्रियता से हम परेशान हैं.” उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. राहुल ने मांग की है कि ऐसे मास्टरमाइंड ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि अन्य लोग इस तरह की ठगी से बच सकें.

पुलिस पर सवाल
इस मामले में थाना मझोला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. राहुल का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को संरक्षण दे रही है, जिसके कारण वे अब तक कानून के शिकंजे से बाहर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के शातिर ठग बिना स्थानीय समर्थन के इतने लंबे समय तक सक्रिय नहीं रह सकते. पुलिस प्रशासन पर उठते सवालों के बीच पीड़ित पक्ष को मुरादाबाद पुलिस और प्रशासन से अपेक्षा है कि वे इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करें, ताकि पीड़ित को न्याय मिले और ठगों के हौसले पस्त हों.

 
         
         
        