दिल्ली की एक खूबसूरत हसीना ने रची अपने प्यार को पाने के लिए एक खौफनाक साजिश? पिता को बताया और शादीशुदा Boyfriend की बीवी को निपटाया.! 10 लाख में दी सुपारी.
New Delhi : 29 अक्टूबर 2018 को दिल्ली के बवाना में सुनीता सहरावत नाम की एक महिला की हत्या ने सनसनी मचा दी थी… सुनीता हरियाणा के Sonipat में एक सरकारी स्कूल में टीचर थीं जिनकी सुबह करीब 8 बजे स्कूल जाते समय बवाना के सुनसान इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई. एक राहगीर ने खून से लथपथ सुनीता को देखा और अस्पताल पहुंचाया लेकिन गोलियों से हुए गंभीर घावों के कारण उनकी जान नहीं बच सकी. पुलिस ने उनके बैग से मिले पहचान पत्र से उनकी शिनाख्त की और पति मंजीत को जानकारी दी. मंजीत एक Property Dealer था… वो अस्पताल पहुंचा और जोर जोर से रोने लगा. उसने दिखाया कि पत्नी की मौत से वो कितना दुखी है… लेकिन जब जांच में जो खुलासा हुआ उसने सभी के रौंगटे खड़े कर दिए.
पुलिस जांच और डायरी का खुलासा

पुलिस ने सुनीता की Call Details निकलवाईं और घर की तलाशी शुरू कर दी. टीचर सुनीता के कमरे से मिली एक डायरी में सुनीता ने अपने पति मंजीत के Delhi-Mumbai की Model cum Actress Angel Gupta के साथ अफेयर और अपनी जान को खतरे की आशंका बारे में लिखा था. डायरी में एंजेल को अपनी शादी के टूटने का कारण बताया गया था. पुलिस ने इस सुराग के आधार पर मंजीत को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की. पुलिस पूछताछ में मंजीत टूट गया और उसने हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल कर ली.
Angel Gupta का पूरा बैकग्राउंड
Angel Gupta का असली नाम शुभप्रिया था… एंजेल का जन्म दिल्ली में एक भारतीय पिता और ब्रिटिश मां के यहां हुआ था. बचपन में पिता के निधन के बाद उनकी मां ने एक दूसरे रईस बिजनेसमैन राजीव से शादी कर ली जो एंजेल का सौतेला पिता बना. राजीव ने एंजेल की परवरिश अपनी बेटी की तरह की और उनकी मॉडलिंग की इच्छा को पूरा किया.
Mumbai में मॉडलिंग की शुरुआत

एंजेल ने मुंबई में मॉडलिंग और छोटे-मोटे रोल करने शुरू कर दिए… वो बेहद खूबसूरत थी इसलिए काम मिलनें में ज्यादा परेशानी नहीं हुई. साल 2016 में फिल्म ‘भौरी’ के ‘झुमका लिया बरेली से’ Item Song से एंजेल को पहचान मिली. उसने लगभग 20 बॉलीवुड फिल्मों में छोटे मोटे रोल किए और कुछ Item Song किए. हालांकि उसका करियर ज्यादा नहीं चला और आर्थिक तंगी के चलते वो वापस दिल्ली लौट आई.
एंजेल और मंजीत का रिश्ता
2012 की बात है जब गुरुग्राम के एक हाई-प्रोफाइल क्लब में Filmy Style में एंजेल की मुलाकात मंजीत से हुई. कुछ बदमाशों ने Angel Gupta का पर्स छीनने की कोशिश की थी और मंजीत ने हीरो की तरह एंट्री मार कर एंजेल की मदद की थी. इससे इंप्रेस होकर एंजेल ने मंजीत से दोस्ती की जो जल्द ही प्यार में बदल गई. बाद में मंजीत ने बताया कि वह शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है लेकिन एंजेल का जुनून कम नहीं हुआ. दोनों का रिश्ता चार साल तक चला जिसमें मंजीत कई बार एंजेल के दिल्ली के रानी बाग वाले घर में रुका.
सुनीता बनी Love Story में विलेन

साल 2014 में सुनीता को मंजीत के फोन में Angel Gupta के साथ आपत्तिजनक तस्वीरें मिलीं जिसके बाद उनके घर में झगड़े शुरू हो गए… सुनीता ने मंजीत से रिश्ता खत्म करने को कहा लेकिन वह नहीं माना. एक बार मंजीत 5 महीने तक एंजेल के साथ रहा लेकिन सुनीता की आत्महत्या की धमकी के बाद उसे घर लौटना पड़ा.
कैसे रची हत्या की साजिश?
2018 तक Angel Gupta का करियर पूरी तरह ठप हो चुका था… अब वो मंजीत के साथ शादी करके सेटल होना चाहती थी… लेकिन सुनीता ऐसा होने नहीं दे रही थी. ये बाद एंजेल ने अपने सौतेले पिता राजीव को बताई. राजीव ने मंजीत को बुलाकर सुनीता को तलाक देने या एंजेल से अलग होने को कहा. मंजीत ने सुनीता से तलाक की बात की लेकिन सुनीता ने साफ मना कर दिया. इससे नाराज Angel Gupta ने सुनीता को रास्ते से हटाने का फैसला किया.
सुनीता को रास्ते से हटाने का फैसला

सुनीता को रास्ते से हटाने एंजेल ने सौतेले पिता राजीव से मदद मांगी. राजीव ने भी तुरंत अपने ड्राइवर दीपक को काम पर लगा दिया. दीपक को सुपारी किलर ढूंढने का जिम्मा दिया गया. दीपक ने दो शूटरों, विशाल उर्फ जॉनी और शहजाद सैफी से संपर्क कराया. शूटरों ने शुरू में 18 लाख रुपये मांगे लेकिन एंजेल ने 10 लाख रुपये में सौदा तय किया. 50,000 रुपये एडवांस और बाद में 1.5 लाख रुपये दिए गए. एंजेल और राजीव ने सुनीता की तस्वीरें और स्कूल जाने का रास्ता शूटरों को दिया. मंजीत का काम था सुनीता के घर से निकलने की जानकारी देना.
3 दिन तक टली हत्या, चौथे दिन वारदात
26 अक्टूबर 2018 – सबसे पहले इसी दिन शूटरों ने सुनीता की हत्या की कोशिश की थी… लेकिन सुनीता थोड़ी देर से निकली और शूटर समोसे खाने में व्यस्त हो गए इस वजह से वो मौका चूक गए.
27 अक्टूबर 2018 – शनिवार का दिन था और करवाचौथ की वजह से सुनीता घर से नहीं निकली… इस तरह से शूटर दूसरे दिन भी मौका चूक गए.
28 अक्टूबर 2018 – रविवार का दिन होने की वजह से स्कूल की छुट्टी थी. सुनीता फिर घर से नहीं निकलीं. इस तरह से हत्या का प्रोग्राम एक दिन और लेट हो गया.
29 अक्टूबर 2018 – आखिरकार इस दिन सुबह 7 बजे मंजीत ने शूटरों को मिस्ड कॉल देकर सुनीता के निकलने की जानकारी दी. बवाना के सुनसान इलाके में शूटरों ने सुनीता को निशाना बनाया और तीन गोलियां चलाईं. दो गोली उनके पेट में लगीं और एक छाती पर. इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस जांच और दोषियों को सजा

हत्याकांड की जांच के लिए ACP सौरभ चंद्र और इंस्पेक्टर धर्म देव की अगुआई एक विशेष जांच टीम बनाई गई जिसनें सुनीता की डायरी, कॉल रिकॉर्ड, CCTV और बैंक लेनदेन के आधार पर पूरी साजिश का खुलासा किया. हत्या वाले दिन यानि 29 अक्टूबर 2018 को मंजीत से पूछताछ की गई और डायरी की निशानदेही पर उसे हिरासत में लिया गया. 24 घंटे के अंदर Angel Gupta, उसके सौतेले पिता राजीव और ड्राइवर दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर विशाल और शहजाद भी पकड़े गए.
7 साल बाद अपराधियों को सज़ा
करीब सात साल बाद 28 अप्रैल 2025 को दिल्ली की Rohini Court नें सभी छह आरोपियों को सरकारी स्कूल टीचर सुनीता की हत्या और आपराधिक साजिश के लिए दोषी ठहराया और मई 2025 में सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. एक हंसते खेलते परिवार को खत्म करने वाली Angel Gupta और बाकि सभी अपराधी अब दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद हैं.

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