मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट की तैयारी जंग का इशारा! अब क्या होने वाला है।

India-Pakistan Tension– पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि, हमले को अंजाम देने वाले और इसकी साजिश रचने वालों को उसकी सोच से भी बड़ी सजा दी जाएगी।पीएम मोदी ने जो कहा था, अब वो धरातल पर दिखाई देने लगा है। मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट की तैयारी ने ये साफ कर दिया है, कि भारत कुछ बड़ा करने वाला है। दुश्मनों को तगड़ा सबक सिखाने वाला है।

मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट का अभ्यास
7 मई दिन बुधवार यानि कल मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट का अभ्यास किया जाना है।यहां सवाल उठता है कि, आखिर ये मॉक ड्रिल और ब्लैक ऑउट क्या है।ये क्यों होता है। इसमें क्या-क्या किया जाता है। और 7 मई से पहले देश में कब-कब मॉक ड्रिल और ब्लैक ऑउट का अभ्यास किया गया है। चलिये सब विस्तार से बताते हैं आपको।
मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट में क्या होता है?
जैसा कि आप जानते हैं कि, पहलगाम हमले के बाद भारत और पाक के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं। भारत ने साफ कर दिया है कि,इस बार वो पाकिस्तान को करारा जवाब देगा। इसी के मद्देनजर सेना सारी तैयारी कर रही है। जंग होगी तो उससे पहले दुश्मन के मिसाइलों और बमों से बचने का तरीका भी जानना जरूरी है।मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट इसी तैयारी का हिस्सा है।

बता दें कि, जंग या आपातकाल के समय इस तरह के अभ्यास किये जाते हैं। इस अभ्यास के दौरान हवाई हमले का सायरन बजाया जाता है।और दुश्मन देश के हवाई हमलों को लेकर अलर्ट हो जाने और सुरक्षित जगहों पर जाने की ट्रेनिंग दी जाती है।1971 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के दौरान इसका अभ्यास किया गया था।

बुधवार को क्या-क्या होगा?
7 मई यानि कल कई जिलों में आधिकारिक रूप से सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया गया है।इस अभ्यास में जिला प्रशासन, Civil Defence Warden, Home Guard, NCCके कैडेट, NSS के वॉलिंटियर, NKYS के सदस्य और छात्र शामिल होंगे। इस ड्रिल से पहले राजधानी दिल्ली में एक बैठक हुई, जिसमें सभी राज्यों के चीफ सेकेट्री और तीनों सेनाओं के चीफ मौजूद थे।

क्या-क्या होगा अब समझिये?
मॉक ड्रिल के दौरान सबसे पहले हवाई हमले को लेकर अभ्यास किया जाएगा। इस दौरान एयर स्ट्राइक के हमले का सायरन बजाया जाएगा..जिससे लोग ये समझ सकें कि,हवाई हमला होने जा रहा है, और वो सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।जहां-जहां ये अभ्यास किया जाएगा वहां के निवासियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए वर्कशाप का आयोजन किया जाएगा।जिसमे ये बताया जाएगा कि, हवाई हमले के दौरान कैसे खुद का और अपने परिवार का बचाव करें।

ब्लैक आउट की प्रैक्टिस होगी
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के साथ ही अचानक ब्लैकआउट का भी अभ्यास किया जाएगा। इस अभ्यास में लाइट काट दी जाएगी। और Light करने वाले Equipment भी बंद कर दिये जाएंगे।जिससे एयर स्ट्राइक के दौरान दुश्मन देश के फाइटर जेट से बचा जा सके।
इन इमारतों को ढका जाएगा
Camouflage Exercises दौरान रणनीतिक इमारतों, संचार टावरों सैनिक ठिकानों, पार्लियामेंट, और इलेक्ट्रिक संयंत्रों को इस तरह से ढका जाएगा, जिससे किसी सैटेलाइट और हवाई हमले के दौरान इनकी पहचान न हो सके।

लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रैक्टिस
इस अभ्यास के तहत खतरे वाली जगहों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रैक्टिस की जाएगी। इस अभ्यास का मकसद Emergency के दौरान होने वाली All possible troubles की पहचान की जाएगी। और फिर उनसे निकलने के लिए जो कदम उठाना है उसका अभ्यास किया जाएगा।
युद्ध के हैं ये सब संकेत!
मोदी सरकार की इन तैयारियों से यो तो साफ हो गया है कि, सरकार इस बार पाकिस्तान को कभी भूलने वाला सबक सिखाने की तैयारी कर रही है। ये सबक पाकिस्तान के दो टुकड़े करके हो सकता है,या फिर पीओके को भारत में मिलाकर।अब देखना होगा मोदी सरकार इनमे से कुछ करती है या कुछ और।
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