MNREGA Scam में प्रधानों ने खोला पोल-खोल मोर्चा!
बलरामपुर में MNREGA Scam Protest ने कलेक्ट्रेट को हंगामे का अखाड़ा बना दिया! ग्राम प्रधानों, सचिवों और रोजगार सेवकों ने मनरेगा घोटाले, अफसरशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ मंगलवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। नारेबाजी के साथ बुद्धा पार्क से कलेक्ट्रेट तक पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने डीएम पवन अग्रवाल को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई और योजनाओं में पारदर्शिता की मांग की।
MNREGA Scam की बत्ती गुल, अफसरशाही की बिजली फुल
बलरामपुर में मंगलवार को ऐसा कोहराम मचा कि कलेक्ट्रेट किसी बॉलीवुड फिल्म के सेट सा लगने लगा! MNREGA Scam Protest के तहत ग्राम प्रधानों, सचिवों और रोजगार सेवकों ने भ्रष्टाचार और अफसरशाही के खिलाफ हल्ला बोल दिया। नई कचहरी से बुद्धा पार्क तक नारेबाजी करते हुए ये हुजूम कलेक्ट्रेट पहुंचा, लेकिन पुलिस ने बुद्धा पार्क पर ही रोक लिया।
कागजी तालाब, जेल में मेट, और अफसरों की मौज
प्रधान संघ के उपाध्यक्ष अनूप पांडे ने ऐसा खुलासा किया कि सुनकर अफसरों के पसीने छूट जाएं। पचपेड़वा की ग्राम पंचायत विशुनपुर नंदनगर में मनरेगा के तहत बने तीन तालाब कागजों पर तो लहरा रहे हैं, लेकिन हकीकत में शायद कोई बूंद भी नहीं! जांच हुई, गड़बड़ी पकड़ी गई, लेकिन दोषियों को सजा की जगह पैसे का भुगतान! और तो और, बेलभरिया में एक महिला मेट को झूठे केस में जेल ठूंस दिया गया, जबकि जांच में कुछ गलत नहीं मिला। MNREGA Scam का ये ड्रामा इतना रसीला है कि लगता है, तालाब सूखे हैं, लेकिन अफसरों की जेबें गीली हैं!
जल जीवन मिशन या सड़क तोड़ मिशन?

मनरेगा ही नहीं, जल जीवन मिशन भी इस ड्रामे का हिस्सा बन गया। पाइपलाइन डाल दी, लेकिन सड़कों की मरम्मत? अरे, वो तो अफसरों के सपनों में भी नहीं! पानी की टंकियां फट रही हैं, ग्रामीण गड्ढों में गिर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों को टेंशन लेने की फुर्सत कहां? और हां, वृक्षारोपण का हाल तो और मज़ेदार है—कागजों पर जंगल उग गए, लेकिन ज़मीन पर एक टहनी भी नहीं! महामंत्री शशिकांत त्रिपाठी ने तंज कसते हुए कहा, “पंचायत समिति की स्वीकृति बिना योजनाएं पास, और काम तो ऐसा कि, कागजों पर चकाचक, और असल में सफाचट्ट।
MNREGA Scam:अनिश्चितकालीन हड़ताल का तड़का
प्रदेश सचिव विजय त्रिपाठी ने चेतावनी दी कि अगर दोषियों पर कार्रवाई और योजनाओं में पारदर्शिता नहीं आई, तो सभी पंचायत प्रतिनिधि अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। संजय मिश्रा, संतोष मिश्रा, और अमरनाथ राय जैसे जनप्रतिनिधियों ने भी इस आंदोलन में पूरा दम लगाया। लगता है, ये MNREGA Scam का ड्रामा अब बलरामपुर की सड़कों से लेकर अफसरों की कुर्सियों तक हंगामा मचाएगा। क्या डीएम साहब इस तमाशे का पटाक्षेप करेंगे, या ये जंग और रसीली होगी?
MNREGA Scam:बलरामपुर में भ्रष्टाचार का भूत क्यों?
बलरामपुर में मनरेगा, जल जीवन मिशन, और वृक्षारोपण योजनाओं में गड़बड़ियां कोई नई बात नहीं। लेकिन इस बार ग्राम प्रधानों ने ऐसा हल्ला बोला कि अफसरों की कुर्सियां डोलने लगीं। कागजों पर तालाब, फटी टंकियां, और जंगल का जादू—ये सब अफसरशाही की मेहरबानी का नमूना है। प्रदर्शन में शामिल राहुल तिवारी और मनोज वर्मा ने कहा, “जब तक भ्रष्टाचार का भूत नहीं उतरेगा, हम चुप नहीं बैठेंगे।” अब ये भूत उतरेगा या अफसरों की जेब में ही डेरा डालेगा, ये तो वक्त ही बताएगा।
✅ Written by khabarilal.digital Desk
✅ 📍 Location: बलरामपुर
✅ 🗞️Reporter: राहुल रतन
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