Medical Revolution in Bareilly: बिना चीरे, बिना तार…हार्ट सर्जरी में क्रांति
बरेली के Mission Hospital में कमाल हो गया! मिशन अस्पताल ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। शहर में पहली बार बिना चीरे और बिना तार के आधुनिक लीडलेस पेसमेकर प्रत्यारोपण की उपलब्धि ने न केवल बरेली – बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का नाम चमका दिया है। यह क्रांतिकारी सर्जरी 87 साल केबुजुर्ग मरीज के लिए एक नई जिंदगी का तोहफा बनी – जिसने बिना किसी बड़े ऑपरेशन के उनके दिल की धड़कन को सामान्य कर दिया। आधुनिक चिकित्सा की इस नई तकनीक ने मरीजों के लिए तेज रिकवरी और सुरक्षित इलाज का रास्ता खोल दिया है।
Medical Revolution in Bareilly: एक छोटी सी चिप ने बदली जिंदगी
87 साल के एक बुजुर्ग मरीज – जिनका दिल धीरे-धीरे अपनी लय खो रहा था….उनके लिए बरेली का मिशन हॉस्पिटल उम्मीद की किरण बना। पारंपरिक पेसमेकर सर्जरी में बड़े चीरे, तारों की जटिलता और लंबी रिकवरी का डर होता है, लेकिन बरेली के Mission Hospital ने इस बार कुछ ऐसा किया – जो न केवल बरेली – बल्कि पूरे भारत में चर्चा का विषय बन गया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. तन्मय अग्रवाल ने मेडट्रॉनिक कंपनी के माइक्रा वीआर टू (Micra VR2) लीडलेस पेसमेकर का उपयोग कर एक ऐसी सर्जरी की – जिसमें न चीरा लगा, न तार बिछाए गए। यह छोटी सी डिवाइस – जो चावल के दाने से भी छोटी है – पैर की नस के जरिए सीधे दिल में फिट की गई।
Medical Revolution in Bareilly: बस 25 मिनट…और सब कुछ फिट!
सिर्फ 25 मिनट में 87 साल के बुजुर्ग मरीज की जिंदगी बदल गई। 25 मिनट की इस प्रक्रिया ने न केवल मरीज की जिंदगी को आसान बनाया – बल्कि उन्हें 24 घंटे के भीतर अस्पताल से छुट्टी भी दिला दी। इस तकनीक की सबसे बड़ी खासियत है इसका इंफेक्शन-मुक्त होना और 16 साल तक चलने वाली बैटरी लाइफ – जो मरीजों को लंबे समय तक बिना किसी चिंता के सामान्य जीवन जीने की आजादी देती है।
Medical Revolution in Bareilly: अहमदाबाद से मदद के हाथ, बरेली में कमाल
डॉ. तन्मय अग्रवाल – जिन्होंने अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज से कार्डियोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल की है…उन्होंने बताया – “यह तकनीक हृदय रोगियों के लिए गेमचेंजर है। भारत में अब तक सिर्फ 6 बार इस तकनीक का उपयोग हुआ है – और बरेली में यह पहला मौका है।” इस उपलब्धि के पीछे अहमदाबाद के ट्रेनिंग सेंटर की विश्वस्तरीय सुविधाएं और रिसर्च का बड़ा योगदान रहा है।
माइक्रा वीआर टू: हृदय रोगियों के लिए नया वरदान – सांकेतिक तस्वीर
Medical Revolution in Bareilly: दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर
आधुनिक चिकित्सा का नया युगमाइक्रा वीआर टू पेसमेकर आधुनिक चिकित्सा की उस दिशा का प्रतीक है – जहां जटिल सर्जरी अब अतीत की बात हो रही है। यह लीडलेस पेसमेकर पारंपरिक पेसमेकर से 93% छोटा है और इसे कैथेटर के जरिए हृदय में स्थापित किया जाता है। इसकी प्रक्रिया इतनी सटीक और सुरक्षित है कि मरीज को न तो सर्जरी का दर्द सहना पड़ता है – न ही लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़ता है। यह तकनीक खासतौर पर उन बुजुर्ग मरीजों के लिए वरदान है जिनके लिए पारंपरिक सर्जरी जोखिम भरी हो सकती है।
Mission Hospital में 87 साल के दिल के मरीज को पेसमेकर से नई जिंदगी देने वाले डॉ. तन्मय अग्रवाल कहते हैं-“यह तकनीक न केवल मरीजों के लिए सुरक्षित है, बल्कि डॉक्टरों के लिए भी आसान है। इसे लगाने में न्यूनतम समय लगता है, और मरीज उसी दिन से अपनी सामान्य दिनचर्या शुरू कर सकता है।”
Medical Revolution in Bareilly: बरेली ने दिखाई राह, आधुनिक चिकित्सा का नया युग
बरेली में इस तकनीक का पहला सफल उपयोग न केवल मिशन हॉस्पिटल की उपलब्धि है – बल्कि यह उत्तर भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित करता है। यह उपलब्धि बरेली को चिकित्सा के नक्शे पर एक नई पहचान दे रही है। उत्तर प्रदेश में दूसरी बार और पूरे भारत में छठी बार इस तकनीक का उपयोग होना दर्शाता है कि बरेली अब आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में बड़े शहरों के साथ कदमताल कर रहा है। इस तकनीक का उपयोग भविष्य में दिल के रोगियों के लिए और भी आम हो सकता है – जिससे लाखों लोगों को बिना दर्द और जटिलताओं के इलाज मिलेगा।