 
                  Mau News: जिलाधिकारी की सख्त हिदायत, बाढ़ से निपटने के लिए रहें सतर्क और तत्पर
Mau News Update
Mau News: बाढ़ की आशंका को देखते हुए मऊ प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक इलामारन जी के साथ तहसील मधुबन के बाढ़ संभावित और प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागों को पूर्ण सतर्कता और तत्परता के साथ काम करने के निर्देश दिए।
हाहा नाला बांध और घाघरा नदी की निगरानी
जिलाधिकारी ने हाहा नाला बांध का निरीक्षण करते हुए घाघरा नदी के जलस्तर की जानकारी ली। फिलहाल नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है, परंतु आगामी दिनों में इसमें बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने रिजर्व स्टॉक का भी निरीक्षण किया और सभी जरूरी सामग्रियों को पर्याप्त मात्रा में स्टॉक करने के निर्देश दिए।
बिंद टोलिया गांव में कटाव पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान अधिकारीगण बिंद टोलिया गांव भी पहुंचे, जहां से करीब ढाई किलोमीटर दूर एक निर्माणाधीन पुल के कारण खेतों में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को अलर्ट मोड में रहने और कटाव पर लगातार निगरानी रखने को कहा। साथ ही राजस्व विभाग को राहत और बचाव की पूर्ण तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

नाविकों और राहत संसाधनों की स्थिति की जांच
जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों और नाविकों की उपलब्धता की भी जानकारी ली और सभी को अलर्ट मोड में रहने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने बाढ़ चौकियों और कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए वहां तैनात कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बाढ़ अभी नहीं, लेकिन तैयारी पूरी
अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में कोई भी आबादी वाला गांव बाढ़ की चपेट में नहीं है। हालांकि, घाघरा के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए प्रशासन पहले से ही मुस्तैदी के साथ तैयारी कर रहा है। इस निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी मधुबन, राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।जिलाधिकारी की सक्रियता और प्रशासन की पूर्व तैयारी से यह स्पष्ट है कि मऊ जनपद किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है। जिला प्रशासन की प्राथमिकता जन-जीवन की सुरक्षा और राहत कार्यों की समयबद्ध उपलब्धता है।

 
         
         
        