
Mathura News: बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर महासंग्राम की महातैयारी !
Mathura News: मथुरा-वृंदावन समेत पूरे ब्रज क्षेत्र में इन दिनों बांके बिहारी कॉरिडोर की चर्चा है. मथुरा में जगह-जगह बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण का विरोध हो रहा है. पिछले 12 दिनों से वृंदावन के गोस्वामी समाज के लोग और व्यापारी बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी है. तो वहीं गोस्वामी समाज की महिलाओं ने भजन गाकर अनोखे तरीके से अपना दुख दर्द बयां किया है और बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण का विरोध किया है.
महिलाओं ने भजन गाकर जताया विरोध
गोस्वामी समाज की महिलाओं ने भाजन गाकर बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण का विरोध किया है. गोस्वामी समाज की महिलाओं ने रो-रो कर अपनी पीड़ा बताई है. महिलाओं ने कहा है कि हम अपने लाला से दूर नहीं रह सकते हैं. अपने लाला के दर्शन के बिना तो हम लोग तो पानी तक नहीं पीते हैं, तो हम कृष्णा से दूर कैसे रह पाएंगे? महिलाओं का कहना है कि कोरिडोर के निर्माण से हमारी कुंज गली और हमारे आराध्य के भवन का स्वरुप बिगड़ जाएगा, यहां की कुंज गलियां, हमारे आराध्य की क्रीडा स्थली है,सभी के भाव वृंदावन धाम से जुड़े हुए हैं.
‘100 गुणा मुआवजा दें, फिर भी नहीं मानेंगे’
गोस्वामी समाज की महिलाओं का साफ कहना है कि ये विरोध आखिरी सांस तक चलेगा. सरकार हमें 100 गुना मुआवजा भी देगी तब भी हमारा विरोध लगातार जारी रहेगा. केवल कोरिडोर निर्माण से ही इलाके का विकास और समस्याओं का हल नहीं हो सकता है, और भी विकल्प हैं. महिलाओं ने कहा कि मंदिर के आसपास काफी स्थान खाली है, जिसको मैनेज कर भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था की जा सकती है
सरकार को सीधी चेतावनी
श्वेता खंडेलवाल ने कहा कि विरोध इसी तरह जारी रहेगा, सरकार अगर हमारी बात नहीं सुनेगी, तो बुलडोजर के सामने आकर हम परिवार समेत अपने प्राण त्याग देंगे. तो वहीं नीलम गोस्वामी ने कहा कि न तो मंदिर अधिग्रहण करने की जरूरत है. और न ही कोरिडोर निर्माण की दरकार है. यहां तो फूट डालो शासन करो वाला माहौल बनाया जा रहा है. प्रशासन ने समाज को भ्रमित करने की रणनीति बना ली है. कभी कहा जाता है कि व्यापारी वर्ग कोरिडोर निर्माण के समर्थन में आ गया, कभी कहते हैं की गोस्वामी समाज समर्थन में आ गया है. हम न कॉरिडोर बनने देंगे और न ही मंदिर का अधिग्रहण करने देंगे. हम अपने ठाकुर को लेकर पलायन कर जाएंगे लेकिन ये नहीं होने देंगे. हम ब्रज का स्वरुप नहीं बिगड़ने देंगे, चाहें हमें अपनी जान क्यों न देनी पड़े और अगर ऐसा होता है तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी और प्रशासन होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताई अपनी मांग
वृंदावन में कॉरिडोर के विरोध में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित समाज के मुख्य संरक्षक महेश पाठक ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोस्वामी समाज, मथुरा, गोकुल, महावन, गोवर्धन समेत सभी स्थानों के मुख्य मंदिरों के सेवायत शामिल हुए. इस दौरान महेश पाठक ने सरकार से ज़िद छोड़ने की अपील की है. और कहा है कि सरकार वृन्दावन के विकास और भीड़ नियंत्रण के लिए स्थानीय लोगों से साकारात्मक चर्चा कर रास्ता निकाले. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सभी ने संबंधित न्यास के गठन को भी गैर जरुरी बताया है.
4 जुलाई को वृंदावन में अधिवेशन का ऐलान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकार के सामने सुझाव रखा गया है कि सरकार चाहे तो वृन्दावन की घनी आबादी से दूर ब्रज क्षेत्र में 25 एकड़ ज़मीन का आवंटन करें, जहां पर बांके बिहारी जी का भव्य मंदिर बनाया जाए. ताकि लोगों को सुलभ दर्शन प्राप्त हो सकें. साथ ही वृंदावन की पौराणिक बनावट को संरक्षित किया जाए. इस मामले का हल निकालने के लिए 4 जुलाई को महासभा के रुप में एक दिवसीय अधिवेशन का आयोजन वृंदावन में किया जाएगा. जिसमें देशभर के 90 से ज्यादा तीर्थों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. जिसमें प्रयागराज, काशी, रामेश्वरम जैसे तीर्थों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. हम सब मिलकर सरकार के तानाशाही कदम का विरोध करेंगे.