
Leopard Dead Body Found in Amroha
“क्या अब तेंदुए भी इंसानों की तरह मार दिए जाएंगे?”
सोमवार की शाम उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद में उस वक्त दहशत फैल गई, जब मंडी धनौरा तहसील के गांव देहरा चक में एक किसान के खेत में तेंदुए का सड़ा-गला शव मिला(Leopard Dead Body Found in Amroha)।

मृत तेंदुआ खेत में सड़ा हुआ पड़ा था, गर्दन पर गहरा जख्म, और चारों ओर फैली बदबू ने साफ कर दिया कि मौत अचानक नहीं आई। पर सवाल ये है कि आई कैसे?
क्या ये शिकारियों का काम है?
या फिर वन विभाग की लापरवाही ने एक और वन्यजीव की जान ले ली?
🕵️♂️ जांच के घेरे में कई सवाल (Leopard Dead Body Found in Amroha)
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और पोस्टमार्टम की बात कर रही है, लेकिन ग्रामीणों के बीच गुस्सा साफ है।
“अगर तेंदुआ जिंदा होता तो क्या हमारे बच्चों पर हमला करता?”
“कहीं ये जानबूझकर तो नहीं मारा गया?”
Leopard Dead Body Found in Amroha :गांववालों का शक गहराता जा रहा है। प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जंगल से निकलकर गांव तक पहुंचना और वहां मार दिया जाना—यह केवल एक जानवर की मौत नहीं, पूरे सिस्टम की नाकामी है।
जंगल से बस्ती तक—क्यों आ रहा है तेंदुआ?
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार जंगलों की कटाई, जल स्रोतों की कमी और शहरीकरण ने तेंदुओं को गांवों की ओर धकेल दिया है। गांव में तेंदुए का शव(Leopard Dead Body Found in Amroha ) मिलना इसका एक खौफनाक उदाहरण है।
तेंदुए का खेत में पाया जाना यह भी दिखाता है कि इंसानी बस्तियां अब वन्यजीवों के आखिरी शरण स्थल बनती जा रही हैं, लेकिन यहां इन्हें मौत मिल रही है।
वन विभाग की अपील या लीपापोती?
वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने को कहा है। लेकिन क्या विभाग खुद अपनी सतर्कता निभा रहा है?
क्यों नहीं पहले ही गश्त की गई?
क्यों नहीं ऐसे जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई जो इंसानों के बीच आकर मारे जा रहे हैं?
Leopard Dead Body Found in Amroha: ये सिर्फ एक केस नहीं—ये एक चेतावनी है कि वन्यजीव संरक्षण सिर्फ कागजों पर रह गया है।
Leopard Dead Body Found in Amroha: गांव में तेंदुए का शव मिलना एक रूटीन घटना मान लेना सबसे बड़ी भूल होगी। जब तेंदुआ गांव में मारा जाता है, तो समझ लीजिए कि जंगल अब रो नहीं रहा—चिल्ला रहा है।
क्या सरकार सुन रही है?
क्या प्रशासन जाग रहा है?
या फिर अगला शव किसी और जानवर का, या शायद इंसान का होगा?
अमरोहा से खबरीलाल.डिजिटल के लिए जयदेव सिंह की रिपोर्ट