 
                  Lawrence Gang का गुर्गा अमेरिका में गिरफ्तार… सिंगर बादशाह के क्लब में फेंका था बम. हरियाणा के जींद का रहने वाला है गैंगस्टर रणदीप मलिक
Chandigarh : अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने 14 अगस्त को हरियाणा के जींद निवासी Gangster Randeep Singh उर्फ Randeep Malik को उसके अमेरिकी निवास से गिरफ्तार किया है… रणदीप कुख्यात Gangster Lawrence Bishnoi का करीबी सहयोगी है और भारत में कई हाई-प्रोफाइल अपराधों में शामिल रहा है. उसे गिरफ्तार करके अमेरिका के जैक्सन पैरिश करेक्शनल सेंटर रखा गया है. FBI ने उसकी गिरफ्तारी की जानकारी भारतीय एजेंसियों के साथ साझा की है और जल्द ही भारत उसे प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर सकता है.
लॉरेंस बिश्नोई के करीबी रणदीप मलिक के बड़े अपराध
चंडीगढ़ और गुरुग्राम क्लब ब्लास्ट

26 नवंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में Singer Badshah के सिविल बार एंड लाउंज और डी’ऑरा क्लब के बाहर दो कम तीव्रता वाले बम धमाके हुए थे जिनमें खिड़कियों के शीशे टूट गए थे. 10 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम के सेक्टर-29 में वेयरहाउस और ह्यूमन क्लब के बाहर भी इसी तरह के धमाके हुए थे. इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी Lawrence Bishnoi Gang के सहयोगी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली थी. रणदीप ने Signal App के जरिए विनय और अजीत नाम के दो शूटरों को निर्देश दिए और बमों की व्यवस्था की. NIA ने इन धमाकों के लिए रणदीप, Goldy Barar समेत कुछ लोगों के खिलाफ जून 2025 में चार्जशीट दाखिल की. जिसमें इसे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के साथ मिलकर हरियाणा में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश बताया गया.
दिल्ली का नादिर शाह हत्याकांड

12 सितंबर 2024 को दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में जिम मालिक Nadir Shah की हत्या हुई थी. Delhi Police की चार्जशीट के अनुसार Randeep ने अमेरिका से हथियारों की आपूर्ति की जबकि Lawrence Bishnoi ने साबरमती जेल से और हाशिम बाबा ने तिहाड़ जेल से Video Call के जरिए हत्या की साजिश रची. अफगान मूल के नादिर शाह ने अपने बिजनेस पार्टनर को Lawrence Gang द्वारा मांगी गई 5 करोड़ की उगाही न देने की सलाह दी थी जिसके बाद वह निशाने पर आ गया और मारा गया.
रणदीप मलिक का बैकग्राउंड

Randeep Malik जींद के अंचला कलां गांव का निवासी है और अपने माता-पिता की इकलौती संतान है… वह पिछले 10 साल से अमेरिका में रह रहा है जहां वह ‘महाकाल ट्रांसपोर्ट’ नाम से ट्रांसपोर्ट बिजनेस चलाता है और खुद भी ट्रक चलाता है. 2011 में कुरुक्षेत्र में मारपीट और धमकी के मामले में उसके खिलाफ पहला केस दर्ज हुआ था. 2015 में वह अमेरिका चला गया, जहां वह Lawrence Bishnoi Gang के संपर्क में आया. उसने शूटरों को 65,000 रुपये का एडवांस और अमेरिका में बसने का वादा किया था. बताया ये भी जाता है कि गांव में उसका सामाजिक बहिष्कार हो चुका है और ग्रामीणों ने उसके परिवार से दूरी बना ली है.
मलिक के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई
- चंडीगढ़ ब्लास्ट के बाद चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा STF ने हिसार के बाहरी इलाके में 29 नवंबर 2024 को विनय और अजीत को गिरफ्तार किया, दोनों को मुठभेड़ में गोली लगी थी.
- गुरुग्राम ब्लास्ट में सचिन नाम के व्यक्ति को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया गया.
- NIA और दिल्ली पुलिस की टीमें Randeep Malik के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क में हैं.
- रणदीप की गिरफ्तारी को Lawrence Bishnoi Gang के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जो उगाही, हत्या और आतंकी गतिविधियों में शामिल है.

 
         
         
        