 
                  यूपी के प्रयागराज में दो बच्चे अमृत सरोवर में डूबे. तलाब को लबालब भरा देख नहाने गए 3 बच्चों में 2 डूबे. एक ने शोर मचाकर ग्रामीणों को बुलाया.
संवाददाता – नन्हे सिंह, प्रयागराज
Prayagraj : प्रयागराज जिले के फूलपुर थाना क्षेत्र के प्रतापपुर ब्लॉक अंतर्गत देवली गांव में बुधवार दोपहर एक दुखद हादसा हुआ… गांव के अमृत सरोवर में नहाते समय दो 12 वर्षीय बच्चों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. बच्चों के नाम कौशल वर्मा और तौहीक बताए गए हैं. इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया है और दोनों परिवारों में कोहराम मचा है,
कहां और कैसे हुआ हादसा?

देवली गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास स्थित अमृत सरोवर बरसात के कारण लबालब भरा हुआ था… बुधवार दोपहर गांव के अवध बिहारी का बेटा कौशल वर्मा और मकबूल अली का बेटा तौहीक एक और बच्चे के साथ तालाब के पास घूमने गए थे. पानी देखकर तीनों बच्चे नहाने लगे. नहाते समय कौशल और तौहीक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे. तीसरा बच्चा जो बाहर खड़ा था, उसने शोर मचाया और ग्रामीणों को सूचित किया. बच्चों को शोर सुनकर ग्रामीणों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को तालाब से बाहर निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
परिवार और गांव का माहौल
कौशल वर्मा दो भाइयों में सबसे छोटा था जबकि तौहीक चार भाइयों में दूसरे नंबर का था. दोनों बच्चों की अचानक मृत्यु से उनके परिवारों में शोक की लहर है. गांव में नाते-रिश्तेदारों और ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और चारों तरफ मातम पसरा है. घटना की जानकारी मिलने के बाद फूलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पीड़ित परिवारों ने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया जिसके कारण पुलिस को बिना कार्रवाई के वापस लौटना पड़ा.
अमृत सरोवर और सुरक्षा पर सवाल

ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की गहराई और तारबंदी की कमी इस हादसे की बड़ी वजह हो सकती है. अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का सौंदर्यकरण और गहरीकरण किया गया लेकिन कई जगहों पर सुरक्षा उपायों जैसे तारबंदी या चेतावनी बोर्ड की कमी देखी गई है. ऐसी ही एक घटना 2022 में अयोध्या में भी हुई थी जहां अमृत सरोवर में दो बच्चियों की डूबने से मौत हो गई थी.
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
Prayagraj की फूलपुर थाना प्रभारी ने बताया कि परिवारों के पोस्टमॉर्टम से इनकार करने के कारण शवों को उनके सुपुर्द कर दिया गया… पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की है लेकिन कोई औपचारिक FIR दर्ज नहीं की गई है. प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है… इस हादसे ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है. ग्रामीणों ने तालाबों में सुरक्षा उपायों की कमी पर नाराजगी जताई और प्रशासन से अमृत सरोवर जैसे तालाबों में तारबंदी और गहराई कम करने की मांग की. सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं और बच्चों की सुरक्षा के लिए बेहतर उपायों की मांग कर रहे हैं.

 
         
         
        