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Kawad Yatra incident – जयकारे गूंज रहे थे, तभी मौत ने माइक छीन लिया
Kawad Yatra incident update
शाहजहांपुर के कुंडरिया गांव में वो हुआ, जो ना तो किसी ने सोचा था, ना ही किसी ने सहा होगा।
कावड़ यात्रा में डीजे बज रहा था, भक्त झूम रहे थे, ट्रैक्टर ट्राली पर भोले के नाम की मस्ती चल रही थी…
लेकिन अचानक “High Tension Wire “ ने ऐसा कहर बरपाया कि दो जिंदगियां जलकर राख हो गईं और दर्जनों अस्पताल के बिस्तर पर जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं।
Kawariya Death by Electric Shock – ट्राली में बज रहा था डीजे, ऊपर से गुजर गया यमराज का तार
मंगलवार रात 9:30 बजे, कावड़ियों की टोली कुंडरिया से कछला गंगा घाट की ओर निकली।
ट्रैक्टर की ट्राली पर DJ टांगा गया था, जिस पर भोले के भक्त नाचते-गाते चल रहे थे।
लेकिन गांव से बाहर निकलने से पहले ही, ट्रॉली ऊपर से गुजर रहे 11,000 वोल्ट के हाई टेंशन तार से टकरा गई – और DJ बन गया Death Junction!
ये घटना सिर्फ हादसा नहीं, सिस्टम और लापरवाही की साझा सफलता है।
Kawad Yatra incident – जसवीर और सुखबीर की मौत, गांव में मातम
हादसे में 28 वर्षीय जसवीर और 35 वर्षीय ट्रैक्टर चालक सुखबीर की मौके पर ही मौत हो गई।
दोनों कुंडरिया गांव के निवासी थे और भगवान शिव के नाम पर जीवन अर्पण करने निकले थे।
“Shahjahanpur Kawad Accident “ के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है, हर चेहरा सन्न है, हर आंख गीली।
बाकी झुलसे कावड़ियों को पुलिस ने निजी वाहनों से बदायूं भेजा है, लेकिन कई की हालत नाज़ुक बनी हुई है।
DJ Wire Touch Incident in Kawad Yatra – डीजे के शौक ने लिया मौत का सबक
अब सवाल यही है –
“क्या डीजे की ऊंचाई ज्यादा थी, या बिजली विभाग की लापरवाही?”
“क्या गांव की गलियों से गुजरते हाई टेंशन तार कोई नई बात है?”
“या हम अब भी धार्मिक जुलूसों को सुरक्षा से ज़्यादा साउंड से जोड़ कर देख रहे हैं?”
ये हादसा अब महज़ घटना नहीं, चेतावनी है उन तमाम यात्राओं के लिए जो ‘धार्मिक उत्साह’ के नाम पर सिस्टम को झुलसा देते हैं।
Police Action in Shahjahanpur Electric Shock Case – पहुंची पुलिस, भरा पंचनामा, लेकिन सवाल बाकी
थाना परौर प्रभारी अशोक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
बचाव कार्य शुरू हुआ, घायलों को इलाज के लिए रवाना किया गया और मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।
Police Action की फाइलें खुल गई हैं, पर असली जिम्मेदारी कौन लेगा?
Kawad Yatra incident
कावड़ यात्रा अब महज़ भक्ति नहीं, बल्कि सावधानी की सबसे बड़ी परीक्षा बन चुकी है।
“High Tension Wire Accident ” ने ये बता दिया कि साउंड सिस्टम से ज़्यादा ज़रूरी है सेफ्टी सिस्टम।
हर साल शिवभक्त निकलते हैं – कुछ डमरू बजाते हैं, कुछ डॉक्टर बुलवाते हैं।
आस्था के रास्ते में अगर तार और तंत्र दोनों लापरवाह हों, तो हर DJ मौत का आमंत्रण बन सकता है।

 
         
         
         
        