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Saharanpur Kanwar Yatra: पुष्प या पब्लिसिटी? भक्त बोले – ‘बाबा खुश, नेता और ज़्यादा!’
Kanwar Yatra Flower Shower के नाम पर सहारनपुर की फिज़ाओं में इस बार आस्था के साथ प्रचार की भी सुगंध घुली रही। महापौर डॉक्टर अजय सिंह और नगर आयुक्त ने हेलीकॉप्टर से जैसे ही पुष्प उड़ाए, नीचे भक्तों ने हाथ उठाकर फूल लपकने शुरू किए – मानो ‘ड्रोन सेवा’ से बाबाजी खुद प्रसन्न होकर प्रसाद भेज रहे हों।
Kanwar Yatra Flower Shower:हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा: श्रद्धा की बारिश या वोटों की बौछार?
फूलों से लदी हवा, और कैमरों से लदे ड्रोन – इस साल की Kanwar Yatra में भक्तों पर सिर्फ गुलाब नहीं, राजनीति के रंग भी उड़ते दिखे। कुछ कांवड़ियों ने तो यह तक कह दिया – “हमें फूल मिले या न मिले, बस बाबा की कृपा हो और बिजली का बिल कम हो!”
Kanwar Yatra Flower Shower: विपक्ष की फुसफुसाहट, भक्तों की जयकार
विपक्ष ने सवाल खड़े किए – “फूल नीचे गिर रहे हैं या बजट उड़ रहा है?” मगर भक्तों ने पलटकर कहा – “बाबा का जल चढ़ाने चले हैं, और आप राजनीति में पड़े हैं!” Saharanpur Kanwar Yatra में पुष्प वर्षा को लेकर भले ही कुछ हलकों में ‘Helicopter Politics’ की चर्चा हो, पर सड़कों पर शिवभक्तों की मुस्कानें इस योजना की सफलता खुद गा रही थीं।
Kanwar Yatra Flower Shower:पुष्प वर्षा के पीछे का एजेंडा: ‘भक्ति में भी ब्रांडिंग?’
नगर निगम ने दावा किया कि यह सब श्रद्धा भाव से किया गया, मगर राजनीतिक जानकारों ने इस ‘भक्ति प्रायोजित’ कार्यक्रम को 2027 की रणनीति का हिस्सा बताया। हेलीकॉप्टर से गिरते फूल और नीचे तैनात मीडिया कैमरे, दोनों ने सीन को कुछ ऐसा बनाया कि कांवड़िए भी सोचने लगे – ‘अगली बार जल भी एयरड्रॉप हो जाएगा क्या?’
Kanwar Yatra Flower Shower:भक्तों की आंखों में श्रद्धा, नेताओं की नजर में कैलकुलेशन?
कांवड़िए कह रहे थे – “हम तो भोलेनाथ के लिए आए हैं, लेकिन यहां तो हर पंखुड़ी के साथ वोट भी बरस रहा है।” पुष्पों की भाषा में नेता अपने संदेश गिरा रहे हैं और सड़क पर ‘आस्था’ के नाम पर ‘इवेंट मैनेजमेंट’ का पाठ पढ़ाया जा रहा है। जो पहले VIP गेट पर खड़े होते थे, अब वे आसमान से दर्शन करा रहे हैं।
Kanwar Yatra Flower Shower::फूलों से लदे हेलीकॉप्टर, शिवभक्तों से भरी सड़कें और आस्था में घुलती राजनीति।
सहारनपुर की सड़कों पर शिवभक्तों के जयकारे गूंजते रहे, लेकिन उस जयकारे में कहीं न कहीं एक सवाल भी तैरता रहा – “ये फूल हम पर बरसे हैं या हम पर नजरें गड़ी हैं?” Kanwar Yatra Flower Shower सहारनपुर के इतिहास में भले पहली बार हो, लेकिन आस्था और राजनीति की यह ‘मिश्रित वर्षा’ लम्बे समय तक याद रखी जाएगी।

 
         
         
         
        