
Kalyan Building Collapse
Kalyan Building Collapse :महाराष्ट्र के ठाणे में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां कल्याण के पास एक चार मंजिल इमारत के दूसरी मंजिल का स्लैब अचानक ढह जाने से 6 लोगों की मौत हो गई। मलबे में दबे सभी लोगों को निकाला जा चुका है।जिसके बाद राहत और बचाव कार्य खत्म हो गया है। मलबे से चार लोगों को निकाला गया है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं

बताया जा रहा है कि, इमारत का नाम सप्तश्रृंगी है, जो काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी थी। बावजूद इसके नगर निगम या जिला प्रशासन ने पहले से ही कोई कदम नहीं उठाया। जिससे कि, हादसे को टाला जा सके। अब जब हादसा हो गया है, तो अधिकारी एक दूसरे पर टोपी ट्रांस्फर कर रहे हैं। इधर हादसे की सूचना मिलते ही बचाव दल मौके पर पहुंच गया, और राहत और बचाव कार्य में जुट गया। मंगलवार रात तक राहत और बचाव कार्य चला।
राहत और बचाव कार्य जारी
हादसे में कुल छह लोगों की मौत हो गई,शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। राहत की बात ये रही कि, हादसे में कई और जिंदगियां जा सकती थी, जिन्हें बचा लिया गया। इससे पहले मंगलवार को दोपहर में जैसे ही हादसे की सूचना मिली फायर ब्रिगेड, के साथ जिला प्रशासन के आलाधिकारी मौके पहुंच गए।और हालात का जायजा लियाा। नगर निगम जिसके ऊपर इस हादसे की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है, क्योंकि हाउस टैक्स उसी की झोली में जाता है। लेकिन नगर निगम को शायद केवल हाउस टैक्स से मतलब होता है,बिल्डिंग की हालत कैसी है और कहीं खतरा तो नहीं इससे उसे खासा फर्क पड़ता नहीं दिखता है।

बिल्डिंग गिरने के बाद हुई तेज आवाज
चश्चमदीदों ने बताया कि, बिल्डिंग गिरने के बाद बहुत तेज आवाज हुई, और फिर हर तरफ धुआं-धुआं हो गया।फिर हर तरफ चीख पुकार मच गई। जो लोग घायल हुए हैं उनके नाम भी सामने आ रहे हैं। श्रद्धा साहू, यश क्षीरसागर, अरुणा रोहिदास गिरनारायण, शिर्विल श्रीकांत, मनोज पाधी। फिलहाल ये सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। वही हादसे में जान गवाने वाले मृतकों की भी पहचान हो गई है। मरने वालों में वेंकट चव्हाण,सुनीता साहू,मिला साहू,नामस्वी शेलार,सुजाता पाडी,सुशीला गुजर के नाम शाामिल हैं। हादसा कैसे हुआ,इसका कोई निश्चित कारण अभी सामने नहीं आ पा रहा है। अधिकारी जांच के बाद हादसे की वजह बताने की बात कह रहे हैं।
हादसे का जिम्मेदार कौन?
यहां सवाल उठता है कि, आखिर इस हादसे का जिम्मेदार कौन है? क्या इस हादसे को टाला जा सकता था?क्या छह जिंदगियों को बचाया जा सकता था? अगर हां तो फिर क्या हादसे में मारे गए लोगों को इंसाफ मिलेगा?या बाकी हादसों की तरह इसे भी कुछ दिन बाद भूला दिया जाएगा