Jyoti Malhotra Spy Case : जन्मदिन की तरह ज्योति की दिवाली भी जेल में ही मनेगी. जमानत को लेकर अगली सुनवाई 23 अक्टूबर को.
Hisar : Pakistan के लिए जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार यूट्यूबर Jyoti Malhotra की जमानत याचिका पर आज 18 अक्टूबर को भी सुनवाई तो हुई, लेकिन ज़मानत नहीं मिल पाई. मामले में अगली सुनवाई अब 23 October को होगी. इसी के साथ ये भी तय हो गया है जन्मदिन की तरह इस बार ज्योति की Diwali भी जेल में ही मनेगी… साथ ही अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. परमिंदर कौर की अदालत में अब केस का Trial भी चलेगा. पहले ये केस जज गगनदीप मित्तल की कोर्ट में ट्रांसफर हुआ था जहां 19 नवंबर की अगली तारीख दी गई थी.
चार्जशीट में कोई ठोस सबूत नहीं- वकील

Jyoti Malhotra के वकील कुमार मुकेश ने बताया कि पुलिस ने चार्जशीट में BNS धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 की धाराओं 3, 4, 5 के तहत कोई सबूत पेश नहीं किया है… जमानत के लिए इसी आधार पर अपील की गई है. उन्होंने जोर दिया कि Trial भी इसी कोर्ट में होगा.
कोई गोपनीय दस्तावेज नहीं भेजे– वकील
Kumar Mukesh ने कहा कि सीक्रेट एक्ट धारा 3 के तहत डिफेंस से जुड़े प्लान, मैप या मॉडल बनाने का कोई सबूत नहीं है… Charge sheet में प्रतिबंधित क्षेत्र तोड़ने का जिक्र भी नहीं किया गया. इस धारा में 14 साल की सजा है, लेकिन पुलिस की फाइंडिंग में कुछ नहीं मिला.
सीक्रेट एक्ट से जुड़ा कुछ रिकवर नहीं- वकील

वकील ने बताया कि Hisar Police ने आर्मी या सरकार के किसी गोपनीय दस्तावेज को भी रिकवर नहीं किया है… अगर उल्लंघन साबित भी होता है तो अधिकतम 3 साल की सजा ही है. Jyoti पर कोई संवेदनशील जानकारी साझा करने का प्रमाण नहीं है.
पाक एजेंटों से बातचीत का सबूत नहीं– वकील

Jyoti के वकील मुकेश ने कहा कि मोबाइल से Pakistani Agent शाकिर का नंबर मिला है लेकिन चार्जशीट में चैट, कॉल या डिलीट कॉल का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है. Danish से संपर्क का मकसद सिर्फ Visa था. इससे जमानत मजबूत आधार बनता है.
ISI से कनेक्शन के आरोप में गिरफ्तारी

आपको बता दें Jyoti Malhotra पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप हैं जिसके चलते उसे 16 मई 2025 को Hisar Police ने गिरफ्तार किया था… Jyoti पर पाक हाई कमीशन के अधिकारी एहसान-उर-रहीम (दानिश) और अन्य 4 पाक एजेंटों से संपर्क में रहने के अलावा पाकिस्तान दौरे के दौरान VIP ट्रीटमेंट और नरेटिव वॉरफेयर के आरोप लगे थे. गिरफ्तारी के बाद Jyoti से सबूत के तौर पर 12 TB डिजिटल डेटा भी रिकवर किया गया था जो Spy Case में काफी काम आया.
