 
                  Operation Mahadev के तहत सेना नें 3 पाकिस्तानी आतंकियों को उड़ाया. पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा भी मारा गया. लश्कर और जैश से जुड़े होने का शक.
Srinagar : Indian Army ने सोमवार, 28 जुलाई को श्रीनगर के लिडवास इलाके में ‘Operation Mahadev’ के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की… सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF की संयुक्त कार्रवाई में तीन पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार मारे गए आतंकियों में पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान भी शामिल है, जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का शीर्ष कमांडर था. हालांकि सेना और पुलिस ने अभी आतंकियों की पहचान की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. मंगलवार 29 जुलाई को श्रीनगर में सुबह 9:30 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी जा सकती है.
क्या है ‘Operation Mahadev’?

- ऑपरेशन महादेव श्रीनगर के हरवान क्षेत्र में दाचीगाम नेशनल पार्क के पास लिडवास के जंगलों में चलाया गया… यह ऑपरेशन सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ जब 24 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) और 4 पैरा यूनिट ने तीन आतंकियों का पता लगाया.
- 11 जुलाई को दाचीगाम जंगल में एक चीनी हुवावे सैटेलाइट फोन से संदिग्ध संचार का पता चला जो पहलगाम हमले में इस्तेमाल डिवाइस से मिलता-जुलता था… इसके बाद स्थानीय खानाबदोशों की सूचना और 14 दिनों की निगरानी के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया.
- सेना की 4 पैरा यूनिट ने आतंकियों को एक तंबू में आराम करते हुए पाया और तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें ढेर कर दिया. मुठभेड़ में तीनों आतंकी मारे गए जिनमें हाशिम मूसा, यासिर और अबू हमजा उर्फ हैरिस शामिल हैं.
क्या-क्या सामान मिला?

आतंकियों के ठिकाने से एक अमेरिकी M4 कार्बाइन, दो AK-47 राइफल्स, 17 राइफल ग्रेनेड, एक IED, एक पाकिस्तानी पासपोर्ट और अन्य संदिग्ध सामान बरामद किए गए हैं. ये हथियार और उपकरण लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के संयुक्त मॉड्यूल से जुड़े होने की आशंका है.
पहलगाम हमले का कनेक्शन?

22 अप्रैल 2025 को Pahalgam के बैसारन वैली में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी… इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. ये कश्मीर में हाल के वर्षों का सबसे घातक हमला था. भारत ने इसके जवाब में Operation Sindoor शुरू किया जिसमें पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया और 100 से अधिक आतंकी मारे गए.

 
         
         
        