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जींस वाशिंग प्लांट से निकला ज़हर, पानी में घुला ‘नीला सन्नाटा’
Jeans Washing Plant Raid
संभल में जींस पहनने से पहले अब ज़हर सूंघना ज़रूरी हो गया है। जी हां, यहां जींस वाशिंग प्लांट से निकलने वाला जहरीला केमिकल सीधे ज़मीन में ठेला जा रहा है – मानो धरती मां कोई नाली हो!
केमिकलयुक्त गंदा पानी ऐसा घोला जा रहा है कि खेत, कुएं, और खुदा न खास्ता, इंसान भी नीला दिखने लगे। “विकास के नाम पर पानी को मारो, और ज़मीन से उम्मीद रखो कि वो चुप रहे!” – यही सोच रही हैं हमारी फैक्ट्रियां।ॉ
डीएम की टीम का छापा: न जीएसटी मिला, न ज़मीर! Jeans Washing Plant Raid

डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया (डीएम) के आदेश पर जब सुधीर कुमार (सिटी मजिस्ट्रेट) जींस वाशिंग प्लांट पहुंचे, तो फैक्ट्री वालों की हालत उसी जींस जैसी हो गई जो बार-बार धोने पर फट जाती है।
छापे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बिजली विभाग, नगर पालिका, जीएसटी, और सप्लाई विभाग की संयुक्त टीम शामिल थी। नतीजा? –
बिजली चोरी पकड़ी गई
जीएसटी रजिस्ट्रेशन का अता-पता नहीं
प्रदूषण फैला कर पर्यावरण का चीरहरण
अब सवाल उठता है – जब हर नियम हवा में है, तो हवा में ज़हर क्यों नहीं होगा?
बिजली चोरी से लेकर पर्यावरण हनन तक, सब कुछ ‘धो’ दिया फैक्ट्री ने।Jeans Washing Plant Raid

इस जींस फैक्ट्री ने मानो देश के हर कानून को ड्राई क्लीन कर दिया हो – बिजली की चोरी तो ऐसे की जैसे उनके तार सीधे थाने से जुड़ते हों!
रजिस्ट्रेशन का कोई कागज़ नहीं, टैक्स का कोई हिसाब नहीं, और पानी का हाल ऐसा कि नालियों में भी आत्मा कांप जाए। प्रशासन को भनक तब लगी जब इलाके की ज़मीन से बदबू नहीं, गुनाह की बू आने लगी।
जनता का गुस्सा – “हम जींस नहीं, जहर पहन रहे हैं क्या?”Jeans Washing Plant Raid

स्थानीय लोगों में हाहाकार मचा है। किसान कह रहे हैं – “खेतों में पानी नहीं, अब नीला ज़हर मिल रहा है। जींस का रंग तो गया, अब ज़मीन का रंग भी जा रहा है।”
नाले ऐसे बह रहे हैं जैसे कोई नीली क्रांति चल रही हो। पर इस क्रांति में न उद्योग बचेगा, न स्वास्थ्य।
सवाल उठता है:
“क्या जींस चमकाने के चक्कर में हम ज़िंदगी को फीका कर रहे हैं?”
Jeans Wash के नाम पर जल-मिट्टी की धुलाई। Jeans Washing Plant Raid

संभल की यह घटना सिर्फ एक छापा नहीं, एक चेतावनी है – विकास और विनाश की इस होड़ में प्रशासन का डंडा ही अंतिम विकल्प रह गया है।
अगर हर फैक्ट्री अपना मुनाफा गटर में बहाकर हमारी मिट्टी को खा जाएगी, तो वो दिन दूर नहीं जब हमें जींस नहीं, गैस मास्क पहनने होंगे।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: रामपाल सिंह
📍 लोकेशन: संभल, यूपी
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