 
                  मिस्र में Trump की शांति समिट: गाज़ा में युद्धविराम के बीच विश्व नेताओं की बैठक, इज़रायल-हमास अनुपस्थित
Gaza Update
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित गाज़ा शांति सम्मेलन (Peace Summit) में भाग लेने पहुंचे हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य गाज़ा पट्टी और व्यापक मिडिल ईस्ट क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करना है। इसमें भारत और पाकिस्तान समेत 26 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। हालांकि, इज़रायल और हमास दोनों ने समिट में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
🔹 Trump की 20 बिंदुओं वाली शांति योजना
ट्रंप इस समिट में एक 20 सूत्रीय शांति योजना पर दस्तखत करेंगे, जो गाज़ा में स्थायी युद्धविराम और हमास के शासन को समाप्त करने की दिशा में पहला कदम है। इस योजना के प्रमुख बिंदुओं में:
- हमास को गाज़ा से बाहर करना
- हथियारों का त्याग
- कैदियों की अदला-बदली
- मानवीय सहायता का विस्तार
- अब्राहम समझौते को आगे बढ़ाना शामिल है

ट्रंप का उद्देश्य है कि सऊदी अरब और इंडोनेशिया जैसे मुस्लिम देश भी इज़रायल के साथ संबंध सामान्य करें, जैसा कि UAE, बहरीन और मोरक्को ने 5 साल पहले किया था।
🔹 नेतन्याहू और एर्दोगन विवाद
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अंतिम समय में समिट का निमंत्रण दिया था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इस पर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने स्पष्ट किया कि अगर नेतन्याहू आते, तो वे मिस्र नहीं जाते।
🔹 बंधकों की रिहाई और युद्धविराम
हाल ही में, हमास ने 20 इज़रायली बंधकों को रिहा किया है — पहले 7, फिर 13। इसके बदले में इज़रायल लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। बंधकों को रेड क्रॉस के ज़रिए इज़रायली सेना को सौंपा गया। इसके अलावा 28 मृत बंधकों के शव भी सौंपे जाने की प्रक्रिया में हैं।

ये रिहाई गाज़ा युद्धविराम के पहले चरण का हिस्सा है, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इज़रायल पर हमले के बाद शुरू हुए संघर्ष को रोकने की एक कोशिश है।

🔹 गाज़ा में हमास की स्थिति और रणनीति
हालांकि युद्धविराम लागू है, लेकिन हमास ने गाज़ा में 7,000 से अधिक लड़ाकों की तैनाती की है। लोगों को बंकर में ही रहने के लिए कहा गया है, क्योंकि हमास को आशंका है कि इज़रायल धोखा दे सकता है। कस्साम ब्रिगेड जैसे सशस्त्र दल अब भी सक्रिय हैं, जो AK राइफल्स, रॉकेट, मोर्टार और मशीनगनों जैसे हथियारों से लैस हैं।
🔹 Trump की योजना में हमास के लिए स्पष्ट संदेश
ट्रंप की योजना में साफ कहा गया है कि हमास को गाज़ा से पूरी तरह हटना होगा, वरना अमेरिका खुद स्थिति संभालेगा। ये मांग हमास के लिए अस्वीकार्य लगती है, क्योंकि उसने पहले ही गाज़ा न छोड़ने और हथियार न डालने का इरादा जता दिया है।

🔹 अब आगे क्या?
फिलहाल गाज़ा में शांति है, लेकिन ये अस्थायी लगती है। इज़रायल हमास के समर्पण और शासन के अंत की मांग कर रहा है, जबकि हमास गाज़ा पर अपने नियंत्रण को बरकरार रखना चाहता है। ऐसे में ये युद्धविराम एक अस्थायी राहत से अधिक कुछ नहीं दिखता।
मिस्र में आयोजित ये शांति सम्मेलन वैश्विक मंच पर मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए एक बड़ी पहल है। डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति जहां अब्राहम समझौते को आगे बढ़ाने और गाज़ा में स्थायी शांति की बात करती है, वहीं इज़रायल और हमास की गैर-भागीदारी इस योजना की सफलता को लेकर संदेह खड़े करती है। आने वाले हफ्तों में ये साफ होगा कि क्या ये युद्धविराम एक नए युग की शुरुआत करेगा या फिर गाज़ा एक बार फिर संघर्ष की आग में झुलसेगा।
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