हरियाणा के सीनियर IPS Officer Y. Puran Kumar ने किया सुसाइड… चंडीगढ़ आवास पर सर्विस रिवॉल्वर से मारी गोली. प्रमोशन विवाद और उत्पीड़न आरोपों की जांच
Chandigarh : हरियाणा कैडर के IPS Officer Y. Puran Kumar ने मंगलवार, 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ सेक्टर-11 स्थित अपने सरकारी आवास पर सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया… कुमार 2001 बैच के सीनियर IPS अधिकारी और ADGP रैंक के अफसर थे. घटना सुबह करीब 7 बजे हुई… Kumar का शव घर की बेसमेंट में मिला जहां उन्होंने खुद को गोली मारी. Y. Puran Kumar की पत्नी अमनीत पी. कुमार भी एक IAS अफसर हैं जो इस वक्त जो इस वक्त CM Nayab Saini के जापान दौरे पर हैं और कल शाम तक लौटेंगी.
चंडीगढ़ पुलिस का बयान

Chandigarh SSP कंवरदीप कौर ने बताया कि “वाई. पूरन कुमार ने सुसाइड किया… कारणों का अभी पता लगाया जा रहा है. मामले में जांच की जा रही है”. कुमार का मोबाइल और सामान जांच के लिए भेजा गया है. Police को अब फोरेंसिक और बैलिस्टिक रिपोर्ट का इंतजार… फिलहाल परिवार ने कोई बयान नहीं दिया है. 29 सितंबर को ही Y. Puran Kumar की रोहतक PTC में IG के रूप में पोस्टिंग की गई थी… वो 7 अक्टूबर तक छुट्टी पर थे.
प्रमोशन और विवाद

पिछले साल कुमार ने 1991-2005 बैच IPS अधिकारियों के प्रमोशन पर सवाल उठाए थे… उन्होने CM Saini को पत्र लिखा कि वित्त विभाग ने गृह मंत्रालय के नियम तोड़े हैं. साथ ही उन्होने 11 अक्टूबर 2022 को गृह विभाग के एक बड़े अधिकारी को भी इस बारे में सूचित किया था.
पूर्व DGP पर उत्पीड़न आरोप

अगस्त 2020 में Kumar ने अंबाला SP को शिकायत दी कि पूर्व DGP Manoj Yadav ने उत्पीड़न किया… साथ ही SC/ST Act के तहत FIR दर्ज करने की गुहार लगाई थी. Y. Puran Kumar ने बताया था कि, “3 अगस्त 2020 को सार्वजनिक अवकाश था… उस दिन वे शहजादपुर थाने में बने मंदिर में माथा टेकने गए थे. उसी दिन तत्कालीन SP अभिषेक जोरवाल भी मंदिर में गए थे. 17 अगस्त 2020 को तत्कालीन DGP Manoj Yadav ने उन्हें एक पत्र लिख कर पूछा कि क्या थाने में मंदिर स्थापित करने से पहले सरकार से अनुमति ली गई थी?” इस पर Kumar ने कहा था कि मामले को लेकर उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया है.
पुलिस विभाग में शोक की लहर

इस मामले की सच्चाई क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन इस घटना से Haryana Police में शोक की लहर है. साथ ही ये घटना Haryana Police Department में मानसिक स्वास्थ्य और विभागीय विवादों पर सवाल खड़ी करती है.
