 
                  Interstate Vehicle Theft Gang Banda: बांदा पुलिस ने अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सात चोरी की बाइकें, तीन देसी तमंचे और कारतूस समेत पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया। पुलिस की यह कामयाबी साबित करती है कि खाकी की पकड़ से चोर कहीं नहीं बच सकते।
🚓अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह गिरफ्तार Interstate Vehicle Theft Gang Banda
बांदा: अगर आप सोचते थे कि आपकी बाइक सिर्फ भगवान भरोसे खड़ी है तो जरा ठहर जाइए — क्योंकि इस बार बांदा पुलिस ने दिखा दिया कि चोर चाहे जितना शातिर हो, खाकी के शिकंजे से नहीं बच सकता! कोतवाली नगर पुलिस और अतर्रा पुलिस ने मिलकर अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के पांच बदमाशों को धर दबोचा, वो भी चोरी की सात मोटरसाइकिल, तीन अवैध देसी तमंचे और कारतूसों समेत!
🚔 कोतवाली नगर पुलिस की चालाकी — मोटरसाइकिल समेत तीन दबोचे

कोतवाली नगर पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र की सूंघ और फुर्ती से गिरोह के तीन शातिर चोरों को दो चोरी की बाइकों सहित दबोच लिया। पूछताछ में कबूल हुआ कि ये बाइक सिर्फ बांदा ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों से भी उड़ाई गई थीं।
🏍️ अतर्रा पुलिस की चपेट में दो और — पांच बाइक भी जब्त

उधर अतर्रा पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी — दो और चोरों को पांच चोरी की बाइक समेत पकड़ा। पूछताछ में इनके पास से तीन देसी तमंचे और कारतूस भी बरामद हुए। यानी साफ है कि गिरोह बाइक चुराने के साथ हथियारबंद होकर वारदात को अंजाम देता था।
अपराधियों का इतिहास खंगालने में जुटी पुलिस Interstate Vehicle Theft Gang Banda
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है और गिरोह के नेटवर्क की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं। पुराने केस खंगाले जा रहे हैं ताकि जो चोरी अब तक दर्ज नहीं हुई, उसका भी सुराग लग सके।
👮 खाकी के जज़्बे को सलाम! Interstate Vehicle Theft Gang Banda
बांदा पुलिस का यह ऑपरेशन साफ बताता है कि चाहे गिरोह कितना भी बड़ा क्यों न हो, खाकी की पकड़ से बच पाना नामुमकिन है। लगातार सक्रिय पुलिसिंग, चौकन्ना मुखबिर तंत्र और मुस्तैद दस्ता — यही है बांदा पुलिस का असली दमखम। अब इलाके में लोगों ने चैन की सांस ली है कि उनकी गाढ़ी कमाई की बाइकें सुरक्षित हाथों में हैं।
खाकी की नजरों से बच नहीं सकता कोई
इस गिरफ्तारी ने साफ कर दिया कि बांदा पुलिस की नजरें हर गली, हर सड़क और हर चौराहे पर हैं। चाहे गिरोह अन्तर्राज्यीय हो या लोकल — खाकी की बारीक नजरों से कोई बच नहीं सकता। लोगों में अब भरोसा और मजबूत हुआ है कि पुलिस उनकी मेहनत की कमाई की रखवाली में दिन-रात खड़ी है।

 
         
         
         
        