अरबों डॉलर की कमाई, पाकिस्तान को शर्म नहीं आई… कैसे भिखारियों का सबसे बड़ा सप्लायर बन गया Pakistan? जानिए भीख की इंडस्ट्री से फायदा या नुकसान?
New Delhi : साल 1947… मजहब के नाम पर दुनिया के नक्शे पर एक देश पैदा हुआ… नाम था Pakistan. भारत से अलग होकर Pakistan ने भी तब लाखों सुनहरे सपने देखे होंगे. लेकिन आज हालात क्या हैं ये हम सब जानते हैं. भुखमरी, गरीबी, भष्टाचार, सेना का जुल्म, तख्तापलट, आतंकवाद, लूट की राजनीति से Pakistan लहुलुहान है. लेकिन अफसरशाही और नेता मौज काट रहे हैं. पड़ोसी मुल्क Pakistan के आर्मी चीफ और प्रधानमंत्री के बारे में अक्सर सुना जाता है कि कभी वो इस देश में कटोरा लेकर भीख मांगने गए तो कभी उस देश में… लेकिन आज हम आपको इसी कंगाल मुल्क के इंटरनेशनल भिखारियों के बारे में बताने वाले हैं जो भर-भर कर अपने ही देश की फजीहत करवा रहे हैं…
कराची से लेकर दुबई तक ‘भीख का कारोबार’

आज जहां India World Leader बनने की राह पर अग्रसर है, दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार हो चुका है, Made In India प्रोडक्ट्स से सारी दुनिया में धूम मचा रहा है तो वहीं पड़ोसी देश Pakistan दुनियाभर में गधे, आतंकवादी और भिखारी Export करने का सबसे बड़ा सप्लायर बनकर उभरा है. आज कराची से लेकर मक्का मदीना तक पाकिस्तानी भिखारी और आतंकवादियों के ही चर्चे हैं. इस देश के जैश ए मोहम्मद लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठन दुनिया से जिहाद के नाम पर भीख मांग रहे हैं तो वहीं पाकिस्तान के इंटरनेशनल भिखारियों की बदौलत पाकिस्तान में ‘भीख का कारोबार’ अरबों डॉलर की इंडस्ट्री बन चुका है… ये इतना बड़ा नेटवर्क बन चुका है जिसकी जड़ें कराची, लाहौर और इस्लामाबाद से निकलकर सीधे मक्का मदीना, दुबई और अबूधाबी तक पहुंच गई हैं…
Bullet Train की रफ्तार से बढ़ी भीख की इंडस्ट्री

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि Pakistan PM Shehbaz Sharif के कार्यकाल में यह इंडस्ट्री 42 अरब डॉलर तक पहुंच गई है. Pakistani Media की मानें उनके देश की 3 करोड़ 80 लाख से ज़्यादा आबादी सीधे तौर पर इस भीख के कारोबार से जुड़ी है. ऐसे में सवाल ये भी खड़ा होता कि Pakistan अपनी अर्थव्यवस्था बचा रहा है, या अपनी साख गंवा रहा है? लाख कोशिशों के बावजूद, दुनिया भर से कर्ज लेने के बावजूद Pakistan की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट रही है. लेकिन पाकिस्तान की “भीख की इंडस्ट्री” बुलेट ट्रेन की रफ्तार से बढ़ रही है.
भिखारियों का सबसे बड़ा सप्लायर बना पाक

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स तो यहां तक दावा करती हैं कि Pakistan न सिर्फ़ अपने देश में, बल्कि खाड़ी देशों सहित दुनिया के कई हिस्सों में भिखारियों का सबसे बड़ा सप्लायर बन चुका है. सऊदी अरब, यूएई जैसे अमीर मुल्कों में मौजूद भिखारियों में से 90% से ज्यादा पाकिस्तानी पाए जाते हैं. Pakistani Media की मानें तो उनके देश के ये होनहार भिखारी अपने ही देश में 1000 से 2000 रुपये रोज़ाना कमा लेते हैं… अब सोचिए खाड़ी देशों में तो ये रिकॉर्डतोड़ कमाई कर लेते होंगे. मक्का-मदीना, दुबई, शारजाह और अबूधाबी जैसे शहरों में तो इन भिखारियों का इतना आतंक बढ़ चुका है कि हर साल लाखों की संख्या में इन्हे वापस Pakistan डिपोर्ट किया जाता है. आलम ये है कि इनके अपने मुल्क पाकिस्तान के Islamabad और Lahore के कई सार्वजनिक इलाकों में भिखारियों की एंट्री तक बैन कर दी गई है.
आज ज़िंदा होते जिन्ना तो…….

अब आप ही सोचिए… कंगाल मुल्क Pakistan जो आज भिखारियों के दम पर चल रहा है वो India से जंग की बात करता है. जंग लड़ने के लिए टैंकों में डलवाने को तेल नहीं और चले हैं मुस्लिम मुल्कों का मसीहा बनने. आज इनके कायदेआज़म Muhammad Ali Jinnah होते, तो वो भी ये सोच कर चुल्लू भर पानी में डूब मरते… कि क्या इसी दिन के लिए उन्होने धर्म के नाम पर Pakistan की नींव रखी थी… उन्होने कभी ये सोचा होगा जीवे-जीवे पाकिस्तान के होनहार बाशिंदे विदेशों में जाकर उनके नाम पर इंटरनेशनल फजीहत करवाएंगे.???? जय हिंद.

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