हरियाणा में कार्यकर्ता जॉइनिंग को लेकर जजपा-इनेलो में टकराव… इनेलो का दावा ‘सरोज बेनीवाल ने पार्टी जॉइन की’, जजपा बोली – ‘झूठा प्रचार कर रही इनेलो’
Chandigarh : हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर क्षेत्रीय दल जननायक जनता पार्टी (JJP) और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) आमने-सामने हैं… इस बार विवाद का केंद्र सोनीपत की पूर्व जजपा महिला जिला अध्यक्ष सरोज बेनीवाल की कथित जॉइनिंग है. इनेलो ने दावा किया कि सरोज बेनीवाल ने उनकी पार्टी जॉइन कर ली है जबकि जजपा ने इस दावे का खंडन करते हुए इसे झूठा प्रचार बताया है.
इनेलो का दावा, जजपा का खंडन

INLD ने हाल ही में घोषणा की थी कि सरोज बेनीवाल जो जजपा की सोनीपत महिला जिला अध्यक्ष रह चुकी हैं, वो Abhay Chautala की अगुवाई वाली पार्टी में शामिल हो गई हैं. इस दावे के जवाब में जजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह पूरी तरह से झूठा प्रचार है. JJP की ओर से जारी बयान में सरोज बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि वे जजपा में थीं और जजपा में ही रहेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि INLD ने उन पर सामाजिक दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी पार्टी के प्रति वफादार हैं और जजपा की नीतियों का प्रचार-प्रसार कर रही हैं.
जजपा का इनेलो पर हमला

जजपा की महिला प्रदेश अध्यक्ष रजनी मलिक ने INLD की आलोचना करते हुए कहा कि झूठ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना इनेलो की पुरानी रणनीति है… उन्होंने कहा, “हमारे मजबूत कार्यकर्ताओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ता. जनता समझदार है और INLD को भ्रम फैलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए”. मलिक ने जोर देकर कहा कि जजपा में महिलाओं की हिस्सेदारी को हमेशा प्राथमिकता दी गई है और संगठन के नवनिर्माण में महिलाओं की भूमिका को और बढ़ाया जा रहा है.
जजपा का संगठन गठन अभियान
रजनी मलिक ने बताया कि JJP का महिला विंग हरियाणा के 22 जिलों में सक्रिय है. महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए लगातार बैठकें आयोजित की जा रही हैं… हाल ही में भिवानी और महेंद्रगढ़ में महिला कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ जिला पदाधिकारियों के साथ बैठकें हुईं. आने वाले 18 अगस्त को रेवाड़ी और 19 अगस्त को रोहतक में JJP महिला विंग के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मलिक और जजपा महिला प्रभारी किरण पूनिया इस अभियान में सक्रिय रूप से फील्ड में काम कर रही हैं.
क्या है विवाद का असर?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के विवाद दोनों पार्टियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं… JJP–INLD दोनों ही जाट समुदाय के वोट बैंक पर निर्भर हैं, जो अब काफी हद तक Congress की ओर खिसक चुका है. Saroj Beniwal जैसे कार्यकर्ताओं की जॉइनिंग को लेकर विवाद से दोनों पार्टियों के बीच तनाव और बढ़ सकता है जिसका असर आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में देखने को मिल सकता है.
