Indian Spy Ravinder Kaushik. वो था तो भारतीय जासूस लेकिन, अपनी मेहनत से पाकिस्तानी आर्मी में बना मेजर. उसे Indira कहती थीं Black Tiger.

Indian Spy Ravinder Kaushik
Ex PM Indira Gandhi, Raw Agent Ravinder Kaushik

Indian Spy Ravinder Kaushik, Raw का जासूस, पाकिस्तानी लड़की से प्यार. देखिए Black Tiger की ज़िंदगी की पूरी Kahani||

New Delhi : Bollywood Actor Salman Khan की फिल्म Tiger तो ज़रूर देखी होगी आपने. साथ ही इससे जुड़ी तीनों सीरीज़ भी देखी होंगी. उस फिल्म के ज़रिए आपने देखा समझा और जाना होगा कि एक ज़ासूस की ज़िंदगी कैसे हमेशा ख़तरों से भरी रहती है. तमाम खतरों के बावजूद फिल्म में happy ending हो जाती है और हम हंसी खुशी थिएटर से बाहर आ जाते हैं. लेकिन असल ज़िंदगी फिल्मी दुनिया से कोसों परे होती है. असल ज़िंदगी में ending अक्सर हैप्पी नहीं हुआ करती. फिर चाहे वो हम और आप जैसे आम आदमी की ज़िंदगी हो या फिर देश के लिए हर कदम पर खतरा उठाने वाले एजेंट या जासूस की ज़िंदगी. आज हम आपको ऐसे ही रियल लाइफ हीरो के बारे में बताने वाले हैं जो चाहता तो एक एक्टर बनकर ऐशो आराम और स्टारडम की ज़िंदगी जी सकता था. लेकिन उसने चुना Raw Agent बनना. उसने चुना देश की सेवा करना. वो देश के लिए जिया और मरते दम तक देश के लिए दुश्मनों से लड़ता रहा. आज हम आपको बताने वाले हैं फिल्मी टाइगर की नहीं बल्कि Real Life Tiger की कहानी जिसे खुद तत्कालीन प्रधानमंत्री Indira Gandhi ने Black Tiger का नाम दिया था.

Journey of Indian Spy Ravinder Kaushik

Indian Spy Ravinder Kaushik

India-Pakistan के बीच चल रही cold war के बीच आप ये तो समझ गए होंगे किसी भी जंग में दुश्मन देश की संवेदनशील और खुफिया जानकारी सबसे ज्यादा अहम होती है. पिछले दिनों पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर सही और सटीक हमला करके भारतीय वायुसेना को जो प्रशंसा मिली है उसमें काफी हद तक अहम किरदार इंटेलिजेंस का भी है. जिसे भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानि RAW ने बखूबी अंजाम दिया. RAW की ताकत हैं उसके वो एजेंट्स हैं जो हर कदम पर अपनी जान को जोखिम में डाल कर देश की हिफाज़त करते हैं. ऐसे ही धाकड़, धांसु और दुश्मन मुल्क में रहते हुए उसके नाको चने चबवाने वाले एक RAW के खुफिया एजेंट थे रवींद्र कौशिक. रवींद्र राजस्थान के रहने वाले थे. लेकिन एक मिशन को अंजाम देने के लिए वो पाकिस्तान गए और फिर पाकिस्तानी सेना में मेजर बन गए. पाकिस्तानी फौज में होते हुए भी वो लगातार दुश्मन देश की खुफिया जानकारियां भारत को भेजता रहे. जिस वजह से ना सिर्फ RAW, बल्कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री तक उन्हें ब्लैक टाइगर के नाम से बुलाती थी.

राजस्थान में ली पहली सांस और पाकिस्तान में आखिरी

Indian Spy Ravinder Kaushik
Indian Spy Ravinder Kaushik

Indian Spy Ravinder Kaushik की कहानी शुरू होती है राजस्थान के श्रीगंगानगर से… उनका जन्म 11 अप्रैल 1952 को श्रीगंगानगर के एक पंजाबी परिवार में हुआ था. पिता JM Kaushik एयरफोर्स में थे. 1971 की जंग के बाद भारत की खुफिया एजेंसी ने सरहदी इलाकों में चौकसी बढ़ा दी थी. यहीं वो समय था जब रवींद्र कौशिक गंगानगर के SD Bihani College से कॉमर्स में ग्रेजुएशन कर रहे थे. वो दिखने में बेहद खूबसूरत और आकर्षक थे. पर्सनेलिटी ऐसी थी कि कॉलेज के यार दोस्त उन्हे विनोद खन्ना के नाम बुलाया करते थे. इसी वजह से रवींद्र को थियेटर का चस्का लग गया.

थिएटर ने दिखाया RAW का रास्ता

वो जंगों का दौर था लिहाज़ा हर तरफ देशभक्ति की लहर थी. रवींद्र भी अक्सर थिएटर में देशभक्ति से जुड़े किरदार जैसे भगत सिंह या चंद्रशेखर आज़ाद निभाया करते थे. उन्हीं दिनों एक थियेटर शो करने के लिए रवींद्र लखनऊ गए थे. वो शो में इंडियन आर्मी अफसर का किरदार निभा रहे थे. शो काफी हिट रहा… जिसके बाद कुछ लोग रवींद्र से मिलने आए और बोले एक्टिंग ही करना जानते हो या वास्तव में देश के लिए कुछ करने का जज्बा रखते हो.? रवींद्र ने बड़ी हैरानी के साथ पूछा आप कौन हैं.? उन लोगों ने अपना परिचय दिया और बताया कि हम Indian Intelligence Services से जुड़े हैं और तुम्हें अपने साथ देशसेवा करने का मौका देना चाहते हैं. रवींद्र ने बिना वक्त गंवाए हां कर दी. लेकिन वो अधिकारी रवींद्र को थोड़ा और परखना चाहते थे. पूरी तरह तसल्ली कर लेने के बाद उन अधिकारियों ने रवींद्र को दिल्ली में RAW के एक बड़े अफसर से मिलवाया. यहीं उन्होने रवींद्र को बताया गया कि वो अब RAW का एजेंट बन चुका है और अब इस बारे में किसी को नहीं बता सकता. यहां तक की अपने घरवालों को भी नहीं. कहते हैं इसके बाद रवींद्र की RAW एजेंट बनने की ट्रेनिंग स्टार्ट हुई. थोड़ी बहुत उर्दू रवींद्र को पहले से ही आती थी, लिहाज़ा वो जल्द ही अरबी पढ़ना लिखना सीख गए. इसके बाद उन्हें इस्लाम धर्म की बारीकियों के बारे में समझाकर कुछ देशों में जासूसी के टास्क देकर भेज दिया गया. रवींद्र कौशिक ने RAW के हर टास्क को बखूबी अंजाम दिया. जिसके बाद आखिरकार रवींद्र को पाकिस्तान भेजने का फैसला लिया गया.

कैसे बने पाकिस्तानी आर्मी में मेजर?

Indian Spy Ravinder Kaushik
Black Tiger of India

वो साल 1975 के शुरुआती दिन थे… 24 साल के खूबसूरत नौजवान रवींद्र कौशिक को उनकी नई पाकिस्तानी पहचान वाले बर्थ सर्टिफिकेट और दसवीं के मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट के साथ Pakistani passport और वो हर तरह के दस्तावेज मुहैया कराए गए जिससे वो इस्लामाबाद निवासी Nabi Ahmad बन गए. पाकिस्तान पहुंचने के बाद रवींद्र ने कराची के Law College में एडमिशन ले लिया और डिग्री भी मिल गई. इस दौरान वो लगातार RAW को पाकिस्तान से जुड़ी कुछ खुफिया जानकारियां भेजते रहे. कुछ दिनों में वहां पाकिस्तानी सेना में भर्ती का विज्ञापन निकला. रवींद्र ने सोचा इसके लिए आवेदन करना चाहिए. हालांकि इसके लिए रॉ के बड़े अधिकारियों ने उनको मना कर दिया था. क्योंकि document verification में रवींद्र फंस सकते थे. बावजूद इसके रवींद्र ने रिस्क लिया और अप्लाई किया. कुछ ही दिनों में एग्ज़ाम पास करके पाकिस्तानी सेना में नौकरी भी हासिल कर ली. जवानी ऊफान मार रही तो ज़िंदगी में प्यार ने दस्तक दी. इस्लामाबाद में ही रहने वाले एक पाकिस्तानी सैनिक की बेटी अमानत से हमारे रॉ एजेंट को प्यार हो गया. दोनों ने निकाह कर लिया… रवींद्र ने अमानत को भी अपने एजेंट होने के बारे में नहीं बताया था. वो पाकिस्तानी सेना के जिस ऑफिस में posted थे वहां से निकलने वाली हर जानकारी RAW तक पहुंचा रहे थे. वो तमाम जानकारियां RAW के काम आ रही थीं. अपनी जान को खतरे में डाल कर पाकिस्तान से वो अनमोल जानकारियां निकाल कर भेजने वाले एजेंट रवींद्र कौशिक को तत्कालीन प्रधानमंत्री Indira Gandhi ने Black Tiger का खिताब दिया था. उधर समय बीतता चला गया और रवींद्र उर्फ नबी अहमद प्रमोशन पर प्रमोशन लेकर पाकिस्तानी सेना में मेजर रैंक तक जा पहुंचे.

मरने से पहले सिर्फ एक बार घरवालों ने देखा

साल 1981 के आस-पास की बात है. रवींद्र कौशिक को पता चला कि उनके छोटे भाई राजेश की शादी होने वाली है. इस बारे में उन्होने RAW के आला अधिकारियों को बताया और कुछ दिनों की छुट्टी लेकर भारत आ गए, मगर बेहद गोपनीय तरीके से. वो अपने घर के सभी लोगों के लिए ढेर सारे तोहफे ले गए थे. मगर किसी को ये पता नहीं चलने दिया कि वो पाकिस्तान में रह रहे हैं. परिवार में सभी को ये बताया कि वो दुबई में रहते हैं और वहीं काम करते हैं. लंबे अरसे के बाद घर पहुंचे बड़े बेटे रवींद्र की शादी को लेकर माता-पिता ने दबाव बनाने की कोशिश की तो उन्होने बताया कि वो दुबई में ही शादी कर चुके हैं. पत्नी का नाम अमानत है और जल्द उन्हे बच्चा होने वाला है. रवींद्र के मुंह से ये सब सुन कर परिवार वाले हैरान रह गए. माता-पिता नाराज तो हुए लेकिन अब कर क्या सकते थे. लिहाज़ा धीरे-धीरे सब मान गए. ठीक ठाक तरीके से छोटे भाई की शादी हो गई और फिर रवींद्र भी वापस अपने मिशन पाकिस्तान की ओर निकल पड़े. उनके घरवाले बताते हैं कि उसके बाद उन्होने कभी रवींद्र को नहीं देखा.

कैसे पकड़ा गया Black Tiger.?

Indian Spy Ravinder Kaushik

गुज़रते वक्त के साथ-साथ सब कुछ ठीक चल रहा था. रवींद्र अपने मिशन पर जुटे हुए थे और लगातार पाकिस्तान से जुड़ी खुफिया जानकारियां रॉ को भेज रहे थे. उस दौरान उन्हे एक बेटा भी हो चुका था. लेकिन उनकी मुसीबत तब बढ़ी जब साल 1983 में भारत से पंजाब की रहने वाली एक नई Raw Agent Inayat Masih को पाकिस्तान भेजा गया. उसे वहां रवींद्र उर्फ़ नबी अहमद के पास जाने को कहा गया था. लेकिन पाकिस्तान में इनायत मसीह पकड़ी गई. और उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के सामने रवींद्र कौशिक के सारे राज़ खोल दिए. पाकिस्तानी आर्मी में मेजर नबी अहमद उर्फ रवींद्र कौशिक पकड़े जाते हैं. उन्हे लालच दिया जाता है कि अगर वो भारत से जुड़ी खुफिया जानकारियां पाकिस्तान को देते हैं तो उन्हे छोड़ दिया जाएगा. थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया जाता है लेकिन रवींद्र नहीं टूटते और ना ही अपना मुंह खोलते थे. पकड़े जाने के करीब तीन साल बाक रवींद्र कौशिक को मौत की सजा सुनाई गई. जिसे बाद में उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया. कौशिक के परिवार ने उनकी वापसी के लिए लगातार कई सरकारों के आगे गुहार लगाई. लेकिन सरकार ने ये मानने से इनकार कर दिया कि रवींद्र कौशिक एक जासूस थे. वो लंबे समय तक पाकिस्तानी जेल में ही यातनाएं सहते रहे. TB जैसी खतरनाक बीमारी से जूझते रहे और आखिरकार जेल में ही हार्ट अटैक से उनकी की मौत हो गई. और इस तरह से रियल लाइफ ब्लैक टाइगर की ज़िंदगी का अंत हो गया. ताउम्र देश की सेवा करने वाले उस जांबाज़ योद्धा को खबरीलाल का सलाम.

क्यों ब्लैक टाइगर पर बनते-बनते रह गई फिल्म?

Indian Spy Ravinder Kaushik
Actor Salman Khan, Spy Ravinder Kaushik

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को Indian Spy Ravindra Kaushik की बायोपिक में काम करने का मौका दिया गया. ‘रेड’ और ‘रेड-2’ जैसी सपरहिट फिल्म बनाने वाले राजकुमार गुप्ता इस फिल्म का निर्देशन करने वाले थे. गुप्ता ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार थी और सलमान ने हां भी कर दी थी. लेकिन फिल्म के लिए जो बायोपिक राइट्स लिए गए थे वो expire हो चुके थे, और उन्हें रिन्यू नहीं किया गया. इस वजह उस फिल्म के प्रोजेक्ट को रोकना पड़ा. राजकुमार गुप्ता के मुताबिक पिछले 5 सालों से उन्होने रविंद्र कौशिक की जिंदगी पर सारी रिसर्च की थी. सलमान खान के fans भी इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित थे. लेकिन अब ये प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया है और ब्लैक टाइगर की ज़िंदगी पर फिल्म देखने का दर्शकों का सपना, सपना ही रह जाएगा.