 
                  रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे हरियाणा-पंजाब के युवक… नौकरी के बहाने जबरन रूसी सेना में कराया भर्ती. गन देकर कहा- “मारो या हम मार देंगे”.
Fatehabad : Haryana के फतेहाबाद जिले के दो युवक अंकित जांगड़ा (23) और विजय पूनिया (25) समेत पंजाब, यूपी और जम्मू-कश्मीर के कई युवक रूसी सेना में जबरन भर्ती होकर यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर फंस गए हैं… एजेंटों ने नौकरी का लालच देकर उन्हें रूस भेजा, जहां रूसी सेना ने दस्तावेजों में उनसे धोखे से साइन करवाकर ट्रेनिंग दी और युद्ध में धकेल दिया. अब उनमें से दो युवकों ने परिवारों को दो वीडियो भेजे हैं. वीडियो में युवकों ने भारत सरकार और हरियाणा-पंजाब की राज्य सरकारों से अपनी जान बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई है.
वीडियो में युवकों की गुहार

पहला वीडियो (ट्रेनिंग कैंप) – आर्मी ड्रेस में अंकित जांगड़ा जंगल या ट्रेनिंग स्थल पर अन्य युवकों के साथ दिख रहा है. चेहरे पर डर साफ झलक रहा है. अंकित ने कहा, “जबरदस्ती कर रहे हैं भाई. ये हमारा आखिरी वीडियो हो सकता है. 9 साथी ट्रेनिंग पर जा रहे हैं… कल या परसों हमें युद्ध में भेज देंगे. यहां से जो जाता है वो वापस नहीं आता. पहले 13-14 साथी गए थे, सब मारे गए.” वीडियो में एक सिख युवक भी दिखा.
दूसरा वीडियो (अंधेरे कमरे में) – अंकित, विजय पूनिया, पंजाब के मोगा से बूटा सिंह, जम्मू से सुनील शर्मा और सचिन सहित 5 युवक सहमे हुए खड़े हैं. एक युवक ने बताया, “हम 5-6 महीने पहले मॉस्को आए थे. हमें एक महिला ने कंप्यूटर ऑपरेटर-ड्राइवर की नौकरी का लालच दिया था. डॉक्यूमेंट ले लिए, एग्रीमेंट चिली में कराया. भाषा नहीं आती थी, पता नहीं क्या लिखा था. 25 लोग आए थे, ट्रेनिंग सेंटर भेजा. गन थमा दी, मना करने पर हमारे ऊपर ही तान दी और कहा, ‘तुम मारो या हम मारेंगे’. उन्होंने कहा कि हमें रूस-यूक्रेन बॉर्डर पर कहीं रखा है और अब यूक्रेन भेजा जा रहा. 13-14 साथी मारे गए, 6-7 बचे हैं. पीएम-सीएम से रिक्वेस्ट है कि हमें निकालें. ये हमारा आखिरी वीडियो हो सकता है”.
युवकों का सफर और धोखा

अंकित जांगड़ा – 12वीं के बाद 14 फरवरी 2025 को फरीदाबाद के एजेंट से स्टडी वीजा पर रूस गया… मॉस्को के MSLU कॉलेज में लैंग्वेज कोर्स में दाखिला लिया. फ्री टाइम में रेस्टोरेंट में हेल्पर का काम किया. पिता रामप्रसाद ने बताया कि महिला ने ज्यादा पैसे का लालच दिया और रूस भेज दिया.
विजय पूनिया – जुलाई 2024 में स्टडी वीजा पर गया… वीजा एक्सपायर होने पर अक्टूबर 2024 में वापस आया. मार्च 2025 में फिर गया. जुलाई 2025 में बिजनेस वीजा पर लोन लेकर भेजा.
धोखाधड़ी का आरोप – 15 लोगों का बैच बनाकर महिला ने रूसी आर्मी में “हेल्पर” जॉब का वादा किया… मॉस्को पहुंचने पर डॉक्यूमेंट ले लिए, रूसी भाषा में एग्रीमेंट साइन करवाया. ट्रेनिंग सेंटर भेजा, गन थमा दी. हर वक्त सिर पर कमांडर तैनात रहते हैं और भागने पर जान से मारने की धमकी देते हैं. अंकित ने कहा कि वे यूक्रेन सीमा से 300 किमी दूर सोलीडेव के जंगल में फंसे हैं.
युवकों के परिवारों का दावा

दोनों युवकों के परिवारों का कहना है कि 15 लोगों के बैच में यूपी, पंजाब, जम्मू-कश्मीर के युवक फंसे हैं… सोमवार शाम व्हाट्सऐप कॉल पर अंकित-विजय ने कहा, “1-2 दिन बचे हैं, फिर युद्ध में भेज देंगे”. साथ ही परिवारों ने दावा किया कि उनमें से किसी ने रूस भेजने वाली महिला को कॉल की, तो बोली, “वे दोनों मर गए हैं”. लेकिन सोमवार को ही कॉल आई थी. अब उस महिला ने नंबर ब्लॉक कर दिया.
सीएम सैनी से परिवार की मुलाकात
अंकित और विजय के परिवारों ने मंगलवार को CM Nayab Singh Saini से मुलाकात की जिसके बाद सीएम की तरफ से मामले को विदेश मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए गए. बुधवार को परिवार डीसी डॉ. विवेक भारती, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल से भी मदद मांगने पहुंचा.
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय युवकों का संकट

दरअसल ये समस्या साल 2022 Russia-Ukraine से चली आ रही है… कुछ फर्जी एजेंट नौकरी या टूर का लालच देकर देश के युवाओं को रूस भेजते हैं जहां रूसी सेना उनका पासपोर्ट छीनकर जबरन उन्हे सेना में भर्ती कर देती है. 2024-2025 में पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों ऐसे मामले सामने आए हैं जिनको लेकर सरकार सतर्कता से काम कर रही है. MEA ने रूस से डिस्चार्ज की मांग की है साथ ही PM Modi के जुलाई 2024 रूस दौरे के बाद प्रक्रिया भी तेज हुई है. लेकिन कई युवक मारे गए, जैसे हैदराबाद का मोहम्मद सुफियान.

 
         
         
         
        
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Bharat ke bacho ko wapas lana hoga