India Pakistan war
India-Pakistan war2025: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन बरकरार है। कयास लगाए जा रहे हैं कि, कभी भी सीजफायर को खत्म किया जा सकता है। और दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हो सकती है। पाकिस्तान की हरकत को देखते हुए भारत भी पूरी तरह तैयार है। हिंदुस्तान इस बार पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है।सीमा पर भारत ने इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है। इधर चीन और तुर्की भी पाकिस्तान को आधुनिक फाइटर जेट और भारत के सुदर्शन चक्र से लड़ने का हुनर सिखा रहे हैं। तो क्या अबकी बार India-Pakistan war तय है।

दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के जरिये भारत ने पाकिस्तान को जो शिकस्त दी है,उससे उसकी जमीन हिल गई है। अपनी सैन्य ताकत को इस तरह पीटता देख पाकिस्तान सकते में हैं। अब मिया शहबाज और उनके नुमाइंदे चीन और तुर्की से गुहार लगा रहे हैं। अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने की अपील कर रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का चीन दौरा इसी ओर इशारा कर रहा है। सीजफायर के बावजूद पाकिस्तानी सेना का भारत को उकसाने वाला बयान देना, ये बता रहा है कि, पाकिस्तान अंदर ही अंदर कुछ खिचड़ी पका रहा है। अपनी सेना को जंग के लिए तैयार कर रहा है। मतलब India-Pakistan war अब तय है?
चीन-तुर्की के साथ मिलकर कुछ करने की तैयारी में पाकिस्तान?
ऑपरेशन सिंदूर से मिली हार का बदला लेने के लिए पाकिस्तान चीन की शरण में चला गया है, वही चीन जिसके हथियारों को भारत की सेना ने गाजर-मूली की तरह काट दिया। बावजूद इसके पाकिस्तान चीन के साथ बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। इधर भारत का विरोधी चीन भी खुलकर पाकिस्तान का साथ देने की बात कह रहा है। भारत से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान को पांचवी पीढ़ी का फाइट जेट देने की तैयारी कर रहा है।

बता दें कि, पाकिस्तान ने 2024 में चीन से 5th जनरेशन का फाइटर जेट खरीदने की बात की थी। जिसके बाद चीन ने अपने एडवांस फाइटर जेट J-35A को पाकिस्तान को देने की बात कही थी। कुल 40 एयरक्राप्ट की डिलिवरी दो साल में होनी थी। लेकिन ताजा हालात को देखते चीन अगस्त में ही इसकी डिलिवरी करने की कोशिश कर रहा है। चीन के इस उतावलेपन से आप समझ सकते हैं कि, चीन किस कदर India-Pakistan war करवाने के लिए उतावल हो रहा है।
पाकिस्तान-चीन के मुकाबले के लिए भारत की क्या तैयारी?
बता दें कि, चीन के पास पांचवी पीढ़ी के दो फाइटर जेट हैं। जिसमें एक J-20 है, जबकि दूसरा J-35A। पूरी दुनिया में केवल अमेरिका के पास ही चीन से बेहतर फाइटर जेट हैं।यानि चीन आकाश में अमेरिका के बाद सबसे बड़ी ताकत है। लेकिन चीन के हथियारों की अभी जो दुर्गत हुई है,उससे चीन के दावों की हवा निकल जाती है। अपने हथियारों के पहले टेस्टिंग में ही चीन फेल हो चुका है। लिहाजा अगर वो पाकिस्तान को अपने आधुनिक फाइटर जेट देता भी है,तो भारत को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन पाकिस्तान शायद इस मुगालते में जी रहा है कि, चीन से J-35A लेकर वो भारत से अपनी हार का बदला ले सकता है।
चीन के फाइटर जेट कितने ताकतवर?
यहां सवाल उठता है कि, भारत पाकिस्तान और चीन की इस साजिश का मुकाबला करने के लिए कितना तैयार है। तो यहां बता दें कि, हिंदुस्तान के पास मौजूदा वक्त में कोई भी पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान नहीं है। भारत 2035 तक 5th जनरेशन के फाइटर जेट बनाने की बात कह रहा है। सुरक्षा के लिहाज से देखें तो ये भारत के लिए चिंता का विषय है। कहां तो चीन पांचवी पीढ़ी से भी आगे निकलकर छठवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बना रहा है। और कहां हम हैं जो अभी दस साल बाद पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान तैयार कर पाएंगे।

ऐसी हालत में अगर भारत-पाकिस्तान जंग हो जाती है,और पाकिस्तान के पास चीन का J-35A मौजूद रहता है, तो हम आसमान में उसका मुकाबला कैसे करेंगे ये सोचने का विषय है। क्योंकि चीन के J-35A में AESA रडार और इन्फ्रारेड सिस्टम लगा है, जिसके कारण इसे ट्रैक करना मुश्किल है।यही नहीं ये एक बार में अपने साथ 8 टन वॉरहेट ले जा सकता है। इसकी स्पीड लगभग 2500 किलोमीटर प्रति घंटे बताई जाती है। और ये हवा से हवा के साथ ही हवा से जमीन पर मार कर सकता है। चीन के इस विमान का मुकाबला करने के लिए भारत के पास राफेल है। चीन अपने फाइटर जेट को लेकर जो दावा करता है, उसे परखा नहीं गया है,लेकिन राफेल की कुशलता दुनिया देख चुकी है।
तुर्की पाकिस्तान को सिखा रहा S-400 से बचने का तरीका
इधर चीन के साथ तुर्की भी पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को मजबूत करने में जुटा है। खासकर भारत के साथ जंग में पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने जिस तरह तबाह किया है। उसके बाद पाकिस्तान को लगने लगा है कि, अगर उसे भारत से निपटना है तो उसे एस-400 यानि सुदर्शन चक्र से बचने की तरकीब सीखनी होगी। तुर्की इसमें पाकिस्तान की मदद कर सकता है। यहां बता दें कि,तुर्की ने भी रूस से एस-400 डिफेंस सिस्टम खरीद रखा है। लिहाजा हो सकता है कि,एस-400 की कमियों के बारे में पाकिस्तान को बताकर तुर्की उसकी वायुशक्ति को और मारक बनाने में मदद करे।

हालांकि भारत के रक्षा विशेषज्ञों की माने तो अगर तुर्की ऐसा सोचता है तो ये उसकी गलत फहमी है। क्योंकि भारत की हवाई सुरक्षा किसी एक खास हथियार पर निर्भर नहीं है। भारत के पास s-400 के अलावा कई एयर डिफेंस सिस्टम हैं,जो पाक के मंसूबे को तबाह करने में सक्षम हैं। लिहाजा अगर भारत-पाकिस्तान जंग होती भी है,तो भारत पाकिस्तान पर बीस ही पड़ेगा।
