PM Modi ने की EU नेताओं से बातचीत India-EU FTA को जल्द अंतिम रूप देने पर सहमति
India-EU FTA News
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय संघ के शीर्ष नेताओं – यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा से टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (India-EU FTA) को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई। अगर भारत और EU के बीच FTA डील हो जाती है, तो ट्रंप की टैरिफ लगाकर भारत पर दबाव बनाने की रणनीति की पूरी तरह से हवा निकल जाएगी ।
व्यापार, तकनीक, निवेश और वैश्विक स्थिरता पर हुई व्यापक चर्चा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के अनुसार, बातचीत का केंद्र बिंदु था – व्यापार, तकनीक, निवेश, इनोवेशन, स्थिरता, रक्षा, सुरक्षा और वैश्विक सप्लाई चेन जैसे अहम क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक सशक्त बनाना।
India-EU FTA: जल्द पूरा करने की प्रतिबद्धता
- India-EU FTA (मुक्त व्यापार समझौता) कई वर्षों से विचाराधीन है।
- बातचीत में इस समझौते को शीघ्रता से पूरा करने पर सहमति बनी, ताकि दोनों पक्षों को वाणिज्यिक, आर्थिक और रणनीतिक स्तर पर लाभ मिल सके।
वैश्विक मुद्दों पर भी हुई चर्चा
- पीएम मोदी और EU नेताओं ने यूक्रेन संकट पर भी विचार साझा किए।
- पीएम मोदी ने भारत के रुख को दोहराया कि भारत शांति, संवाद और स्थायित्व के पक्ष में है।
- भारत ने इस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन जारी रखने का संकल्प दोहराया।
द्विपक्षीय सहयोग के क्षेत्र
बातचीत में जिन क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की बात हुई, वे हैं:
- व्यापार और निवेश
- विज्ञान और तकनीक
- इनोवेशन व स्टार्टअप सहयोग
- जलवायु परिवर्तन और सतत विकास
- रक्षा और सुरक्षा
- आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) का मजबूतीकरण
IMEEC कॉरिडोर पर चर्चा
बातचीत के दौरान India-Middle East-Europe Economic Corridor (IMEEC) पर भी विचार हुआ। दोनों पक्षों ने इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के तेजी से कार्यान्वयन के लिए साझा प्रतिबद्धता जताई।
भारत में शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी का निमंत्रण
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं को आगामी India-EU शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आने का आधिकारिक निमंत्रण दिया। फरवरी 2025 में यूरोपीय संघ के आयोग के प्रतिनिधियों की भारत यात्रा के बाद, यह अगला बड़ा कदम माना जा रहा है।
साझा दृष्टिकोण और विश्वास का संबंध
PMO के अनुसार, भारत और यूरोपीय संघ के संबंध ट्रस्ट (विश्वास), साझा मूल्य (Shared Values) और भविष्य के लिए एक समान दृष्टिकोण पर आधारित हैं। दोनों पक्षों ने मिलकर नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था, स्थिरता, और परस्पर समृद्धि के लिए कार्य करने पर सहमति जताई।
भारत-EU रणनीतिक साझेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय संघ के नेताओं की यह बातचीत भारत-EU रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने वाली मानी जा रही है। दोनों पक्षों के बीच आपसी सहयोग, वैश्विक चुनौतियों से निपटने और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में India-EU FTA एक निर्णायक कदम बन सकता है। इस बातचीत से यह स्पष्ट होता है कि भारत और यूरोपीय संघ आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक मजबूत साझेदार की भूमिका निभाने को तैयार हैं।