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Ind VS Eng: बुमराह और शमी की गैरमौजूदगी में निखरा भारत का ‘साइलेंट किलर’
Ind VS Eng Edgbaston Test Update
Ind VS Eng Test Series : एजबेस्टन में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन मोहम्मद सिराज ने अपनी गेंदबाजी से सनसनी मचा दी. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे दिग्गज तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति में सिराज ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभाली और 6 विकेट झटककर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया. उनकी इस शानदार गेंदबाजी ने भारत को पहली पारी में 180 रनों की अहम बढ़त दिलाई और मैच में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया. सिराज ने न केवल अपनी काबिलियत साबित की, बल्कि ये भी दिखाया कि वो बड़े मौकों पर टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं
सिराज का करिश्माई प्रदर्शन
एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन सिराज ने अपने पहले ही ओवर में इंग्लैंड के दो दिग्गज बल्लेबाजों, जो रूट (22) और बेन स्टोक्स (0), को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजकर इंग्लैंड को बैकफुट पर ला दिया. इस समय इंग्लैंड का स्कोर 84/5 था, और ऐसा लग रहा था कि उनकी पारी जल्द सिमट जाएगी. हालांकि, जेमी स्मिथ (184*) और हैरी ब्रूक (158) ने 368 गेंदों में 303 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी कर इंग्लैंड को वापसी का मौका दिया. लेकिन सिराज ने हार नहीं मानी. दूसरी नई गेंद के साथ उन्होंने फिर से कमाल दिखाया और इंग्लैंड की पारी को 407 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई. सिराज ने 19.3 ओवर में 70 रन देकर 6 विकेट लिए, जिसमें ब्रायडन कार्स (0), जोश टंग (0) और शोएब बशीर (0) शामिल थे.

बुमराह-शमी के बिना भी, घातक हैं सिराज !
जसप्रीत बुमराह को इस टेस्ट में विश्राम दिया गया था, जबकि मोहम्मद शमी चोट के कारण पहले से ही बाहर थे. ऐसे में भारतीय गेंदबाजी की जिम्मेदारी सिराज, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा और नीतीश कुमार रेड्डी पर थी. सिराज ने इस मौके को दोनों हाथों से लपका और अपनी गेंदबाजी से साबित किया कि वो भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण के नए लीडर बन सकते हैं. आकाश दीप ने भी 4 विकेट लेकर उनका बखूबी साथ दिया. सिराज की ये उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट फाइफर (पांच विकेट) हासिल की और वो केवल दूसरे भारतीय गेंदबाज बने, जिन्होंने एजबेस्टन में छह विकेट लिए. इससे पहले ये कारनामा चेतन शर्मा ने 1986 में किया था.
सिराज का आंकड़ों में जलवा
सिराज का प्रदर्शन तब और प्रभावशाली हो जाता है, जब हम उनके आंकड़ों पर नजर डालते हैं. जब वो बुमराह के साथ 23 टेस्ट खेलते हैं, तो उनका गेंदबाजी औसत 33.82 रहता है. लेकिन बुमराह के बिना खेले गए 15 टेस्ट में उनका औसत 25.20 हो जाता है, जो उनकी काबिलियत को दर्शाता है. इसी तरह, शमी के साथ खेले गए 9 टेस्ट में उनका औसत 34.96 रहा, जबकि बुमराह और शमी दोनों के साथ 6 टेस्ट में ये 33.05 रहा. सिराज ने साबित किया कि वो बड़े गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में भी दबाव झेल सकते हैं और अपनी लाइन-लेंथ से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं.

ऐतिहासिक उपलब्धि
सिराज ने इस मैच में न केवल अपनी पहली इंग्लैंड टेस्ट फाइफर हासिल की, बल्कि वो जसप्रीत बुमराह के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज बने, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज में टेस्ट में पांच विकेट लिए. उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी (6/15) दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में थी, और अब एजबेस्टन में 6/70 उनकी दूसरी सबसे बेहतरीन गेंदबाजी है. सिराज के इस प्रदर्शन ने उन्हें इशांत शर्मा, अमर सिंह, चेतन शर्मा और भुवनेश्वर कुमार जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल कर दिया, जिन्होंने इंग्लैंड में छह विकेट लिए हैं.
सिराज का जज्बा और भविष्य
सिराज ने मैच के बाद कहा, “मैं लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहा था. मैंने अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन यहाँ फाइफर नहीं मिला था. ये मेरे लिए बहुत खास है.” उनका ये जज्बा और समर्पण उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक उभरता सितारा बनाता है. पहले टेस्ट में उनकी गेंदबाजी की आलोचना हुई थी, लेकिन सिराज ने एजबेस्टन में शानदार वापसी कर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. एजबेस्टन टेस्ट में सिराज की इस घातक गेंदबाजी ने भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है. अब भारत के पास मौका है कि वो अपनी दूसरी पारी में तेजी से रन बनाकर इंग्लैंड को बड़ा लक्ष्य दे और सीरीज को बराबर करने की दिशा में कदम बढ़ाए. सिराज का ये प्रदर्शन न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा है.

 
         
         
        