Imran Khan पर बढ़ता सस्पेंस: वो 5 संकेत जो अनहोनी की ओर इशारा करते हैं
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को लेकर हालात लगातार रहस्यमयी होते जा रहे हैं। अफगान मीडिया उनकी हत्या का दावा कर रहा है, जबकि पाकिस्तान सरकार और जेल प्रशासन की चुप्पी ने आशंकाओं को और गहरा कर दिया है। हालांकि खबरीलाल.डिजिटल इमरान खान की हत्या की पुष्टि नहीं करता है।
तीन हफ्तों से परिवार को मुलाकात नहीं करने दी गई, दो हफ्तों से कोई आधिकारिक फोटो या अपडेट जारी नहीं हुआ, और रावलपिंडी की आदियाला जेल के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन—ये सब मिलकर हालात को और गंभीर बना रहे हैं। ऐसे माहौल में पांच बड़े संकेत सामने आए हैं जो इमरान खान की स्थिति पर बड़े सवाल खड़े करते हैं।
Imran Khan की डॉक्टर्स से मुलाकात पर रोक
मार्च 2025 में PIMS अस्पताल की मेडिकल टीम ने इमरान खान की एक जांच की थी, लेकिन PTI ने इसे दिखावटी बताया। इसके बाद किसी स्वतंत्र डॉक्टर को उनसे मिलने या उनकी विस्तृत जांच की अनुमति नहीं दी गई। कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद मेडिकल एक्सेस रोकना शक को और बढ़ाता है।

वकीलों से मुलाकात बंद
इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने कानूनी टीम की इमरान खान के साथ नियमित मुलाकात सुनिश्चित करने का आदेश दिया था, लेकिन पिछले एक महीने से वकीलों की इमरान खान के साथ मुलाकात बंद है। इससे PTI का ये आरोप मजबूत हुआ है कि इमरान की वास्तविक स्थिति छुपाई जा रही है।
Imran Khan की परिजनों से मुलाकात पर रोक
इमरान खान की बहनें—अलीमा, उज़्मा और नूरीन—लगातार जेल जाकर मुलाकात की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हर बार गेट पर रोक दी जाती है। 25 नवंबर को तो तीनों बहनों ने सैकड़ों समर्थकों के साथ जेल के बाहर प्रदर्शन भी किया। नूरीन खान ने दावा किया कि पुलिस ने अचानक स्ट्रीटलाइट बंद कर उन्हें निशाना बनाया और महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की तथा हिंसा की गई। इस घटना ने स्थिति को और संवेदनशील बना दिया है।
इमरान खान की दो हफ्तों से कोई आधिकारिक सूचना नहीं
पिछले दो वर्षों में जेल से इमरान खान की कई तस्वीरें और आधिकारिक अपडेट आते रहे, लेकिन इस बार पूरे दो हफ्ते बीत चुके हैं और कोई ठोस सूचना सामने नहीं आई। PTI नेताओं का कहना है कि संभव है कि इमरान को किसी गुप्त स्थान पर शिफ्ट किया गया हो या उन्हें सख्त एकांतवास में रखा गया हो।
सेना प्रमुख की अचानक आपात बैठक
इमरान खान की रहस्यमयी स्थिति के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ अचानक एक उच्च-स्तरीय आपात बैठक बुलाई। एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया गया, जिससे राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया।
रावलपिंडी जेल के बाहर बढ़ते प्रदर्शन
अफगान मीडिया में इमरान खान की कथित मौत की खबर सामने आने के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान—दोनों जगह इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई। PTI समर्थक बड़ी संख्या में जेल के बाहर जुटने लगे। आतंकवाद निरोधक संस्था ने हाई अलर्ट जारी कर दिया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
इमरान की बहन अलीमा ने कहा कि वे तीन हफ्तों से मुलाकात की प्रतीक्षा कर रही हैं, लेकिन हर बार आवेदन खारिज कर दिया जाता है। यही चुप्पी जनता और समर्थकों की बेचैनी बढ़ा रही है।
Imran Khan की मौत की ख़बर कैसे फैली?
- अफगानिस्तान टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से इमरान खान की मौत का दावा किया, जिसकी न पाकिस्तान सरकार ने पुष्टि की और न खंडन किया।
- डॉन अखबार के पत्रकारों का कहना है कि कई दिनों से न डॉक्टर और न वकील इमरान खान से मिल पाए हैं।
- पत्रकारों ने दावा किया कि पिछले 7 दिनों से किसी ने इमरान को जेल के भीतर नहीं देखा।
- रावलपिंडी में सुरक्षा एजेंसियों को हाई-अलर्ट पर रखा गया, जिससे आशंका और बढ़ी।
- PTI के नेताओं का कहना है कि दो हफ्तों से इमरान खान से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
इमरान खान को लेकर जो स्थिति बन रही है, वो कई गंभीर सवाल खड़े करती है। आधिकारिक चुप्पी, परिवार-वकीलों से मुलाकात पर रोक, अचानक की गई सुरक्षा बैठकें और अफगान मीडिया के दावे—ये सब मिलकर स्थिति को बेहद संवेदनशील बना देते हैं। जब तक पाकिस्तान सरकार या जेल प्रशासन कोई स्पष्ट बयान नहीं देता, तब तक ये रहस्य और गहराता रहेगा।

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