Hostage केस ने बछरावां में लोक निर्माण विभाग को तिलमिला दिया है। गायत्री स्तंभ के साथ भरोसा भी टूटा, अब गांव कह रहा – आंदोलन होगा!
जब अफसर फंसे और गांव हंसा!
बछरावां, रायबरेली – जहां अफसरों ने सोचा था कि गायत्री स्तंभ गिरा देंगे और गांव वाले चुपचाप पराठा खाएंगे। लेकिन गांव ने ऐसा झटका दिया कि Hostage बनकर अफसरों ने सड़क किनारे नई पूजा शुरू कर दी – ‘‘हे भगवान, कोई बचाओ!’’
गायत्री स्तंभ टूटा, भरोसा भी तोड़ा – बछरावां बोले अब नहीं छोड़ा!
30 जून को लोक निर्माण विभाग की खटारा टीम पहुंची – बुलडोजर, पोकलेन, चाय-पानी साथ। गायत्री स्तंभ देखे और धड़ाम! गांव वाले बोले – ‘‘अरे बाबूजी, ये क्या किया?’’ अफसर बोले – ‘‘आदेश ऊपर से आया है!’’ गांव बोले – ‘‘अब तुम ऊपर जाओगे!’’
Hostage बने अफसर, सड़क बनी धरना स्थल!
अवर अभियंता साहब और उनके कारिंदे वहीं सड़क किनारे Hostage बनकर बैठे रहे। गांव वालों ने कहा – ‘‘जब तक बताओगे नहीं कि किसकी शह पर ये माजरा हुआ, तुम यहीं बैठो!’’ सड़क भी जाम कर दी – हाईवे को बना दिया पिकनिक स्पॉट!
EXEN साहब को आया गुस्सा – सुबह-सुबह Hostage Case!
लखनऊ वाले EXEN बृजभान जी का पारा चढ़ा। सुबह-सुबह कोतवाली पहुंचे, तहरीर दी – ‘‘राहुल, योगेंद्र, अमरेंद्र, सोनू, रामलखन, ओम शंकर – सबने मिलकर Hostage बनाया, 150 अज्ञात और जुड़वाओ!’’
इंस्पेक्टर साहब बोले – ‘‘फिक्र ना करो, गिरफ्तारी चालू है!’’
गांव में पंचायत – अब करेंगे आंदोलन का प्रसाद!
जैसे ही Hostage केस की गूंज गांव में पहुंची, लोग चूल्हा छोड़कर चौपाल में जुटे। दिलीप कौशल बोले – ‘‘धोखा दिया है अफसरों ने! पहले कहा – सब ठीक होगा, फिर मुकदमा ठोक दिया। अब पक्का आंदोलन होगा, देख लेना।’’
बछरावां बोले – गायत्री गई तो क्या, हम नहीं जाएंगे!
गांव के चंद्र किशोर बोले – ‘‘गायत्री स्तंभ टूटा तो टूटा, भरोसा क्यों तोड़ा? अब Hostage Case से डराने की कोशिश कर रहे हो! हम न डरने वाले!’’ गांव में कसम खा ली गई है – ‘‘या तो अफसरों का दिमाग ठिकाने आए या फिर धरना लगेगा, सड़क फिर जाम होगी!’’
Hostage – किसका ढांचा बचेगा?
अब बछरावां की फिजा में बस एक सवाल – Hostage केस से किसका ढांचा बचेगा? अफसरों का रुतबा या गांव वालों का तेवर? लोक निर्माण विभाग को अब नई सड़क बनाने से पहले नए पुल बनवाने पड़ेंगे – भरोसे के!
रायबरेली में Hostage बना महागाथा!
तो रायबरेली का बछरावां अब नया महागाथा लिख रहा है – गायत्री स्तंभ टूटा, भरोसा भी टूटा – पर गांव वालों का हौसला नहीं टूटा! Hostage केस कब कोर्ट पहुंचेगा, कौन पकड़ा जाएगा, कौन छूटेगा – सब पता चलेगा, लेकिन एक बात तय – अब गांव में पराठा भी आंदोलन के मसले पर ही सिकेगा!
लोक निर्माण विभाग सुन ले – गायत्री स्तंभ गिराना आसान था, गांव वालों का गुस्सा गिराना मुश्किल होगा! Hostage केस लंबा चलेगा – गांव की चौपाल से कोर्ट तक!
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: रायबरेली,यूपी
🗞️Reporter: पंकज कुमार
