रोहतक के पूर्व कांग्रेसी रंगीला ने भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा के ‘लापता‘ पोस्टर लगाए… सांपला में बाढ़ प्रभावितों की सुध न लेने पर तंज, 3 वार्डों में जलभराव से बुरा हाल
Rohtak : Haryana के रोहतक जिले के सांपला हलके में बाढ़ और जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोगों की सुध न लेने पर पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ता शिव कुमार रंगीला ने पूर्व CM Bhupinder Singh Hooda और उनके सांसद बेटे Deepender Hooda के “लापता” होने के पोस्टर लगाए हैं… पोस्टरों पर लिखा है, “सांपला में बारिश की वजह से लोगों के घरों में पानी भर गया है. अगर दोनों कहीं दिखाई दें तो सांपला की जनता को सूचित करें. पोस्टर के आखिर में लिखा है… कोई तो हमारी मदद करो”. खुद को समाजसेवी बताने वाले Shiv Kumar Rangeela ने कहा कि सांपला हलके के लोग परेशान हैं, और जनप्रतिनिधि सुनवाई नहीं कर रहे.
रंगीला की 3 मुख्य बातें

सांपला के 3 वार्डों का बुरा हाल – “भूपेंद्र सिंह हुड्डा 10 साल मुख्यमंत्री रहे, दीपेंद्र दूसरी बार रोहतक सांसद बने, लेकिन सांपला हलके की सुध नहीं ले रहे. बरसात के बाद भी पानी खेतों में खड़ा है. 3 वार्डों में घरों के अंदर जलभराव है, निकासी नहीं हो रही”.
प्रशासन-जनप्रतिनिधि अनदेखी – “एक महीने से पानी भरा है, न प्रशासन सुनता है, न जनप्रतिनिधि… भाजपा कहती है ये हुड्डा का हलका है. लेकिन वो विधानसभा में आवाज नहीं उठाते. चुनाव के बाद से वे सांपला में नजर तक नहीं आए हैं”.
पोस्टरों का उद्देश्य – “पोस्टर लगाने से शायद वे सुध लें और समस्या हल करवाएं… सांपला की जनता परेशान है, कोई सुनने वाला नहीं है”.
हुड्डा का दौरा और प्रतिक्रिया

हालांकि पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 6 सितंबर को गढ़ी सांपला किलोई क्षेत्र के 8 गांवों का दौरा कर जलभराव का निरीक्षण किया था. अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं. पाकस्मा के खेतों में 4-5 फुट पानी देखा, जहां धान फसल डूबी थी. पंप हाउस जाकर SDO को निकासी के आदेश दिए. हुड्डा ने कहा, “सरकार की लापरवाही से बाढ़ का कहर है. कांग्रेस जलभराव मुक्त हरियाणा का वादा करेगी”. इसके अलावा Hooda ने राज्य के और भी कई जलभराव और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की है.
कौन है शिव कुमार रंगीला?

Shiv Kumar Rangeela पूर्व पार्षद हैं और दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने 2014 तक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम किया, फिर 2014 में भाजपा जॉइन की और 2019 तक सांपला में पार्षद रहे. 2019 में बेरी से निर्दलीय चुनाव लड़ा जिसमें उन्हे 6,059 वोट मिले. 2024 में AAP के टिकट पर गोहाना से चुनाव लड़े और बुरी तरह से हारे. कुल 954 वोट उस चुनाव में रंगीला को मिले थे. अब वे सांपला में समाजसेवी हैं.
