पूर्व हॉकी कैप्टन Rani Rampal की 2 नवंबर को शादी… CA पंकज संग ग्रैंड अरेंज मैरिज, कोच बलदेव करेंगे कन्यादान. PM मोदी, CM सैनी से लेकर Bollywood तक को न्योता
Kurukshetra : Padma Shri से सम्मानित भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान Rani Rampal दो नवंबर को कुरुक्षेत्र के Chartered Accountant Pankaj के साथ शादी करने जा रही हैं… जो हिंदू रीति रिवाजों से अरेंज मैरिज करेंगी. शाहबाद के Model Town में तैयारियां जोरों पर हैं. Pipli के पाल प्लाजा में ग्रैंड समारोह होगा, जिसमें PM Modi, Amit Shah, CM Nayab Saini समेत तमाम बड़े खिलाड़ी, राजनेता और Bollywood हस्तियां आमंत्रित होंगी.
2 महीने पहले गुपचुप ENGAGEMENT

करीब दो महीने पहले कुरुक्षेत्र में Rani और Pankaj की इंगेजमेंट हुई थी जिसमें बचपन से उनके साथ रहे कोच Baldev Singh भी मौजूद थे… शादी की सभी रस्में द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच बलदेव सिंह ही निभाएंगे और वही Rani Rampal को कन्यादान भी करेंगे. ये शादी अपनेआम में एक मिसाल बनेगी जो गुरु-शिष्य के बंधन का भावुक प्रतीक बनेगी.
Cancer से जूझ रहे रानी के पिता

Rani के पिता Rampal कैंसर की बीमारी से लड़ रहे हैं जिससे परिवार में थोड़ी चिंता बनी हुई है… हालांकि शादी की तैयारियां पूरी जोश के साथ चल रही हैं. Rani के परिवार, समर्थक, रिश्तेदार और फैंस उनके पिता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.
तांगा चालक ने बेटी को बनाया Olympian

Rani के पिता तांगा चलाते थे जिन्होने महिला हॉकी खिलाड़ियों को देखकर अपनी बेटी को भी एक खिलाड़ी बनाने का सपना देखा और अपनी 6 साल की बेटी को Coach Baldev Singh के पास हॉकी सिखने के लिए छोड़ दिया… 14 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाली रानी 2010 World Cup की सबसे युवा खिलाड़ी बनीं. उन्होंने England के खिलाफ निर्णायक गोल दागा, जिससे India ने जूनियर विश्व कप में Bronze Medal जीता.
अर्जुन-भीम Award से सम्मानित

Rani की कप्तानी में भारतीय महिला हॉकी टीम Tokyo 2020 Olympics में चौथे नंबर पर रही, जो टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था… उन्हें Arjuna और Bhima Award मिल चुके हैं. वर्तमान में वे Patiala की गवर्नमेंट हॉकी नर्सरी में कोचिंग दे रही हैं.
Olympics के बाद टीम से बाहर
Tokyo Olympics के बाद चोट और नए कोच यानेक शॉपमैन से मतभेद के कारण Rani Rampal टीम से बाहर रहीं… 2022 National Games में 18 गोल करने के बावजूद रानी की वापसी ना हुई. पिछले साल जूनियर विमेंस टीम की कोच बनीं और हॉकी इंडिया विमेंस लीग में मेंटर रहीं. आखिरकार संन्यास लेते हुए Rani ने कहा – ये शानदार यात्रा रही… गरीबी देखी लेकिन देश के लिए खेलना और देश सेवा पर फोकस रहा.

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