Heavy rain and hailstorm alert : हरियाणा के साथ पड़ोसी राज्य पंजाब और हिमाचल के लोग बीते दिनों मौसम के कारण हुई तबाही को अभी तक भूल नहीं पाए हैं। इसी बीच मौसम विभाग (IMD) ने एक बार फिर से अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की माने तो इस बार यह एक अनोखी घटना होगी, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी एक साथ मिलकर अपना असर दिखाने वाली है। इसी के चलते आज रात से आने वाले चार दिनों तक हरियाणा के अलावा पंजाब और हिमाचल में रिकॉर्ड तोड़ बारिश होगी।
पहाड़ों से मैदानी इलाकों की ओर चलेंगी हवाएं

आज यानि 4 अक्टूबर की रात से हरियाणा सहित पूरे उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देने वाला है। इससे 7 अक्टूबर तक प्रदेश में जहां बारिश देखने को मिलेगी तो वही 5 और 6 अक्टूबर को पूरे हरियाणा और 7 अक्टूबर को अधिकांश जगहों पर बारिश होने की संभावना है। वहीं 8 अक्टूबर से हवा की दिशा बदलकर उत्तर-पश्चिम हो जाएगी। पहाड़ों से हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ चलेंगी ओर इससे लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। अभी हरियाणा में अधिकतम तापमान 35 डिग्री के आसपास बना हुआ है। वहीं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री के आसपास है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बादल छाने से दिन के तापमान में अब कमी देखने को मिलेगी तो दूसरी तरफ वहीं रात के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के बाद नमी बढ़ेगी। इससे सुबह और रात के समय ठंडक महसूस होने लगेगी।
थ्री सिस्टम से बदलेगा मौसम

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव, बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाव का क्षेत्र बनने और राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से नमी वाली हवाएं उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों की तरफ आने की संभावना है। इससे हरियाणा के मौसम में 4 अक्टूबर यानि आज रात्रि से बदलाव होने की संभावना है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से राज्य में 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर के दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट और रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है, परंतु 8 अक्टूबर दोपहर बाद से मौसम साफ हो जाने और हवाओं में फिर से बदलाव उत्तर एवं उत्तर पश्चिमी होने से तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
पंजाब में बढ़ सकता है खतरा !

पंजाब के लिए यह चेतावनी इसलिए ज़्यादा गंभीर है, क्योंकि यहां मानसून में पहले ही 41% ज़्यादा बारिश हो चुकी है। अब यह ट्रिपल अटैक राज्य में बाढ़ का ख़तरा और बढ़ा सकता है। पश्चिमी विक्षोभ का असर पंजाब और राजस्थान तक पहुंचेगा, जिससे बारिश की रफ़्तार बहुत तेज़ हो जाएगी। IMD ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के आस-पास के इलाक़ों में बहुत ज़्यादा बारिश की आशंका जताई है। गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और ओले गिरने की भी चेतावनी है।
पश्चिमी विक्षोभ क्या है ?

यह एक तरह का तूफान या मौसम में बदलाव लाने वाला सिस्टम है जो भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) में बनता है। यह भूमध्य सागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में पैदा होता है। यह सिर्फ एक गर्म हवा और नमी वाला क्षेत्र होता है, कोई बड़ा बवंडर नहीं। यह हवा और नमी का सिस्टम पश्चिम की दिशा से (ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान होते हुए) भारत में प्रवेश करता है। भारत में यह आमतौर पर उत्तर-पश्चिम के राज्यों, जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को प्रभावित करता है।
तीन दिन के मौसम का हाल

04 अक्टूबर को हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र अंबाला, पंचकूला, रोहतक, झज्ञ्जी, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में हल्की बारिश व यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।
05 अक्टूबर : फतेहाबाद, हिसार, करनाल, पानीपत,सोनीपत, यमुनानगर में तेज बारिश हो सकती है. सिरसा, भिवानी,चरखीदादरी, जींद, रोहतक, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद और पलवल में मध्यम बारिश हो सकती है।
06 अक्टूबर : सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, चरखीदादरी,झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद और पलवल में तेज बारिश और हिसार, जींद, कैथल, करनाल, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, यमुनानग, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला में भारी बारिश हो सकती है।

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