 
                  हरियाणा के 22 जिलों में IMD का Orange Alert… 8 जिलों में बाढ़ का खतरा. घग्गर में दरार, मारकंडा भी ओवरफ्लो, 10 गांव डूबे. भिवानी-कुरुक्षेत्र में 7 की मौत
Chandigarh : Monsoon लगभग गुजर चुका है लेकिन देशभर में बारिश है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. हर कोई हैरान परेशान है कि इस बार इतनी बारिश हो क्यो रही है, लेकिन जवाब किसी के पास नहीं है. देश की राजधानी दिल्ली में इस वक्त बाढ़ का अलर्ट जारी है तो वहीं दिल्ली से सटे हरियाणा में 3 सितंबर को भी भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है… भारत मौसम विभाग (IMD) ने 22 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत, करनाल, सोनीपत, रोहतक, गुरुग्राम, फरीदाबाद शामिल हैं. लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं.
छत गिरने से 7 की मौत

इसके अलावा लगातार हो रही बारिश से छत गिरने की घटनाओं में अब तक 7 मौतें हो चुकी हैं जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं. जबकि यमुना में लाश बहने की खबरें हैं. 8 जिलों में स्कूल बंद और राहत कार्य जारी हैं. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी डीसी को नदियों का सर्वे और आपात तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं.
भिवानी में मकान गिरा, 3 बच्चियों की मौत

भिवानी जिले के कलिंगा गांव में मंगलवार रात करीब 9:30 बजे भारी बारिश के बीच एक मकान की छत गिर गई, जिसमें पूरा परिवार मलबे में दब गया. हादसे में 3 बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि माता-पिता और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने 3 लड़कियों को मृत घोषित कर दिया. बाकि 3 लोगों को रोहतक PGI रेफर कर दिया गया. ओमपाल ने बताया, “रात को सो रहे थे जब छत गिर गई… हमने पड़ोसियों को चिल्लाकर मदद मांगी लेकिन किसी ने नहीं सुना. रातभर मलबे में दबे रहे. लड़कियों की तो आवाज ही बंद हो गई. सुबह लोग आए तो निकाला. बारिश से पीछे पानी भर गया, नींव कमजोर हो गई”. घटना पुरानी मिट्टी-पत्थर की बनी छत के कारण हुई. ग्रामीणों ने जैसे तैसे मलबा हटाकर परिवार को बचाया.
कुरुक्षेत्र में छत गिरी, 2 भाइयों की मौत

Kurukshetra के शाहाबाद की अमर विहार कॉलोनी में बुधवार सुबह 6 बजे एक मकान की छत गिर गई, जिसमें 2 सगे भाइयों संदीप और कुलदीप की मौत हो गई. ये दोनों उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के निवासी थे और काम करने शाहाबाद आए हुए थे. परिवार के अन्य 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. मलबे में 7 लोग दबे थे लेकिन एक व्यक्ति बाहर चला गया था. आसपास के लोगों ने घायलों को निकालकर शाहाबाद सिविल अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. घटना पुरानी छत के ढहने से हुई जो लगातार बारिश से कमजोर हो गई थी. परिवार ने बताया कि वे प्रयागराज से मजदूरी के लिए आए थे… प्रशासन ने शवों का पोस्टमॉर्टम कराया और घायलों को उपचार मुहैया कराया. यह कुरुक्षेत्र में दूसरी ऐसी घटना है, जहां मारकंडा ओवरफ्लो से पहले ही 2 मौतें हो चुकी हैं.
उफान पर हरियाणा की नदियां

- मारकंडा नदी – कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में ओवरफ्लो, जलस्तर 26,000 क्यूसेक. कठवा, गुमटी, पट्टी जामड़ा, मुगल माजरा, मलकपुर, कलसाना, तंगौर जैसे 8-10 गांव प्रभावित. सड़कें-खेत डूबे, प्रशासन ने अलर्ट जारी किया. NDRF तैनात.
- घग्गर नदी – सिरसा में एक गांव में दरार, पिहोवा के 2 गांव डूबे. यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से 1.58 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
- टांगरी नदी – अंबाला में जलस्तर तेजी से बढ़ा, अलर्ट जारी. किनारे के गांवों को सुरक्षित जगह जाने को कहा. कुछ दिन पहले भी ओवरफ्लो हुआ था.
- यमुना नदी – यमुनानगर में लाश बहकर आई… एक युवक लकड़ी उठाते हुए बहा. परिवार ने सूचना नहीं दी. दिल्ली फरीदाबाद में भी बाढ़ का खतरा.

 
         
         
        