 
                  हरियाणा प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद का दावा… 30 जुलाई तक तैयार हो जाएगा कांग्रेस संगठन. हर जिले से 1 नाम फाइनल. Cast, Capability और Dedication पर जोर
New Delhi : Haryana Congress के चाहने वालों के लिए एक अच्छी खबर है… पता चला है कि हरियाणा में वर्षों से जो कांग्रेस संगठन बन नहीं पाया था वो अब जल्द ही बनकर तैयार होने वाला है. कांग्रेस से जुड़े लोगों की मानें तो हरियाणा कांग्रेस संगठन 30 जुलाई तक तैयार हो जाएगा. पार्टी ने गहन चर्चा के बाद हर जिले से एक-एक नाम final कर लिया है.
Rahul Gandhi लगाएंगे आखिरी मुहर!

‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ के तहत राजधानी दिल्ली में सोमवार को Haryana Congress के वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था. कांग्रेस कार्यलय में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने सीनियर नेताओं के साथ one-to-one चर्चा की. इसके बाद हर जिले से एक-एक नाम तय किया गया. ये नाम Finalize करते समय उनकी कास्ट, कैपेबिलिटी और डेडिकेशन को परखा गया. अब केसी वेणुगोपाल कांग्रेस नेता Rahul Gandhi और पार्टी अध्यक्ष Mallikarjun Kharge से इन नामों पर चर्चा करेंगे और उन्हे जानकारी देंगे. शीर्ष नेतृत्व की सहमति के बाद ये माना जा रहा है कि 30 July तक तमाम जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी.
दल-बदलुओं को नहीं मिलेगी जगह
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार बताया ये भी जा रही है कि जिलाध्यक्षों की सूची में किसी MLA का नाम शामिल नहीं है. दल-बदलू नेताओं और विवादित बयान देने वालों को भी इस सूची से बाहर ही रखा गया है. प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने दावा किया है कि “कांग्रेस संगठन 30 July से पहले तैयार हो जाएगा. पहले जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान किया जाएगा. प्रदेशाध्यक्ष बदलने का अभी कोई एजेंडा नहीं है”.
जिलाध्यक्ष चुनने के 3 तरीके
- संगठन बनाते समय Caste Factor को प्राथमिकता दी जाएगी. कुछ जिलों में शहरी और ग्रामीण जिलाध्यक्ष चुने जाएंगे. किस जिले में किस जाति के वोटर ज्यादा हैं उसी आधार पर जिलाध्यक्ष चुना जाएगा. जैसे Hisar में वैश्य या पंजाबी समाज के लोग ज्यादा हैं तो उसी समाज से जिलाध्यक्ष चुना जा सकता है. जबकि ग्रामीण इलाकों में जाट या OBC नेता चुना जा सकता है.
- कांग्रेस पार्टी ऐसे जिलाध्यक्ष चाहती है जो संगठन को प्रभावी ढंग से चला सकें… ऐसे नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी जो पहले जिला कमेटी या किसी प्रभावशाली पद पर रह चुका हो, और अपने दम पर पार्टी को मजबूत कर सकें,
- ऐसे कार्यकर्ताओं को चुना जाएगा जो पार्टी के लिए पूरी तरह से समर्पित हों. जो बेदाग हों और जिन्होने पार्टी को कभी नुकसान ना पहुंचाया हो. पार्टी ऐसे नेताओं को जिलाध्यक्ष नहीं बनाएगी जो विपक्षी दलों के साथ मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचा सकें.
हरियाणा के नेताओं को नसीहत

सोमवार को दिल्ली में प्रदेश प्रभारी हरिप्रसाद की मौजूदगी में हुई बैठक में हरियाणा के वरिष्ठ नेताओं जैसे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय सिंह यादव शामिल थे. शीर्ष नेतृत्व ने उन्हे ये साफ और सख्त संदेश दिया कि जिलाध्यक्षों के नाम के ऐलान के बाद किसी तरह की बयानबाज़ी नहीं होगी. Top Leadership की लिस्ट को सभी को मानना होगा और कोई इसका विरोध नहीं करेगा.
संगठन निर्माण की शुरुआत कैसे हुई?

दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 June को Haryana का दौरा किया था… Chandigarh Congress Office में उन्होने AICC और PCC Observers से मुलाकात की और उन्हे संगठन बनाने का टास्क दिया. इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी 22 जिलों का दौरा किया, Feedback लिया और जिलाक्ष्यक्षों के नाम शॉर्टलिस्ट किए. 6-6 नेताओं के नाम का पैनल बना कर प्रदेश प्रभारी को भेजे गए. KC Venugopal और BK Hariprasad ने पर्यवेक्षकों के साथ one-to-one मीटिंग करके हर पैनल पर चर्चा की, छटनियां की और एक Final List तैयार की जो अब Rahul Gandhi और Mallikarjun Kharge की टेबल पर आखिरी मुहर के लिए पहुंच चुकी है.

 
         
         
        