Haryana BJP Emergency Program. संविधान हत्या दिवस में क्यों शामिल नहीं हुआ बंसीलाल का परिवार? आखिर क्यों CM सैनी को देनी पड़ी सफाई?
Haryana : 25 जून यानि आज का दिन भारतीय जनता पार्टी ने संविधान हत्या दिवस मनाया. साल 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री Indira Gandhi ने देश पर Emergency थोपी थी. और आज उस इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ है. लिहाज़ा न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे देश में कांग्रेस को घेरने के लिए BJP ने इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया. बात करें हरियाणा की तो CM Nayab Singh Saini ने अपने 27 प्रमुख नेताओं के साथ राज्य के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए और Congress पर तीखा हमला बोला. इस कार्यक्रम में संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए Emergency के दौरान हुए अत्याचारों को याद दिलाया गया.
बंसीलाल परिवार की अनुपस्थिति

इस आयोजन में पूर्व CM चौधरी बंसीलाल के परिवार, खास तौर पर राज्यसभा सांसद Kiran Choudhary और उनकी बेटी Shruti Choudhary को शामिल नहीं किया गया. दरअसल इमरजेंसी के दौरान जबरन नसबंदी अभियान ने बंसीलाल को विवादास्पद बना दिया था. लिहाज़ा इस मामले को लेकर करनाल में पत्रकारों के सवाल पर CM सैनी ने सफाई दी कि “किसी को कार्यक्रम से दूर नहीं रखा गया, यह किसने कहा.? सभी की अपनी व्यवस्थाएं हो सकती हैं. ये दिन 140 करोड़ लोगों को सम्मानित करने का है जिन्होंने Emergency का दंश झेला था. ऐसा दिन दोबारा न आए इसीलिए हम इसे याद कर रहे हैं”.
Emergency पर सीएम सैनी की खास बातें.

- 1975 में Emergency ने संविधान को कुचला था. अनिल विज और मनोहर लाल के पिता को उठाकर यातनाएं दी गईं थीं क्योंकि उन्होंने एक व्यक्ति की जय बोलने से इनकार किया था… ये संविधान की हत्या थी.
- 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने सच्ची आज़ादी और विकास का अनुभव किया. दिल्ली-अमृतसर फोरलेन प्रोजेक्ट जो अटल जी ने शुरू किया था, वो कांग्रेस शासनकाल में धीमा पड़ा था. अब करनाल से दिल्ली का सफर समय बचाता है. 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा होगा.
- स्वतंत्रता संग्राम के नायकों ने अपनी पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए बलिदान दिया था, ना कि व्यक्तिगत लाभ के लिए. गुरु तेग बहादुर जी और गुरू गोबिंद सिंह जी इस बाद की सबसे बड़ी मिसाल हैं.
- ये आयोजन सिर्फ अतीत को याद करने का नहीं बल्कि भविष्य में संविधान को मजबूती देने का काम करेगा. हमें ऐसा भारत बनाना है जहां लोकतंत्र हमेशा फले-फूले.
