
Guest teacher
Guest Teacher:बिहार में इस साल चुनाव होने हैं, लिहाजा नीतीश सरकर हर वर्ग को साध लेना चाहती है। इसी कड़ी में सरकार नाखुश चल रहे Guest Teachers को अपने पाले में करने के लिए जल्द ही एक बड़ा फैसला ले सकती है। या यूं कहें कि, एक बड़ा ऐलान कर सकती है। इस ऐलान से न केवल बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा,बल्कि शिक्षकों का मनोबल भी बढ़ेगा। साथ ही साथ नीतीश सरकार के चौथी बार सत्ता में आने का रास्ता भी साफ हो जाएगा।

पटना: बिहार में चौथी बार अपनी सत्ता का दावा पक्का करने के लिए नीतीश सरकार मास्टर स्ट्रोक चलने वाली है। एनडीए सरकार के इस दांव ने विपक्ष की टेंशन बढ़ा दी है। कहां तो महागठबंधन अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) को चुनावी वादों के जरिये अपने पाले में करने का प्लान बना रहा था। और कहां एनडीए सरकार अतिथि शिक्षकों को लेकर एक बड़ा फैसला करने की तैयारी में दिखाई पड़ रही है।

सरकार के इस दांव से विपक्ष की सारी सोच धरी की धरी रह गई। दरअसल नीतीश सरकार एक तीर से दो निशानों को साधने का काम करने जा रही है। पहला बिहार में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना। और दूसरा अतिथि शिक्षकों को अपनी तरफ लाना।आखिर सरकार ऐसा क्या करने की तैयारी कर रही है, जिससे विपक्ष का दांव उल्टा पड़ने वाला है,चलिए बताते हैं आपको।
चुनाव से पहले नीतीश सरकार का सिक्सर!
बिहार में शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में नीतीश सरकार एक अहम फैसला करने की तैयारी कर रही है।दरअसल बिहार विधान परिषद की शिक्षा समिति ने शिक्षा विभाग को सिफारिश की है कि, राज्य में कार्यरत Special Teacher को सेवा में निरंतरता और स्थायित्व दिया जाए। समिति की इस सिफारिश को यदि अमल में लाया जाता है या लागू किया जाता है। तो इससे न केवल लाखों अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ होगा, बल्कि उनका मनोबल भी बढ़ेगा। साथ ही साथ शिक्षा के स्तर में भी सुधार होगा।
📌 क्या है Guest Teacher को लेकर समिति की सिफारिश?

यहां सवाल उठता है कि, Guest Teachers को लेकर शिक्षा समिति ने क्या सिफारिश की है। शिक्षा समिति ने अपनी बैठक में सरकार को ये प्रस्ताव भेजा है कि,
1-Guest Teacher , जिन्होंने सालों तक बेहतर सेवाएं दी हैं, उनको स्थायी रूप से नियुक्त किया जाए।
2-Guest Teacher की सेवा शर्तों को नियमित किया जाए, जिससे उन्हें सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिले।
3-शिक्षा विभाग Guest Teacher के लिए ट्रांसफर नीति, प्रमोशन, प्रशिक्षण और अन्य लाभों को भी स्पष्ट रूप से परिभाषित करे।
🎯 अतिथि शिक्षकों को क्या होगा लाभ?
यहां सवाल उठता है कि, सरकार के इस कदम से Guest Teachers को क्या लाभ होगा। तो बता दें कि सरकार अगर इसे लागू करती है तो।
1. शिक्षक होंगे आत्मनिर्भर:
सेवा की निरंतरता मिलने से शिक्षकों को नौकरी की सुरक्षा और मानसिक संतुलन मिलेगा, जिससे Guest Teachers छात्रों को पढ़ाने पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे
. शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार:
स्थिर और अनुभवी शिक्षकों की वजह से छात्रों को लगातार और प्रभावी मार्गदर्शन मिलेगा। इससे राज्य की शैक्षणिक परिणामों में सुधार होगा।
3. प्रशासनिक पारदर्शिता:
एक तयशुदा सेवा प्रक्रिया लागू होने से शिक्षकों की भर्ती, ट्रांसफर और सेवा विस्तार पारदर्शी और निष्पक्ष हो जाएगा।
🗣️ शिक्षकों की राय क्या?

शिक्षा समिति की इस सिफारिश का शिक्षकों ने स्वागत किया है, Guest Teacher का कहना है कि, ‘सेवा में स्थायित्व मिलने से शिक्षा प्रणाली बेहतर होगी,और इसका स्टूडेंट्स को भी लाग मिलेगा। लिहाजा नीतीश सरकार को शिक्षा समिति की अनुशंसा जल्द से जल्द लागू कर देनी चाहिए’।
नीतीश सरकार को कैसे होगा लाभ?
इसमें दो राय नहीं है कि,अगर नीतीश सरकार शिक्षा समिति के इस फैसले को लागू करती है।तो इसका फायदा आने वाले चुनाव में सरकार को जरूर मिलेगा। नीतीश सरकार पहले भी शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे कई फैसले कर चुकी है..जिसमें स्मार्ट क्लास,छात्रवृत्ति योजना,शिक्षकों का प्रशिक्षण शामिल हैं। ऐसे में सरकार अगर Guest Teachers को ये तोहफा देती है, तो तय है कि, उसके वोट बैंक में इजाफा होगा।जो उसे सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में सहायक होगा।
आपको क्या लगता है, Guest Teacher पर शिक्षा समिति की सिफारिश नीतीश सरकार चुनाव से पहले लागू कर देगी,या फिर इसे चुनावी वादा बनाकर छोड़ देगी? अपने विचार और सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।