Goa अग्निकांड का असली कारण मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया
गोवा (Goa) के अरपोरा स्थित चर्चित ‘बिर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में लगी भीषण आग ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हादसे में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हुई, जबकि कई लोग घायल हुए। अब शुरुआती जांच में सामने आया है कि क्लब में इलेक्ट्रिक पटाखे फोड़ने से ये आग भड़की। घटना के बाद गोवा सरकार एक्शन मोड में आ गई है और कई अहम गिरफ्तारी , जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
Goa में इलेक्ट्रिक पटाखों से फैली आग
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हादसे का मुख्य कारण क्लब के भीतर उपयोग किए गए इलेक्ट्रिक पटाखे थे। क्लब में भारी भीड़ मौजूद थी और स्टेज पर डांस परफॉर्मेंस चल रही थी, तभी स्टेज पर लगी लाइट व इफेक्ट मशीनों के पास से आग तेजी से फैलनी शुरू हुई। सीएम ने कहा कि इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है और सरकार किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।
चार मैनेजर गिरफ्तार, क्लब मालिकों पर FIR
पुलिस ने लापरवाही और नियमों के उल्लंघन के आरोप में क्लब के चार स्टाफ मेंबर को गिरफ्तार किया है—
- राजीव मोदक– चीफ जनरल मैनेजर
- विवेक सिंह– जनरल मैनेजर
- राजवीर सिंघानिया– बार मैनेजर
- प्रियांशु ठाकुर– गेट मैनेजर
क्लब मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किए जाने की बात कही गई है।
घटना के भयानक दृश्य—चीखते लोग, भागते लोग !
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि एक महिला स्टेज पर डांस कर रही थी। तभी स्टेज के ऊपर से आग की लपटें गिरनी शुरू हुईं। कुछ ही सेकंड में माहौल अफरा-तफरी में बदल गया, लोग चिल्लाते हुए कहा—“आग लग गई… आग लग गई!” और बाहर निकलने की कोशिश में भगदड़ मच गई।

क्लब के संकरे रास्तों ने रेस्क्यू को और मुश्किल कर दिया। फायर इंजन को क्लब से लगभग 400 मीटर दूर रोकना पड़ा, जिससे बचाव कार्य में अतिरिक्त समय लगा।
जांच कमेटी का गठन—कड़े कदम उठाने की तैयारी
राज्य सरकार ने हादसे की गहन जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसमें शामिल हैं—
- साउथ गोवा कलेक्टर
- डिप्टी डायरेक्टर, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज
- डायरेक्टर, फोरेंसिक लैबोरेटरी
कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके अलावा, उन सभी नाइट क्लबों और भीड़भाड़ वाली जगहों का ऑडिट कराया जाएगा जो बिना वैध परमिशन के चल रहे हैं। सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐसे अवैध प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सरकारी अधिकारियों पर भी गिरेगी गाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सरकारी अधिकारी नियमों के उल्लंघन के बावजूद इस क्लब को अनुमति देते रहे, उन्हें तुरंत निलंबित किया जाएगा। सरकार ने ये संकेत दिया है कि सुरक्षा मानकों से समझौता करने वालों पर भी कार्रवाई तय है।
पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजा
गोवा सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये, और घायलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने का पूरा प्रबंध भी सरकार की ओर से किया जाएगा।
Goa में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए नई SOP
सरकार ने कहा कि सभी नाइट क्लबों, रेस्टोरेंट्स और भीड़भाड़ वाली जगहों के लिए नई सुरक्षा SOP जारी की जाएगी, जिसमें—
- फायर सेफ्टी
- इमरजेंसी एग्जिट
- परमिशन व लाइसेंस
- सुरक्षा उपकरण
को अनिवार्य किया जाएगा।
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सुरक्षा इंतजामों की गंभीर लापरवाही का नतीजा है। सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ताकि आने वाले समय में ऐसी त्रासदी दोबारा न दोहराई जाए। लेकिन सवाल ये भी उठता है कि क्या ये कदम पहले नहीं उठाए जा सकते थे?
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