Team India के ODI World Cup Plan पर Gautam Gambhir ने खोल दिए पत्ते !
Team India ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही में 2-0 से टेस्ट सीरीज (Test Series) जीतकर एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की. इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket Team) टीम के हेड कोच Gautam Gambhir ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने न सिर्फ वरिष्ठ खिलाड़ियों को लेकर अपना नजरिया साझा किया, बल्कि युवा खिलाड़ियों को मिल रही चुनौतियों पर भी चिंता जताई.

Rohit-Virat के भविष्य की संभावना
गंभीर ने कहा कि भले ही रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी 2027 के वन-डे वर्ल्ड कप तक खेल सकते हैं, लेकिन फिलहाल टीम को वर्तमान पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने साफ किया कि किसी भी खिलाड़ी को टीम से बाहर करना उनके लिए भावनात्मक रूप से कठिन निर्णय होता है.
नीतीश रेड्डी को लेकर समर्थन
नीतीश रेड्डी के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए गंभीर ने कहा कि उन्होंने विदेशी दौरों पर अच्छा प्रदर्शन किया है और वो हर मंच पर खेलने के हकदार हैं. उनका मानना है कि मेहनत करने वाले खिलाड़ियों को सही समय पर मौका मिलना चाहिए.
तीन फॉर्मेट खेलने वालों की चुनौती
गंभीर ने तीनों फॉर्मेट में खेलने वाले खिलाड़ियों की मेहनत को सराहा और कहा कि ये आसान नहीं होता, लेकिन टेस्ट टीम ने मैच से पहले खुद को अच्छी तरह से तैयार किया, जो सराहनीय है.
Gambhir ने की शुभमन गिल की कप्तानी की तारीफ
टेस्ट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल (Shubhman Gill) को लेकर गंभीर ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड में कप्तानी की सबसे कठिन परीक्षा पास की है. गंभीर ने गिल की मानसिक मजबूती और टीम के प्रति समर्पण की प्रशंसा की और कहा कि शुभमन को कप्तान बनाना किसी का अहसान नहीं, बल्कि वो इसके पूर्ण रूप से योग्य हैं.
दिल्ली की कोटला पिच पर सवाल
कोच ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम (कोटला) की पिच की आलोचना करते हुए कहा कि ये पिच और बेहतर हो सकती थी. उन्होंने तेज़ गेंदबाजों के लिए थोड़ी मदद की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर गेंद के कैरी (carry) होने को लेकर.
कोचिंग पर Gambhir की स्पष्टता
गंभीर ने साफ किया कि कोच की सफलता टीम के प्रदर्शन से मापी जाती है. उन्होंने कहा, “मैं तभी अच्छा कोच कहलाऊंगा जब टीम अच्छा खेलेगी.”

हर्षित राणा पर ट्रोलिंग को लेकर चिंता
23 वर्षीय युवा खिलाड़ी हर्षित राणा को सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने पर गंभीर ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सिर्फ यूट्यूब चैनल्स के व्यूज़ के लिए इन युवाओं को निशाना बनाना शर्मनाक है. गंभीर ने मीडिया और समाज से अपील की कि ऐसे खिलाड़ियों को मानसिक रूप से परेशान न किया जाए.
गौतम गंभीर की ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ एक जीत के जश्न तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें उन्होंने क्रिकेट से जुड़े कई संवेदनशील और अहम पहलुओं को सामने रखा. युवा खिलाड़ियों की मानसिक सुरक्षा से लेकर टीम चयन तक, हर मुद्दे पर उनकी सोच स्पष्ट और ईमानदार नजर आई.ये साफ है कि गंभीर भारतीय क्रिकेट को सिर्फ आंकड़ों से नहीं, बल्कि एक मजबूत सोच और संस्कृति के साथ आगे बढ़ाना चाहते हैं.
Shubhman Gill का ये सच Rahul Dravid ने 4 साल पहले ही बता दिया था

