 
                  भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (FTA) लाएगा बड़ा बदलाव!
India-UK FTA News Update
24 जुलाई 2025 को भारत और ब्रिटेन के बीच एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर हस्ताक्षर हो गए हैं, ये समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने और आर्थिक रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इस समझौते से भारत के आम लोगों, किसानों, छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को कई तरह के फायदे मिलने की उम्मीद है. आइए, आसान भाषा में जानते हैं कि ये FTA आम भारतीय को कैसे लाभ देगा
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सस्ते होंगे आयातित उत्पाद
इस समझौते के तहत ब्रिटेन से आने वाले कई उत्पादों पर आयात शुल्क (टैक्स) कम या पूरी तरह खत्म हो जाएगा. जैसे कि ब्रिटिश व्हिस्की, जिन, कारें, कॉस्मेटिक्स और मेडिकल उपकरण अब भारत में सस्ते हो सकते हैं. इससे आम भारतीय उपभोक्ताओं को ये सामान कम कीमत पर मिलेंगे, जिससे उनकी जेब पर बोझ कम होगा.
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किसानों के लिए नए अवसर
भारतीय किसानों के लिए येसमझौता किसी वरदान से कम नहीं है. करीब 95% कृषि उत्पादों पर ब्रिटेन में कोई टैक्स नहीं लगेगा. इसका मतलब है कि पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, केरला और पूर्वोत्तर राज्यों के किसान अपने फल, सब्जियां, अनाज, बाजरा और जैविक जड़ी-बूटियां आसानी से ब्रिटेन भेज सकेंगे. इससे उनकी आय बढ़ेगी और विदेशी बाजारों में भारतीय कृषि उत्पादों की मांग बढ़ेगी.

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छोटे और मझोले उद्यमों (MSME) को फायदा
भारत के छोटे और मझोले उद्यमों (MSME) के लिए ये समझौता बड़े अवसर लेकर आया है. टेक्सटाइल, जूते, गहने, और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में भारतीय MSME को ब्रिटेन में ड्यूटी-फ्री पहुंच मिलेगी. इसके अलावा, व्यापार के लिए ट्रेनिंग, फाइनेंस और सर्टिफिकेशन में आसानी होगी. इससे छोटे व्यापारी और उद्यमी अपने उत्पादों को विदेशों में आसानी से बेच सकेंगे, जिससे उनकी कमाई बढ़ेगी.
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नौकरियों के बढ़ेंगे अवसर
ये समझौता भारतीय पेशेवरों, जैसे कि योग प्रशिक्षक, शेफ, म्यूजिशियन और अन्य स्वतंत्र पेशेवरों के लिए ब्रिटेन में काम करने के अवसर बढ़ाएगा. एक खास सामाजिक सुरक्षा समझौते (Double Contribution Convention) के तहत, भारत से ब्रिटेन में अस्थायी तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों को दोनों देशों में सामाजिक सुरक्षा योगदान देने की जरूरत नहीं होगी. इससे उनकी लागत कम होगी और काम करना आसान होगा.
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भारतीय निर्यात को बढ़ावा
इस FTA के तहत भारत के 99% निर्यात पर ब्रिटेन में कोई टैक्स नहीं लगेगा. इससे भारतीय टेक्सटाइल, जूते, रत्न-आभूषण, समुद्री उत्पाद, रसायन और इंजीनियरिंग सामान को ब्रिटिश बाजार में बेहतर पहुंच मिलेगी. खास तौर पर गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के रसायन निर्माताओं को इसका बड़ा फायदा होगा, क्योंकि उनके निर्यात के दोगुने होने की उम्मीद है.

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दवाइयों और खाद्य पदार्थों में राहत
भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनियों को ब्रिटेन में अपनी दवाइयों के लिए तेजी से मंजूरी मिलेगी. इससे सस्ती जेनेरिक दवाइयां ब्रिटेन में उपलब्ध होंगी, जिससे वहां के लोग और भारतीय कंपनियां दोनों लाभान्वित होंगे. साथ ही, भारतीय बासमती चावल, मसाले, चाय और समुद्री उत्पादों (जैसे झींगा) पर ब्रिटेन का टैक्स खत्म होगा, जिससे इनके निर्यात में तेजी आएगी.
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आर्थिक विकास और रोजगार
ये समझौता भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार को 2030 तक 120 बिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखता है. इससे भारत में नौकरियां बढ़ेंगी, खासकर उन क्षेत्रों में जो निर्यात पर निर्भर हैं. साथ ही, दोनों देशों के बीच तकनीक, रक्षा और नवाचार में सहयोग बढ़ेगा, जिससे भारतीय युवाओं को नए क्षेत्रों में काम करने के मौके मिलेंगे.
FTA विकिसत भारत की दिशा में बड़ा कदम!
भारत-ब्रिटेन FTA न केवल दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाएगा, बल्कि आम भारतीयों के लिए भी कई फायदे लेकर आएगा. सस्ते उत्पादों से लेकर किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए नए बाजार तक, ये समझौता भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने में मदद करेगा. ये एक ऐसी साझेदारी है, जो भारत के हर वर्ग को कुछ न कुछ देगी.

 
         
         
        