 
                  Firozabad News: नीतेश की संदिग्ध मौत पर परिजनों के सवाल, कटघरे में सिस्टम !
Firozabad News: पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष की बहन नीतेश की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. न्याय की मांग को लेकर मृतका के परिजनों ने आज शहर में मार्च निकाला और डीएम प्रतिनिधि को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप

परिजनों का आरोप है कि नीतेश की 30 जुलाई 2025 को दोपहर करीब 3 बजे उसके ससुराल में हत्या कर दी गई. उनका कहना है कि ये एक पूर्व नियोजित षड्यंत्र था, जिसमें नीतेश के पति मुकेश प्रताप सिंह समेत ससुराल पक्ष के कई सदस्य शामिल हैं. आरोपितों में ससुर रमेश चंद्र शर्मा, सास सुज चंद्रा, देवर अनुभव चंद्रा और ननद आस्था पूनम के नाम प्रमुख हैं.
परिजनों ने पूरे सिस्टम पर उठाए सवाल
नीतेश की शादी 30 नवंबर 2012 को मुकेश प्रताप सिंह से हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी. मुकेश प्रताप सिंह लखनऊ में सीबीसीआईडी में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं, जबकि अनुभव चंद्रा तहसीलदार हैं. परिजनों का कहना है कि आरोपियों की ऊंची प्रशासनिक और राजनीतिक पहुंच के चलते मामले की निष्पक्ष जांच प्रभावित हो रही है.
केस दर्ज, नहीं हुई कार्रवाई
इस संदर्भ में लखनऊ के थाना महानगर कमिश्नरेट में मुकदमा संख्या 196/2025 धारा 103(1) के तहत दर्ज किया गया है. हालांकि, अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे परिजनों में नाराजगी है.
CBI जांच की मांग

ज्ञापन में परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर आरोपियों को उनके पदों से नहीं हटाया गया और मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी को नहीं सौंपी गई, तो न्याय मिलना मुश्किल होगा. उनका ये भी कहना है कि सीबीआई जांच से ही पूरे मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित हो सकती है.
मुख्यमंत्री से न्याय की मांग
परिजनों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि उन्हें देश की न्याय प्रणाली और संविधान पर पूरा भरोसा है, लेकिन न्याय तभी संभव होगा जब सत्ता और पद का दुरुपयोग ना हो और दोषियों को संरक्षण न मिले. इस दुखद घटना ने प्रशासनिक तंत्र की निष्पक्षता और कानून व्यवस्था की साख को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है.
मुकेश कुमार बघेल की रिपोर्ट

 
         
         
        