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Firozabad Food Poison: चुर्री ने बच्चों को पहुंचाया अस्पताल
Firozabad Food Poison ने गुरुवार शाम टूंडला के मेहरी गांव में ऐसा कहर बरपाया कि गाँववालों के होश उड़ गए। कहते हैं मिठास में जहर घुला था — गाँव में आए एक अजनबी ने चुर्री बेची और देखते ही देखते 10 बच्चे उल्टियां करते-करते अस्पताल पहुंच गए। मासूमों को क्या पता था कि चुर्री खाना उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती बन जाएगी। Firozabad Food Poison कांड के बाद पूरे इलाके में दहशत है, पुलिस मौके पर जांच में जुटी है और गांववालों की रातों की नींद उड़ी हुई है।
Firozabad Food Poison:Churri Eating: उल्टी ने उड़ाए होश
Churri खाने के बाद जो हुआ वो गाँव वाले कभी नहीं भूल पाएंगे। मायाराम के तीन बच्चे — देवेंद्र (11), शालू (9), गुंजन (6)। अशोक कुमार की दो बेटियाँ — शिवानी (8), वर्षा (6)। राकेश का बेटा वेद प्रकाश (8)। प्रमोद के दो बच्चे — मुस्कान (8) और समोद (6)। टीटू की तमन्ना (6) और दुर्गा प्रसाद की वंदनी (7)। सब एक साथ अस्पताल पहुँच गए।
बच्चों के पेट में दर्द उठा तो स्वजन भागे-भागे आए। पुलिस को फोन, एंबुलेंस को कॉल — गाँव में हड़कंप मच गया। Churri Poison ने हंसते खेलते बच्चों को पल में लाचार कर दिया। इंस्पेक्टर अंजीश कुमार मौके पर पहुंचे, बोले — “जाँच चल रही है, अभी कुछ नहीं कह सकते।”
Children Hospitalised: अस्पताल में लाइन लगी
जिला अस्पताल में एक तरफ डॉक्टर, दूसरी तरफ डरे हुए माँ-बाप — सबकी नज़रें बच्चों पर। बच्चों को उल्टियां हो रहीं थीं, अस्पताल में डॉक्टरों ने फौरन इलाज शुरू कर दिया। गाँव में दबी ज़ुबान से बातें हो रहीं हैं — “चुर्री में कुछ मिलाया था क्या?”
ग्रामीणों का कहना है कि बेचने वाला कौन था, कहाँ से आया, कोई नहीं जानता। पुलिस पता लगाने में जुटी है कि कहीं Churri Poison के पीछे कोई गहरी साजिश तो नहीं?
टूंडला Firozabad Food Poison: गाँव में सन्नाटा
बच्चों की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन गाँव में अभी भी डर पसरा है।
गाँव के बुजुर्ग कहते हैं — “आज चुर्री ने बता दिया कि मिठास में भी जहर हो सकता है।” अब गाँव वाले बाहर की मिठाई खाने से तौबा कर रहे हैं।
Churri Case India: कब खुलेगा राज?
Churri Case India ने फिर साबित कर दिया कि लापरवाही का नतीजा कभी भी भारी पड़ सकता है। पुलिस बेचने वाले शख्स को ढूंढने में लगी है। गाँव वालों की निगाहें पुलिस पर हैं — क्या ये सिर्फ लापरवाही थी या कोई साजिश?

 
         
         
         
        