एक Rape Case ने फर्रुखाबाद के नवाबगंज में खाकी की साख को धूल में मिला दिया। महिला थाने में तैनात सिपाही विनय चौहान पर 17 साल की नाबालिग छात्रा को तमंचे की नोक पर अगवा कर दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। इस Rape Case में परिजनों की सतर्कता ने सिपाही को रंगे हाथ पकड़ लिया, लेकिन कार चालक फरार हो गया।
खाकी का काला कारनामा: सिपाही की करतूत उजागर
फर्रुखाबाद के नवाबगंज की गलियों में उस दिन हड़कंप मच गया, जब एक नाबालिग छात्रा को स्कूल जाते वक्त कार में खींचकर अगवा कर लिया गया। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि महिला थाने में तैनात सिपाही विनय चौहान था। तमंचे की नोक पर छात्रा को डराकर एक कमरे में ले जाया गया, जहां आरोपी ने खाकी की साख को तार-तार कर दिया।
Rape Case:स्कूल की राह से अपहरण तक

घटना बुधवार सुबह की है, जब 17 साल की कक्षा 11 की छात्रा अपने घर से इंटर कॉलेज के लिए निकली थी। दोपहर को कॉलेज की छुट्टी होने के बाद भी वह घर नहीं पहुंची। परिजनों ने जब खोजबीन शुरू की, तो उनकी नजर एक कार पर पड़ी, जिसमें से सिपाही विनय चौहान छात्रा को उतार रहा था। परिजनों ने तुरंत कार रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक मौके से फरार हो गया।
परिजनों की सतर्कता: रंगे हाथ पकड़ा गया सिपाही

छात्रा के पिता और भाई ने न केवल कार को रोका, बल्कि सिपाही को भी मौके पर धर दबोचा। छात्रा ने रोते हुए बताया कि विनय चौहान ने उसे तमंचे की नोक पर कार में बैठाया और एक कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। ख़ाकी को शर्मसार करने वाली ये खबर पूरे फर्रुखाबाद में आग की तरह फैल गई। परिजनों ने नवाबगंज थाने में सिपाही और अज्ञात कार चालक के खिलाफ तहरीर दी।
पुलिस की कार्रवाई: निलंबन, लेकिन क्या काफी है?
पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिपाही विनय चौहान को निलंबित कर दिया और उसके खिलाफ IPC की धारा 376 (दुष्कर्म) और POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। सिपाही को हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन कार चालक की तलाश जारी है। क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद को जांच सौंपी गई है। साथ ही, महिला थानाध्यक्ष पूनम अवस्थी की भूमिका की भी जांच शुरू हो गई है, क्योंकि सिपाही की हरकत की जानकारी उनके थाने को नहीं थी।
Rape Case:अगर इंसाफ नहीं मिला तो क्या होगा?
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के 2023 के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में नाबालिगों के खिलाफ दुष्कर्म के 3,500 से अधिक मामले दर्ज हुए, जिनमें से केवल 40% में सजा हुई। अगर इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह अपराधियों के हौसले बुलंद करेगा। बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, और पुलिस पर जनता का भरोसा और कम होगा।
समाज का गुस्सा: खाकी से जवाब मांगता फर्रुखाबाद Rape Case

इस घटना ने फर्रुखाबाद में गुस्से की लहर पैदा कर दी है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं, और सोशल मीडिया पर #JusticeForFarrukhabad ट्रेंड कर रहा है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिस की नाकामी ने बेटियों को असुरक्षित कर दिया।” इस Rape Case ने न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, बल्कि समाज में डर का माहौल भी पैदा कर दिया है। लोग पूछ रहे हैं, “अगर रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो इंसाफ कहां से मिलेगा?”
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: फर्रुखाबाद,यूपी
🗞️Reporter: अंकित माथुर
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